उत्तरप्रदेश के बहराइच में इन दिनों आदमखोर भेड़िया का खौफ देखने को मिल रहा है। लोगों में भेड़िया को लेकर काफी ज्यादा खौफ देखने को मिल रहा है। यहां जिले में आये दिन कुछ न कुछ ऐसी घटना सामने आ रही है, जिससे लोग दहशत में आ जाते हैं। वन विभाग अब बच्चों के यूरिन से भेड़िया को पकड़ेगा। जानिए क्या है वन विभाग का नया नुस्खा।
- बच्चों के यूरिन की गंध से फसेंगे भेड़िये
- क्या है वन विभाग का नया नुस्खा!
- ग्रामीणों पर हमला कर रहे आदमखोर भेड़िये
- भेड़ियों को पकड़ने के लिए बनाया नया प्लान
- बच्चों के यूरिन में भिगोकर रखी जाएंगी टेडी डॉल
- रंग-बिरंगी गुड़ियों के सहारे पकड़ेंगे आदमखोर भेड़िये
वन विभाग का अमला लगातार इन भेड़िया को पकड़ने के लिए सक्रिय है लेकिन अभी भी कुछ भेड़िये ऐसे हैं जो वन विभाग की पकड़ से दूर खुलेआम जंगलों में घूम रहे है। जब भी इन्हें मौका मिलता है बस्ती में आकर लोगों खासकर बच्चों पर हमला कर देते हैं।
अब इस भेड़िया को पकड़ने के लिए वन विभाग ने नया प्लान बनाया है। वन विभाग ने अब टेडी डॉल का उपयोग करने की तैयारी की है। खास बात यह है कि इन टेडी ‘डॉल’ को बच्चों के यूरिन में भिगो कर जंगल में रखा जायेगा।
टेडी डॉल को दिखावटी चारा बनाया जायेगा
वन विभाग ने आदमखोर भेड़िये को पकड़ने के लिए अब ‘टेडी डॉल’ को दिखावटी चारे के रूप उपयोग करने की योजना बनाई है। इन टेडी डॉल को बच्चों के यूरिन में भिगा कर रखा जायेगा। जिससे इनमें से बच्चों जैसी गंध आए और इनकी तरफ भेड़िये खिंचे चले आएं। इन टेडी डॉल को जंगल के साथ ही नदी के किनारे और भेड़िया के आराम करने वाले स्थानों के साथ उनकी मांद के पास रखा जायेगा है।
बता दें यह आदमखोर भेड़िये काफी अधिक शातिर होते हैं। यह शिकार करने के लिए रात में बाहर निकलते और शिकार के बाद वापस अपनी मांद में लौट जाते हैं। भेड़िये लगातार अपनी जगह बदल रहे हैं, जिससे उन्हें पकड़ने में परेशानी आ रही है।
प्रभागीय वन अधिकारी अजीत प्रताप सिंह का कहना है कि भेड़िये लगातार अपनी जगह बदल रहे हैं। जिससे उन तक पहुंचने में परेशानी आ रही है। भेड़़िये आमतौर पर रात में ही शिकार करते हैं। सुबह वापस अपनी मांद में लौट जाते हैं। अब वन विभाग की रणनीति भेड़िया को गुमराह करने की है। उन्हें रिहायशी क्षेत्रों से दूर उनकी मांदों के पास ही जाल और पिंजरे रखे जाएंगे। जिससे उन्हें पकड़ा जा सके। बता दें वन विभाग की टीम थर्मल ड्रोन का इस्तेमाल कर भेड़िया का पीछा कर रही है। भेड़िया के आस-पास पटाखे फोड़कर सुनसान जंगलों की ओर ले जाने का प्रयास भी किया जा रहा है।
अब तक 8 लोगों का भेड़िया ने किया शिकार
बहराइच जिले आतंक का पर्याय बन चुके भेड़िया के हमले लगातार जारी हैं। यहां जिले की महसी तहसील क्षेत्र में अब तक कई मामले सामने आ चुके हैं। इसी क्रम में रविवार की रात एक मासूम बच्ची भेड़िया का शिकार बन गई। वहीं एक बुजुर्ग महिला भी गंभीर रूप से घायल बताई जा रही हैं। अधिकारियों की माने तो पड़ोसी जिले सीतापुर में भी आदमखोर भेड़िया के हमले की आशंका बढ़ गई है। क्योंकि भेड़िये अब नये क्षेत्रों में लोगों पर हमले कर रहे हैं। वहीं बहराइच की जिला अधिकारी मोनिका रानी ने संवाददाताओं को बताया कि भेड़िये के हमले में ढाई वर्षीय बच्ची की मौत हो गई। इसके अलावा एक बुजुर्ग महिला भी घायल हुईं हैं। जुलाई से अब तक इन हिंसक भेड़िया के हमलों में आठ लोगों की मौत हो चुकी है।