किसान आंदोलन पर हुआ बड़ा खुलास,जानेंगे तो दंग रह जाएंगे

ट्विटर के पूर्व सीईओ जैक डोर्सी ने लगाए गंभीर आरोप

दिल्ली में लंबे समय तक चले किसान आंदोलन की राजनीति अभी खत्म नहीं हुई है। यदा कदा इस आंदोलन को लेकर किसी न किसी बहाने चर्चा हो जाती है। इस बार किसान आंदोलन को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर के पूर्व सीईओ जैक डोर्सी ने बड़ा आरोप लगाया है।

किसानों के लिए सोशल मीडिया था बड़ा हथियार

दिल्ली में हुए किसान आंदोलन ने इतना बड़ा रूप लिया कि देश विदेश में भी इस आंदोलन की खबरें बनने लगीं थी। जिसके पीछे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का बड़ा योगदान रहा है। यूटयूब से लेकर टवीटर तक पर किसान आंदोलन ने खूब ट्रेंड किया। नवंबर 2020 में भारत सरकार ने देश में तीन कृषि कानून लागू किए थे। हालांकि कानून लागू होने के साथ ही उनका विरोध भी शुरू हो गया था और एक साल तक देशभर में जगह जगह विरोध धरने प्रदर्शन हुए। इसके एक साल बाद यानी कि नवंबर 2021 में केंद्र सरकार ने तीनों कृषि कानूनों को वापस ले लिया। विरोध प्रदर्शन के दौरान सोशल मीडिया पर सरकार को खूब आलोचना झेलनी पड़ी थी।

जैक डोर्सी ने लगाया बड़ा और गंभीर आरोप

ट्विटर के पूर्व सीईओ जैक डोर्सी ने किसान आंदोलन को लेकर केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होेंने एक यूट्यूब चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि जब किसान आंदोलन चल रहा था। तब हमारी कंपनी पर केंद्र सरकार बहुत बड़ा दवाब था। डोर्सी ने कहा कि सरकार की तरफ से उनके कर्मचारियों के घरों छापों की बात सामने आई थी,यह भी कहा गया था कि नियमों का पालन नहीं किया गया तो कार्यालय बंद करवा देंगे। यदि फिर भी नियमों की अनदेखी हुई तो टवीटर पर भी पाबंदी लगाई जा सकती है। ये सब कहीं और नहीं बल्कि एक मजबूत लोकतांत्रित देश में हुआ। डोर्सी ने एक और तुर्किए का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां भी सरकार की तरफ से ट्विटर को उनके देश में बंद करने की धमकी दी गई थी। डोर्सी ने कहा कि तुर्किए में उनकी कंपनी ने सरकार के खिलाफ कई मुकदमे लड़े और जीते भी।

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