क्या टीम इंडिया के सिलेक्शन में शुरू हो चुका है फेवरेटिज्म ?टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में ईशान किशन के सिलेक्शन पर भड़के फैंस…

क्या टीम इंडिया के सिलेक्शन में शुरू हो चुका है फेवरेटिज्म ?टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में ईशान किशन के सिलेक्शन पर भड़के फैंस...

 

वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल अगले महीने भारत और ऑस्‍ट्रेलिया के बीच 7 जून से लंदन के द ओवल मैदान में खेला जाना है. टीम भी घोषित हो चुकी है, लेकिन एक के बाद एक खिलाड़ियों के चोटिल हो जाने के कारण , बीसीसीआई को इनका रिप्लेसमेंट ढूंढना पड़ रहा है. अब केएल राहुल के रिप्लेसमेंट के तौर पर ईशान किशन को टीम में जगह मिली है. हालांकि बीसीसीआई के इस फैसले से सभी हैरान है और बीसीसीआई (BCCI ) की जमकर आलोचना कर रहे है.भारतीय किक्रेट कंट्रोल बोर्ड ने किशन को रिप्लेसमेंट के तौर पर चुना है. इसके अलावा सूर्यकुमार यादव, मुकेश कुमार और रुतुराज गायकवाड़ को भी स्टैंड बाय खिलाड़ी के तौर पर टीम में रखा गया है.

बैंगलोर के खिलाफ चोटिल हो गए थे राहुल
आपको बता दें कि आईपीएल 2023 में बैंगलोर के खिलाफ फील्डिंग करते हुए लखनऊ के कप्तान केएल राहुल चोटिल हो गए थे . पहले रिपोर्ट्स आई की केएल आईपीएल से बाहर हुए है , लेकिन बाद में खबर आई कि वे वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल से भी बाहर हो गए है. फाइनल अगले महीने भारत और ऑस्‍ट्रेलिया के बीच 7 जून से लंदन के द ओवल मैदान में खेला जाएगा.

ईशान के चयन पर उठ रहे सवाल
किशन के चयन पर सवाल उठने भी शुरू हो गए है . सोशल मीडिया पर यूजर्स किशन के सिलेक्शन को भद्दा मजाक बता रहे हैं. फैंस बीसीसीआई की सेलेक्शन कमेटी और रोहित शर्मा पर भी फेवरेटिज्म का आरोप लगा रहे है. यूजर्स का कहना है कि रणजी में बेहतरीन प्रदर्शन वाले सरफराज को टीम में जगह क्यों नहीं दी गई? इसके अलावा फैंस साहा जैसे अनुभवी बल्लेबाज को टीम में न शामिल करने से खफा हैं. साहा आईपीएल में फूल फॉर्म में चल रहे है और उन्हें इंग्लैण्ड में खेलने का अनुभव है. ऐसे में फैंस का मानना था कि साहा इंग्लैण्ड़ में किशन से ज्यादा मददगार साबित होते.

 

 

 

 

फॉर्म से जूझ रहे किशन

ईशान किशन की हालिया फॉर्म कुछ खास नहीं चल रही है. उन्होंने 10 मैचों में 136 के स्ट्राइक रेट से मात्र 293 रन बनाएं है . मुंबई के इस विकेटकीपर बल्लेबाज के प्रदर्शन में निरंतरता भी नजर नहीं आई है. ऐसे में उनके सेलेक्शन पर सवाल उठना लाजमी भी है. ईशान के साथ एक और दिक्कत है कि उन्हें टेस्ट में खेलने का अनुभव भी नहीं है और टेस्ट चैंपियनशिप जैसे हाई प्रेशर मुकाबले में उन्हें उतारना कितना सहीं होगा , यह देंखने वाली बात होगी.

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