महाकुंभ का समापन….प्रसिद्ध उद्योगपति अडानी ने साझा किये अपने अनुभव और कही ये बड़ी बात…!
महाकुंभ सेवा के बाद प्रसिद्ध उद्योगपति गौतम अडानी ने अपने अनुभव साझा किए हैं। जिसमें अडानी ने वृद्ध मां से मिले आशीर्वाद को लेकर कहा कि यह ‘आत्मिक स्पर्श’ था। बता दें प्रसिद्ध उद्योगपति गौतम अडानी 21 जनवरी को अपने परिवार के साथ प्रयागराज पहुंचे थे। जहां महाकुंभ में त्रिवेणी संगम पर पवित्र स्नान और पूजन किया था। इस दौरान उन्होंने परिवार के सदस्यों के साथ इस्कॉन में महाप्रसाद और गीता प्रेस के पंडाल में श्रद्धालुओं को आरती संग्रह का वितरण भी किया। इस मौके पर गौतम अडानी ने वहां मौजूद एक वृद्ध महिला से हुई अपनी मुलाकात को याद किया है।
- महाकुंभ में की थी गौतम अडानी ने वृद्ध महिला से मुलाकात
- गौतम अडानी ने वृद्ध महिला से हुई मुलाकात को किया याद
- 21 जनवरी को परिवार के साथ प्रयागराज पहुंचे थे अडानी
- महाकुंभ में स्नान और किया था पूजन
- इस्कॉन में महाप्रसाद का किया था वितरण
- गीता प्रेस के पंडाल में किया था आरती संग्रह का वितरण
- महाकुंभ में अडानी समूह ने की थी श्रद्धालुओं की सेवा
- इस्कॉन के साथ हाथ मिलाकर कराया था भोजन उपलब्ध
- गीताप्रेस गोरखपुर के साथ एक करोड़ आरती संग्रह वितरित
- समूह की ओर से वृद्ध-महिलाओं और बच्चों के लिए मुफ्त गोल्फ कार्ट सेवा
प्रसिद्ध उद्योगपति गौतम अडानी ने महाकुंभ के समापन पर अपने अनुभव देश के दूसरे श्रद्धालुओं के साथ साझा किए है। अडानी ने कहा महाकुंभ 2025 में अडानी ग्रुप कीओर से भी अपने सेवा कार्य किया गया था। यहा सेवा कार्य ‘तेरा तुझको अर्पण’ की भावना से किया गया था।. इसके साथ ही उन्होंने देशभर के श्रद्धालुओं से कहा उनका मानना है कि जीव मात्र की सेवा ही ईश्वर के साक्षात्कार का सबसे श्रेष्ठ मार्ग है। महाकुंभ के दौरान ‘तेरा तुझको अर्पण’ की भावना को साकार करने का अवसर मिलता है। जहां हम अपनी जननी जन्मभूमि से मिले सब कुछ उसे समर्पित कर सकते हैं।
अडानी ने आगे यह भी कहा कि महाकुंभ के दौरान लाखों श्रद्धालुओं की सेवा कर वे स्वयं को धन्य मानते हैं। वास्तव में हमें सेवा करने वाला नहीं बल्कि सेवा ग्रहण करने वाला ही परमात्मा तक पहुंचने का अवसर देता है। जिन भाई-बहनों और साधु संतों की सेवा करने का पुण्य हमें प्राप्त हुआ। उन्हें वे करबद्ध नमन करते है। बता दें कि अडानी ग्रुप की ओर से महाकुंभ 2025 के मौके पर इस्कॉन के साथ मिलकर वहां हर दिन एक लाख श्रद्धालुओं को महाप्रसाद बांटा गया। इस तरह श्रद्धालुओं की सेवा का कार्य किया था।
अडानी ग्रुप ने की खास पहल
दरअसल प्रसिद्ध उद्योगपति और अडानी समूह के प्रमुख की ओर से इस बार महाकुंभ में अपने सभी कर्मचारियों के लिए भी महाकुंभ जाने की एक खास पहल की थी। गौतम अडानी ने इसे लेकर बताया कि महाकुंभ 2025 के दौरान अडानी परिवार में एक अनोखा प्रयोग किया गया था। ग्रुप ने अपने परिवार के सदस्यों के सामने महाकुंभ 2025 में अपनी अपनी सेवाएं देने के लिए ऑनलाइन आवेदन करने का विकल्प रखा था। कुछ ही घंटों में परिवार के हज़ारों सदस्यों ने इस पवित्र और महान काम के लिए खुद को समर्पित कर दिया। जिसके परिणामस्वरूप अडानी परिवार के पांच हजार से अधिक पारिवारिक सदस्यों को महाकुंभ 2025 के दौरान श्रद्धालुओं और कल्पवासियों की सेवा का सौभाग्य मिला। महाकुंभ जैसे बड़े और महाआयोजन में सेवा के जरिए परिवार के सदस्यों ने प्रबंधन से लेकर लीडरशिप, क्राइसिस हैंडलिंग और टीमवर्क जैसे व्यावहारिक पाठ भी सीखे।