नीतीश के प्रयासों में पटनायक का अड़ंगा,ये है पर्दे के पीछे की राजनीति

विपक्षी एकजुटता की जाजम पर बैठने से कतरा रहा है बीजू जनता दल

देशभर के राजनैतिक दलों की नजरें बिहार के सीएम नीतीश कुमार पर हैं। वे विपक्षी दलों को एकजुट करने के प्रयास कर रहे हैं। इसके लिए विभिन्न दलों के नेताओं से लगातार मिल रहे हैं। कोई उनके साथ हो जाता है तो कोई दुविधा में पड़ जाता है। कुछ इसी तरह की दुविधाओं में ओड़ीसा के मुख्यमंत्री और बीजू जनता दल के संस्थापक नवीन पटनायक फंसे हुए हैं।

           पीएम से मुलाकात के बाद सीएम पटनायक ने दिया झटका
           ओडिशा सीएम से मुलाकात के बाद शरद पवार से मिले थे नीतीश
           पीएम से औपचारिक मुलाकात का किया था दावा
.             समर्थन जुटाने में दूसरे दल नहीं दिख रहे सक्रिय
            एकला चलो की नीति पर चलेंगे पटनायक

सीएम नवीन पटनायक लगातार नीतीश कुमार से कन्नी काट रहे हैं। उन्होंने अभी तक नीतीश को ऐसा कोई भरोसा नहीं दिलाया है कि वे उनके साथ रहेंगे या नहीं रहेंगे। हालांकि नीतीश चाहते हैं कि किसी भी तरह बीजू जनता दल का उन्हे समर्थन मिल जाए। इधर भारतीय जनता पार्टी भी सियासी गोटियां फेंकने में कम नहीं है।

इधर एकजुटता का पाठ उधर सपाट

हाल ही में विपक्षी गठबंधन के लिए निकले नीतीश कुमार ने मराठा क्षत्रप शरद पवार से मुलाकात की। इधर नीतीश भाजपा को मात देने के लिए फॉर्मूला समझा रहे थे,उधर ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात के बाद साफ कर दिया कि वे किसी के साथ नहीं जाएंगे। उनकी पार्टी बीजू जनता दल अपने दम पर ओडिशा में लोकसभा चुनाव लड़ेगी। विपक्षी गठबंधन के नीतीश-प्रयास को ये पहला बड़ा झटका माना जा रहा है। ओडिशा में नवीन पटनायक से लंबी मुलाकात के बाद ही नीतीश कुमार ने शरद पवार से मिलने के लिए मुंबई का रुख किया था। शरद पवार से मिलने के बाद नीतीश कुमार ने दावा किया था कि वे विपक्षी दलों को साथ लाने का प्रयास कर रहे हैं।

पटनायक एकला चलो रे की नीति पर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात को भले ही ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक एक औपचारिक मुलाकात की संज्ञा दी लेकिन इस मुलाकात का बडा सियासी मतलब निकाला जा रहा है। सूबाई राजनीति में नवीन पटनायक एकला चलो रे की नीति अपनाते रहे हैं, लेकिन केंद्रीय स्तर पर कोई मसला संसद के भीतर या बाहर होता है तो उनकी पार्टी परोक्ष या अपरोक्ष रूप से भाजपा का साथ देती है। बीजू जनता दल पूर्व में भाजपा नेतृत्व वाले राजग गठबंधन का हिस्सा रही है। कुछ समय से ओडिशा में भाजपा बेहद आक्रामक तरीके से प्रचार प्रसार कर रही थी, माना जा रह है उसी की काट के लिए कुछ समय के लिए विपक्षी गलबहियां कर नवीन पटनायक ने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को मैसेज देने का काम किया था।

विपक्षी दलों से मुलाकात नहीं करेंगे पटनायक

मीडियाकर्मियों के बार बार पूछने पर नवीन पटनायक ने प्रधानमंत्री से मुलाकात को लेकर इतना जरूर बताया कि वे चाहते हैं कि भुवनेश्वर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अडडा की शिफ्टिंग पुरी हो जाए,उन्होंने कहा कि प्रधानंत्री ने आश्वस्त किया है कि वे हर संभव सहायता करेंगे। तो क्या विपक्षी दलों के अन्य नेताओं से मुलाकात की कोई योजना है? क्यों कि पश्चिम बंगाल की मुख्यंत्री ममता बनर्जी ने भी उनसे मुलाकात की थी? ओडिशा के सीएम ने दो टूक कहा कि वे न किसी से मिलने की मंशा रखते हैं और न ही ऐसी कोई योजना है। अभी तक विपक्षी दलों की ओर से बुलाये गये किसी भी बैठक में बीजद के नेता शामिल नहीं हुए हैं।

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