लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में यूपी की इन 10 सीटों पर करीब 100 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। जहां पर 7 मई को वोटिंग होगी। इस तीसरे चरण में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवारों के साथ-साथ मुलायम सिंह यादव परिवार के सदस्यों को भी अग्निपरीक्षा देना होगी। वहीं बीजेपी के प्रत्याशियों के साथ-साथ यूपी की योगी सरकार में मंत्रियों की साख भी दांव पर है। केन्द्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल आगरा सीट से चुनावी मैदान में हैं तो योगी सरकार में मंत्री जयवीर सिंह के साथ अनूप वाल्मीकि को भी तीसरे चरण में परीक्षा के दौर से गुजरना होगा। इतना ही नहीं योगी सरकार के 7 मंत्रियों पर उनके अपने क्षेत्र की लोकसभा सीटों पर पार्टी प्रत्याशी को जिताने की टॉस्क मिल चुका है। अब 4 जून को ही साफ होगा कि तीसरे चरण के टेस्ट में कौन बेस्ट होगा।
- मैदान में मोदी सरकार के मंत्री, परीक्षा योगी सरकार के मंत्रियों की
- तीसरे चरण के मैदान में मोदी सरकार के मंत्री एसपी सिंह बघेल
- एसपी सिंह बघेल के साथ योगी के दो मंत्रियों की अग्निपरीक्षा
- आगरा सुरक्षित लोकसभा सीट से बघेल दूसरी बार लड़ रहे चुनाव
- बघेल के सामने सपा के सुरेश चंद कर्दम और बसपा की पूजा अमरोही
- जूता कारोबारी हैं सपा प्रत्याशी सुरेश चंद कर्दम
- कर्दम साल 2000 में आगरा से महापौर का चुनाव लड़ चुके हैं
- कांग्रेस की नेता सत्या बहन की पुत्री हैं पूजा अमरोही
- तीसरे चरण में एसपी बघेल की भी परीक्षा
- बघेल के साथ दांव पर योगी सरकार के दो मंत्रियों की साख
- मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय को साबित करना होगा राजनीतिक कौशल
- आगरा लोकसभा इलाके की विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक हैं उपाध्याय
- विधायक और मंत्री होने के नाते बघेल को चुनाव में जिताने का जिम्मा
- आगरा निवासी हैं योगी सरकार के राज्य मंत्री धर्मवीर प्रजापति
- मंत्री प्रजापति की साख भी आगरा सीट के चुनावी नतीजे से जुड़ी
बीजेपी का गढ़ बन चुके उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव का रण अपने पूरे शबाव पर है। यहां तीसरे चरण में 7 मई को लोकसभा की 10 सीटों पर मतदान होगा। वेस्ट यूपी की इन 10 सीटों में आगरा, हाथरस, संभल, फिरोजाबाद, मैनपुरी, फतेहपुर सिकरी, एटा,बदायूं, बरेली और आंवला सीट शामिल है। जहां मतदाता आने वाले 5 साल के लिए अपने सांसद को का चुनाव करेंगे। पिछली बार साल 2019 में हुए लोकसभा के चुनाव में इन 10 सीटों में से दो सीट मैनपुरी और संभल पर समाजवादी पार्टी ने जीत दर्ज की थी। बाकी आठ सीटों पर भाजपा के प्रत्याशियों ने परचम लहराया था। इन लोकसभा सीटों पर जहां केंद्र और यूपी की योगी सरकार के कई मंत्रियों की सांख दाव पर है तो वहीं अखिलेश यादव के परिवार का वर्चस्व बना रहेगा या खत्म होगा इसके इम्तिहान की भी घड़ी आ गई है। इन 10 सीटों पर जीत के लिए सियासी जंग तेज हो गई है। राजनीतिक दल के नेता सियासी मंच से अपने विरोधियों पर तीखा हमला करते नजर आ रहे हैं।
त्रिकोणिय मुकाबले में फंसे एसपी सिंह बघेल
आगरा लोकसभा सीट से इस बार फिर से केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल को भाजपा ने चुनाव मैदान में उतारा है। जबकि उनके सामने समाजवादी पार्टी के सुरेश चंद्र कर्दम और बीएसपी की पूजा अमरोही हैं। कारोबारी सुरेश चंद आगरा के महापौर का चुनाव भी लड़ चुके हैं। वहीं पूजा अमरोही कांग्रेस की राज्यसभा सदस्य सत्या बहन की बेटी हैं। ऐसे में एसपी सिंह बघेल पर दूसरी बार आगरा सीट पर कमल खिलाने का दबाव है। वहीं तीसरे चरण में फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट से योगी सरकार में महिला कल्याण विकास मंत्री बेबी रानी मौर्य चुनाव मैदान में उतरी हैं। बेबी रानी फतेहपुर लोकसभा क्षेत्र की ग्रामीण विधानसभा सीट से विधायक भी हैं।
वहीं योगी सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय आगरा लोकसभा सीट में शामिल दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी के विधायक हैं। योगेंद्र पर अपने इलाके से बीजेपी उम्मीदवार एसपी सिंह बघेल को जिताने की जिम्मेदारी है। आगरा के रहने वाले नागरिक और होमगार्ड राज्यमंत्री धर्मवीर प्रजापति की साख भी आगरा लोकसभा सीट से जुड़ी हुई है। वहीं योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह आंवला विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी की विधायक हैं उन पर आंवला लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी को जीत दिलाने की जिम्मेदारी है।