जब भी किसी नेता पर भ्रष्टाचार के खिलाफ शिकंजा कसा जाता है तो एक ही जवाब आता है कि राजनीति के चलते फंसाया जा रहा है। पंजाब में भी कुछ इसी तरह का मामला सामने आया है। यहां पूर्व उप मुख्यमंत्री ओमप्रकाश सोनी विजिलेंस के शिकंजे में हैं। वजह ये है कि उन्होंने अपनी आय से अधिक खर्च किया है। मतलब आमदनी अठन्नी तो खर्च डेढ़ रुपया कैसे हो गया। यही सवाल तो विजिलेंस डिप्टी सीएम से पूछ रहा है। जिसका जवाब शायद उनके पास नहीं है। जिसके कारण उन्हें गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच की जा रही है। पता लगाया जा रहा है कि आखिरी रकम आई कहां से हैं।
सफाई में क्या बोले सोनी
आय से अधिक मामले में गिरफ्तार सोनी पहले ही कहते रहे है कि ये पूरी कार्रवाई सिर्फ राजनीति से प्रेरित है और मुझे फंसाने की कोशिश की जा रही है। आपको बता दें कि पंजाब को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए पंजाब में अभियान चलाया जा रहा है। जिसके चलते मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के साफ निर्देश है कि भ्रष्टार के खिलाफ सख्त कार्रवाई होना चाहिए। इसी कार्रवाई के तहत ओम प्रकाश सोनी को गिरफ्तार किया गया है।
क्या था मामला
पंजाब के पूर्व उप मुख्यमंत्री ओमप्रकाश सोनी ने जिस तरह से आय और व्यय का विवरण दिया है उसमें कई तरह खामियां पाई गईं हैं। विजिलेंस टीम के प्रवक्ता के मुताबिक 1 अप्रैल 2016 से 31 मार्च 2022 तक डिप्टी सीएम सोनी की कुल आय 4 करोड़ 52 लाख 18 हजार 7 सौ 71 रुपए थी,जबकि उनकी तरफ से 12 करोड़ 48 लाख 42 हजार 6 सौ 92 रुपए खर्च किए गए हैं। सोनी ने अपनी आय से अधिक 7 करोड़ 96 लाख 23 हजार 9 सौ 21 रुपए यानी 176 प्रतिशत से अधिक का खर्चा किया है। आय से अधिक खर्च कैसे हुआ और कहां से आया? इसी पर मामला गर्माया हुआ है।
लंबे समय से थी विजिलेंस टीम की नजर
पूर्व उप मुख्यमंत्री ओम प्रकाश सोनी पर विजिलेंस की लंबे समय से नजर थी। उनके मामले की जांच भी चल रही थी। कई लोगों से पूछतांछ करने के बाद उन्हे गिरफ्तार किया गया है। अधिकारी के मुताबिक सोनी ने अपनी पत्नी सुमन सोनी और बेटे राघव सोनी के नाम पर भी कई तरह की संपत्तियां बनाई हुई हैं। जिसके तहत कई संपत्तियों की पड़ताल की जा रही है और उनके सभी मामलों के दस्तावेज देखे जा रहे है।