देश जहां बुलेट ट्रेन के दावे किए जा रहे हैं वहीं बढ़ते रेल हादसे चिंता बढ़ा रहे हैं। पिछले दस सालों के आंकड़े देखें तो करीब 500 से अधिक लोग हादसों का शिकार होकर अपनी जान गंवा बैठे हैं। हाल ही में कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस के बेपटरी होने और एक मालगाड़ी के टकराने से हुए इस रेल हादसे में 230 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई।
पिछले दस सालों के बड़े रेल हादसे
वर्ष 2011
सात जुलाई 2011 को उत्तर प्रदेश के एटा जिले में छपरा-मथुरा एक्सप्रेस की एक बस से टक्कर हो गई थी। इस घटना में 69 लोगों की जान चली गई थी, जबकि कई अन्य घायल भी हुए थे। यह हादसा देर रात 1.55 बजे हुआ था। बताया जाता है कि ट्रेन काफी तेज गति पर थी और क्रॉसिंग पर बस से टकराने के बाद उसे आधा किलोमीटर तक घसीटती चली गई।
वर्ष 2012
22 मई को हुए रेल हादसे में एक मालगाड़ी और हुबली-बैंगलोर हम्पी एक्सप्रेस आंध्र प्रदेश के करीब टकरा गई थी। ट्रेन के चार डिब्बों के पटरी से उतरने और उनमें से एक में आग लगने के कारण लगभग 25 लोगों की मौत हो गई थी और लगभग 43 घायल हो गए थे।
वर्ष 2014
26 मई को उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर इलाके में गोरखपुर की ओर जा रही गोरखधाम एक्सप्रेस खलीलाबाद स्टेशन के पास रुकी मालगाड़ी से टकरा गई थी, जिससे उस हादसे में 25 लोगों की मौत हो गई थी और 50 से ज्यादा घायल हो गए थे।
वर्ष 2016
20 नवंबर को इंदौर-पटना एक्सप्रेस 19321 के 14 कोच उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर से 100 किमी दूर पुखरायां के करीब पटरी से उतर गए थे, इस हादसे में 150 यात्रियों की मौत हो गई थी और 150 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे।
वर्ष 2017
23 अगस्त को दिल्ली की ओर आ रही कैफियत एक्सप्रेस के नौ डिब्बे उत्तर प्रदेश के औरैया के पास पटरी से उतर गए, जिससे करीब 70 लोग घायल हो गए थे। 18 अगस्त को पुरी-हरिद्वार उत्कल एक्सप्रेस उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में पटरी से उतर गई थी, जिसमें 23 लोगों की मौत हो गई थी और लगभग 60 अन्य घायल हो गए थे।
वर्ष 2022
13 जनवरी को बीकानेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस के करीब 12 डिब्बे पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार क्षेत्र में पटरी से उतर गए थे। इस हादसे में नौ लोगों की मौत हो गई थी और 36 अन्य घायल हो गए थे।
वर्ष 2023
यह अब तक का सबसे बड़ा रेल हादसा है। दो जून को ओडिशा के बालासोर जिले में कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस के बेपटरी होने और एक मालगाड़ी के टकराने से हुए इस रेल हादसे में 230 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई जबकि 900 से ज्यादा यात्री घायल बताए जा रहे हैं।