सीधी जिले में हुए पेशाब कांड से पूरे देश में गुस्सा था। सोशल मीडिया पर क्या कुछ नहीं कहा गया। राज्य की शिवराज सरकार ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया और एनएसए के साथ प्रकरण दर्ज करवा दिया। आरोपी प्रवेश शुक्ला के घर बुल्डोजर भी चल गया है। इसके बाद घटना से व्यथित राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी काफी दुखी थे। उन्होंने अपनी पीड़ा को कम करने के लिए गुरुवार को पीड़ित दशमत को सीएम हाउस बुलाया। उसके पैर धोए,शॉल श्रीफल से सम्मानित किया। इसके बाद उन्होंने कहा कि इस घटना से मैं काफी दुखी था। आज मैंने माफी मांग कर खुद की पीड़ा कम करने की कोशिश की है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने माफी मांग
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने ट्वीट कर लिखा, ‘मन दुखी है। दशमत जी आपकी पीड़ा बांटने का यह प्रयास है। मैं आपसे माफी भी मांगता हूं, मेरे लिए जनता ही भगवान है।’ सीएम चौहान ने पीड़ित आदिवासी दशमत का हाथ पकड़ा और सीएम हाउस ले गए। फिर उन्होंने कुर्सी पर बैठाया,पांव धोए और आरती उतारकर तिलक लगाया और शॉल श्रीफल से सम्मान किया। इसके बाद पीड़ित दशमत को स्मार्ट सिटी ले गए जहां पौधरोपण किया।
प्रवेश शुक्ला ने की थी अमानवीयता
बता दें कि नशे में धुत आरोपी प्रवेश शुक्ला ने सीढ़ियों पर बैठे एक आदिवासी युवक पर सिगरेट पीते हुए पेशाब की थी। आरोपी भाजपा विधायक केदार शुक्ला का प्रतिनिधि था। घटना की वीडियो वायरल हुआ और मामले ने तूल पकड़ लिया।
डैमेज कंट्रोल का प्रयास
इस पूरे घटनाक्रम में भाजपा डैमेज कंट्रोल करती नजर आई। चॅूकि इसी साल मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होना है। और भाजपा लगातार आदिवासियों को साधने में लगी है। ऐसे में पेशाब कांड का वीडियो वायरल हुआ और आरोपी भाजपा नेता निकला। सोशल मीडिया से लेकर कांग्रेस ने इस मुद्दे पर सरकार को घेरना शुरु कर दिया। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस का आरोप है कि पीड़ित दशमत को पुलिस ने बंधक बना लिया और हीं जाने नहीं दिया।