दिल्ली का बहुचर्चित शराब घोटाला दिल्ली की सरकार और आम आदमी पार्टी की गले की हड्डी बना गया है। आबकारी नीति घोटाले में अरविंद केजरीवाल से पहले AAP के दिग्गज नेता और दिल्ली के पूर्व सीएम मनीष सिसोदिया के साथ पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह की गिरफ्तारी हो चुकी है। इसके अलावा इस चर्चित घोटाले में बीआरएस विधायक के कविता को भी गिरफ्तार किया जा चुका है। अब इसके बाद वहीं हुआ जिसका अंदेशा काफी पहले से आम आदमी पार्टी के नेता और सीएम केजरीवाल लगा रहे थे। प्रवर्तन निदेशालय ED ने गुरुवार की रात को सीएम अऱविंद केजरीवाल को भी गिरफ्तार कर लिया। इस गिरफ्तारी से पहले ईडी की टीम सीएम आवास पर आई थी। काफी देर तक तलाशी ली। इसके बाद केजरीवाल से पूछताछ भी की गई। पूछताछ के बाद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया गया।
- अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर भड़की आप
- आप को आशंका एलजी कर सकते हैं सरकार भंग करने की सिफारिश
- ‘AAP’ का देशव्यापी प्रदर्शन
- गिरफ्तारी के बाद ईडी दफ्तर में बढ़ाई सुरक्षा
- केजरीवाल के परिवार से की राहुल गांधी ने बात
- फोन पर की केजरीवाल के परिवार से राहुल गांधी ने बात
- परिवार से मिल सकते हैं राहुल गांधी
- आम आदमी पार्टी उत्तर प्रदेश का विरोध प्रदर्शन
- केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन
- विरोध प्रदर्शन करते हुए भाजपा कार्यालय का करेंगे घेराव
जिस तरह पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और सांसद संजय सिंह को गिरफ्तार किया गया था ठीक उसी तरह केजरीवाल को भी गिरफ्तार किया गया। सिसोदिया की गिरफ्तारी से पहले सीबीआई की टीम ने काफी देर तक उनके घर में छापेमारी की थी। लंबी पूछताछ के बाद आखिर में उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। कुछ इसी तरह संजय सिंह को भी गिरफ्तारी से पहले भी ईडी की टीम ने छापेमारी की। फिर उन्हें गिरफ्तार किया गया। दरअसल यह शराब घोटाला है क्या और कैसे केजरीवाल से लेकर बीआरएस विधायक के कविता तक इसकी आंच पहुंच गई।
केजरीवाल से के कविता तक गिरफ्तार
दिल्ली के कथित शराब घोटाला में अब तक कई नेता गिरफ्तार हुए हैं। बता दें 2021-22 में केजरीवाल सरकार ने आबकारी नीति बनाई थी। 2022 में दिल्ली के मुख्य सचिव ने कथित भ्रष्टाचार की रिपोर्ट एलजी को सौंपी थी। दिल्ली के एलजी ने सीबीआई जांच की सिफारिश की थी। इस मामले में फरवरी 2023 में पहली गिरफ्तारी तत्कालीन डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की हुई थी। पूछताछ के बाद उनका को गिरफ्तार किया गया था। अक्टूबर 2023 में ईडी ने इसी मामले में लंबी पूछताछ के बाद सांसद संजय सिंह को गिरफ्तार किया। इतना ही नहीं केसीआर की बेटी और बीआरएस विधायक के कविता को ईडी ने 15 मार्च को इसी मामले में गिरफ्तार किया है। अब 21 मार्च को ईडी ने दिल्ली के सीएम केजरीवाल को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। दिल्ली की केजरीवाल सरकार की ओर से आबकारी नीति 2021-22 तैयारी की गई थी। 17 नवंबर 2021 को केजरीवाल सरकार की ओर से जब नीति बनाई तब दावा था कि इससे दिल्ली सरकार के राजस्व में इजाफा होगा। नीति के तहत दिल्ली को करीब 32 जोन में बांटा गया। हर जोन में शराब की 27 दुकानें खोलने की बात कही गई। नीति के अनुसार शराब दुकानों को निजी कर दिया गया था। उस समय दिल्ली सरकार का ने तर्क दिया था कि इससे राज्य को करीब 3500 करोड़ रुपये के राजस्व लाभ होगा। सरकार की ओर से शराब दुकान के लाइसेंस की फीस बढ़ाई गई थी। लेकिन जुलाई 2022 में दिल्ली के सीएस ने उप राज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को आबकारी नीति में कथित भ्रष्टाचार से संबंधित एक रिपोर्ट भेजी थी। रिपोर्ट में आरोप लगाया था कि आबकारी नीति के माध्यम से तत्कालीन डिप्टी सीएम ने रिश्वत ली है। साथ ही अपने पसंदीदा शराब कारोबारियों को लाभ पहुंचा गया है। इससे सरकार को राजस्व का नुकसान भी हुआ है। इस रिपोर्ट बाद में एलजी ने घोटाले की जांच सीबीआई की सिफारिश केंद्रीय गृहमंत्रालय से की थी।
पहले मनीष सिसोदिया हुए गिरफ्तार
सीबीआई की जांच के दौरान दावा किया गया था कि आबकारी नीति से दिल्ली सरकार को करीब 144.36 करोड़ का नुकसान हुआ है। जांच एजेंसियों ने यह भी दावा किया कि आबकारी नीति में जमकर भ्रष्टाचार हुआ है। कुछ लाइसेंस धारकों को अनुचित लाभ प्रदान किया गया। इसमें लाइसेंस शुल्क को माफ किया गया। इसके बदले में रिश्वत के तार पर मोटी रकम वसूली गई थी। सीबीआई ने इस जांच के बीच आप नेता मनीष सिसोदिया के कई ठिकानों पर छापे मारे। इसके बाद 26 फरवरी 2023 को पूछताछ के बाद तत्कालीन डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया था। इसमें प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने भी घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत इस मामले में जांच शुरू करते हुए सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया। जांच एजेंसियों की जांच में कई लोगों को आऱोपी बनाया। उनकी गिरफ्तारी भी की गई। इस सबके बीच इस घोटाले में आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह को गिरफ्तार किया गया। ईडी ने दावा किया कि संजय सिंह मनी लॉन्ड्रिंग और आरोपियों की मदद करने में शामिल रहे थे। पिछले साल 2023 में ईडी की टीम ने संजय सिंह के ठिकानों पर भी छापेमारी की और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। ईडी की चार्जशीट में कहा कि शराब घोटाले के एक दूसरे आरोपी और कारोबारी दिनेश अरोड़ा ने सीएम अरविंद केजरीवाल के आवास पर एक बैठक की थी। बैठक में संजय सिंह भी मौजूद रहे थे। ईडी ने चार्जशीट में लिखा कि सांसद संजय सिंह के कहने पर ही दिनेश अरोड़ा ने दिल्ली के कई रेस्तरां मालिकों से चर्चा की। फिर उसने 32 लाख रुपये का चेक भी सौंपा।
आरोपों के घेरे में के. कविता
दिल्ली शराब घोटाले की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ती गई बड़े चेहरे उजागर होते गए। इन्हीं में बीआरएस नेता के. कविता भी शामिल हैं। के.कविता पर यह आरोप है कि वे केजरीवाल सरकार की आबकारी नीति में अहम भूमिका अदा करने वाले साउथ लॉबी का हिस्सा थीं। यह भी आरोप है कि घोटाले के आरोपी विजय नायर को कथित रूप से सौ करोड़ रुपये की रिश्वत साउथ ग्रुप से दी गई थी। इस मामले में सीबीआई की टीम ने अकाउंटेंट बुचीबाबू गोरंतला को गिरफ्त में लिया था। ईडी ने भी बुचीबाबू से लंबी पूछताछ की थी। बुचीबाबू ही के कविता का बैंक अकाउंट संभालता था। यह भी बताया जाता है कि इस में मामले में आरोपी रामचंद्रन पिल्लई ने जांच एजेंसी को जानकारी दी थी के. कविता और आम आदमी पार्टी के बीच समझौते के तहत 100 करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ था।
ईडी ने भेजे केजरीवाल को 9 समन
ED ने शराब घोटाले में दिल्ली के सीएम केजरीवाल को पूछताछ के लिए 9 समन भेजे। सबसे पहला समन 2 नवंबर 2023 को भेजा था। उन पर आरोप है कि आबकारी नीति जब तैयार की गई थी तब इस घोटाले से जुड़े कई आरोपी अरविंद केजरीवाल के लगातार संपर्क में थे। ईडी चार्जशीट में दावा किया है कि भारत राष्ट्र समिति की नेता के.कविता का अकाउंटेंट बुचीबाबू ने पूछताछ यह स्वीकार किया है कि के कविता, सिसोदिया और अरविंद केजरीवाल के बीच राजनीतिक समझौता हुआ था।