Earthquake in Turkey :तुर्की और सीरिया सोमवार तड़के 7.8 तीव्रता का भूकंप आया, जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियो साइंसेज ने कहा तुर्की में उच्च स्तरीय आपातकाल घोषित कर दिया गया है क्योंकि भूकंप से बड़े पैमाने पर तबाही की आशंका है। भूकंप काफी तेज था। तुर्की में अब तक 53 लोगों के मारे जाने की भी खबर है। यहां कई इमारतें भी ढह गईं। उधर, सीरिया में अब तक 42 लोगों की मौत हो गई। जबकि कई इमारतें गिर गईं। मरने वालों की संख्या और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। इसके अलावा लेबनान और इजराइल में भूकंप के झटके महसूस किए गए।
अमेरिकी भू-भर्गीय सर्वेक्षण के मुताबिक भूकंप के बाद मध्य तुर्की में काफी देर तक झटके महसूस किए गए। पहले भूकंप के बाद 7.8 की तीव्रता वाला एक और भूकंप आया जो कि 9.9 किलोमीटर दूर था। यह भूकंप 11 मिनट बाद ही आया। अभी तक इस भूकंप की वजह से कई लोगों के मारे जाने की खबरें हैं। बताया जा रहा है कि 16 बिल्डिंग्स इस घटना में गिर गई हैं। माना जा रहा है कि कई लोग इसमें गंभीर रूप से घायल हो सकते हैं। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने कहा कि भूकंप गजियांटेप से लगभग 33 किलोमीटर दूर, सीरिया की सीमा के करीब केंद्रित था, और जमीन से लगभग 24 किलोमीटर नीचे था। यह 18 किलोमीटर गहराई में केंद्रित था।
- तुर्की और सीरिया सोमवार तड़के 7.8 तीव्रता का भूकंप
- लेबनान और इजराइल में भूकंप के झटके
- गजनीतेप प्रांत के नूरदागी में लगे भूकंप के झटके
- तड़के चार बजकर 17 मिनट पर आया पहला झटका
- भूकंप के 11 मिनट बाद फिर भूकंप
- तड़के 7.8 तीव्रता का आया भूकंप
- 100 की मौत,बढ़ सकती है मरने वालों की संख्या
- भूकंप की वजह से ढह गए कई अपार्टमेंट्स
रिपोर्ट में कहा गया है कि भूकंप के बाद देश के दक्षिण और उत्तरी सीरिया में भी कम से कम 100 लोग मारे गए। मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि बड़ी संख्या में इमारतें फंसी हुई हैं। आंतरिक मंत्री सुलेमान सोयलू ने कहा कि भूकंप के कम से कम छह झटके महसूस किए गए और उन्होंने लोगों से जोखिम के कारण क्षतिग्रस्त इमारतों में प्रवेश नहीं करने का आग्रह किया। राजधानी अंकारा समेत सीरिया, लेबनान, ग्रीस और जॉर्डन में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। सीरिया में इमारतें ढह गई हैं।
कुछ ही मिनटों के बाद लगा दूसरा झटका
फिलीस्तीन और इजरायल के बीच स्थित गाजा पट्टी से खबर है कि करीब 45 सेकेंड तक भूकंप के झटके महसूस किए गए। वहीं कुछ ही मिनटों के बाद दूसरा भूकंप आया। इस भूकंप की वजह से सीरिया में भी कई इमारतें गिर गई हैं। स्थानीय समय के मुताबिक भूकंप तड़के 4 बजकर 17 मिनट पर आया। कई आफ्टरशॉक्स ने तुर्की के बड़े भूकंप का अनुसरण किया। भूकंप के 11 मिनट बाद 6.7 तीव्रता का दूसरा भूकंप भी आया। इसका केंद्र जमीन से 9.9 किलोमीटर नीचे था। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे फोटो और वीडियो को देखकर कई लोगों के मारे जाने की आशंका जताई जा रही है। हालांकि, सरकार ने आधिकारिक रूप से जानमाल के नुकसान को लेकर कोई जानकारी नहीं दी है।
गजियांटेप में रहते हैं सीरियाई शरणार्थी
भूकंप के केंद्र के पास गजियांटेप शहर में कई सीरियाई शरणार्थी रहते हैं। शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र आयुक्त के अनुसार, तुर्की में दुनिया में शरणार्थियों की सबसे बड़ी संख्या है। इनमें से 35 लाख सीरियाई शरणार्थी हैं। गजियांटेप से ही उनकी मदद के लिए बड़े ऑपरेशन चलाए जाते हैं। तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन ने ट्विटर पर कहा कि भूकंप से प्रभावित क्षेत्रों में “खोज और बचाव दलों को तुरंत भेजा गया है। उन्होंने अपना काम शुरु कर दिया है।
भूकंप के लिए संवेदनशील है तुर्की
भूकंप से कई भवनों को नुकसान पहुंचा है। बता दें तुर्की भूकंप के प्रति बेहद संवेदनशील माना जाता है। इससे पहले 02 नवंबर 1999 में जबरदस्त भूकंप आया था। जिसमें लगभग 800 लोग मारे गए थे।
भूकंप में 17,000 लोगों की हुई थी मौत
साल 1999 के अगस्त में देश के उत्तर-पश्चिम हिस्से में आये एक अन्य शक्तिशाली भूकंप में 17,000 लोग मारे गये थे। अधिकारियों ने बताया कि 1999 के भूकंप के बाद इलाके में करीब 80 प्रतिशत भवनों का पुनर्निर्माण कराया गया था। तुर्की एक बड़ी भ्रंश रेखा पर स्थित है और देश में अक्सर भूकंप का झटका महसूस किया जाता है।