पहले अतीक अब उसके हत्यारों से क्यों परेशान है यूपी पुलिस
लगता उत्तर प्रदेश पुलिस के नसीब में आम जनता से ज्यादा अपराधियों की सुरक्षा करना ही लिखा है। अपराधी भी कोई मामूली नहीं,बल्कि ऐसे धुरंधर जिनके नाम सुनते रुह कांप जाती है। पहले डॉन माफिया अतीक अहमद और अशरफ की सुरक्षा को लेकर यूपी पुलिस परेशान थी और ऐन वक्त पर पूरी की पूरी सुरक्षा धरी रह गई, जब मीडिया के सामने तीन आरोपियों ने दोनों को छलनी कर दिया। अब इन तीनों आरोपियों की सुरक्षा बड़ी चुनौती है। चॅूकि अतीक और अशरफ की सुरक्षा में हुई चूक का कलंक यूपी पुलिस पर लग रहा है इसलिए ये बड़ी जिम्मेदारी हो गई है कि नैनी जेल में कहीं कोई ऐसी गलती न हो जो पुलिस के लिए समस्या बन जाए। यही कारण है कि अब यूपी पुलिस फूंक फूंककर कदम रख रही है।
. अत्याधुनिक सुरक्षा व्यवस्था के बीच रखे गए अतीक की हत्या के आरोपी
. नैनी जेल में हैं तीनो आरोपी
. इसी जेल में अतीक का बेटा अली है
. अतीक के कई गुर्गे भी इसी जेल में हैं
. तीनों आरोपियों को इन गुर्गो से बचाना बड़ी चुनौती
नैनी सेंट्रल जेल में अतीक की हत्या के आरोपी लवलेश तिवारी,मोहित उर्फ सन्नी और अरुण मौर्य को हाई सिक्यूरिटी के साथ अलग ही सेल में रखा गया है। इसी जेल में अतीक का बेटा अली और उसके कई गुर्गे भी बंद है। माना जा रहा है कि ये गुर्गे कहीं तीनों आरोपियों पर हमला न कर दें, इसके लिए काफी सावधानी रखी जा रही है। जेल प्रशासन इनकी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर फूंक फूंककर कदम रख रहा है। यहां हाईटेक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। जिस पर जेल स्टाफ सहित वरिष्ठ अधिकारी नजर रख रहे हैं। आपको बता दें कि उमेश पाल हत्याकांड में अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता भी सहआरोपी है। इनके पांच बेटों में से एक असद का हाल ही में यूपी एसटीफ ने एनकाउंटर किया है।
अतीक पांच बार रहा विधायक
साल 1989 तक अपने क्षेत्र में अतीक ने काफी दबदबा बना लिया था जिसके चलते इलाहाबाद के वेस्ट से विधायक बन गया। अपनी दहशत की दम पर अतीक पांच बार यहां से विधायक बना। समाजवादी पार्टी ने अतीक को अपने टिकट पर 2004 में लोकसभा का उम्मीदबार बनाया जिससे वह चुनाव जीतकर लोकसभा में सांसद बन गया।
किसी से भी भिड़ता था अतीक
नैनी जेल में अतीक और उसका बेटा दोनों थे। अतीक कई बार अपने बेटे अली से मिलने के लिए जिद करता रहा है। लेकिन नियमों के मुताबिक उसे उसके बेटे से नहीं मिलने दिया गया। इस पर कई बार उसने बंदी रक्षकों से न केवल बहस की बल्कि उनसे हाथापाई करने पर भी उतारु हो गया था।
मुख्यमंत्री सहित मंत्रियों की बढ़ी सुरक्षा
अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बाद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित पूरी कैबिनेट की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य सहित सभी मंत्रियों की सुरक्षा चौकन्नी की गई है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सीएम और डिप्टी सीएम सहित किसी भी मंत्री से किसी को मिलने नहीं दिया जा रहा है।
प्रयागराज में चप्पे चप्पे पर तैनात सुरक्षाकर्मी
प्रयागराज में चप्पे चप्पे पर सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए है। पूरे राज्य में धारा 144 लगा दी गई है। प्रयागराज में पुलिस पूरी रात पहरेदारी कर रही है। रास्ते में जो भी मिलता है उससे पूछतांछ कर उसकी आईडी देखी जा रही है।
केंद्र को भेजी रिपोर्ट
अतीक अशरफ मर्डर केस को लेकर यूपी सरकार ने केंद्रीय सरकार को अपनी रिपोर्ट भेज दी है। केन्द्र सरकार भी उत्तर प्रदेश की एक एक गतिविधि पर नजर रख रही है। इधर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार अधिकारियों से हर दो घंटे में रिपोर्ट ले रहे हैं।