PK के वायरल ऑडियो का पूरा सच कुछ और है, जानकर रह जाएंगे हैरान

PK के वायरल ऑडियो का पूरा सच कुछ और है, जानकर रह जाएंगे हैरान

इन दिनों धूम मची है सोशल मीडिया और मीडिया दोनों पर, वो है एक ऑडियो की. जिसका ऑडियो है वो दावा कर रहा है कि ये आधा है, लेकिन एक धड़ा उस आधे ऑडियो को पूरा सच मान रहा है.

प्रशांत किशोर का ऑडियो-

अब तक आप समझ गए होंगे हम बात कर रहे हैं, टीएमसी के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की. क्लब हाउस पत्रकारों के साथ प्रशांत किशोर के ऑडियो का लीक होना और तब से लगातार सोशल मीडिया पर ऑडियो की गूंज होना.

प्रशांत किशोर ने की मोदी की तारीफ-

वायरल ऑडियो में प्रशांत किशोर लगातार ये बोल रहे हैं कि मोदी लोकप्रिय नेता हैं. हिदू वोट का ध्रुवीकरण हो रहा है. टीएमसी के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के मुंह से इस तरह की बातें निश्चित है, मीडिया के लिए तो मसाला है ही, लेकिन ये बीजेपी के लिए सबूत भी है. इस बात का कि बंगाल में केवल वो नहीं बल्कि प्रशांत किशोर भी कह रहे हैं कि एंटी इनकंबेंसी है, मुस्लिम वोटों को इस्तेमाल किया जा रहा है और कहीं न कहीं मोदी की लोकप्रियता के भी चर्चे हैं.

लेकिन ऑडियो लीक होने के बाद से प्रशांत किशोर लगातार कह रहे हैं कि आधा ऑडियो लीक किया गया, इस ऑडियो का बाकी का भाग नहीं वायरल किया गया. एक टीवी चैनल से बात करते हुए प्रशांत ने ये भी दावा किया कि उन्होंने यी भी कहा था कि बंगाल में टीएमसी अच्छी  सीटों से जीत दर्ज करा रही है, लेकिन ऑडियो का वो हिस्सा नहीं वायरल किया गया.

कुल मिलाकर निचोड़ सबके सामने है चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर जिनके बारे में कहा जाता है कि वो अब बीजेपी को सबक सिखाने के लिए सभी राज्यों में बीजेपी के खिलाफ दूसरे दलों का साथ दे रहे हैं.

किशोर के ऑडियो के मायने-

उसी प्रशांत किशोर के इस तरह के ऑडियो के क्या मायने निकाले जाएं. क्या प्रशांत ये कहना चाह रहे हैं कि बंगाल में बीजेपी सरकार भले न बनाए, लेकिन सीटें बढा रही है. क्या प्रशांत ये कहना चाहते हैं कि मोदी की लोकप्रियता केवल हिंदी भाषी राज्यों में नहीं बल्कि पूरे देश में है. कहीं प्रशांत इस आधे ऑडियो से खुद के मन के किसी कौने में दबी कसक तो नहीं बयां कर रहे. कहीं टीएमसी भारी सीटों से सरकार बनाने की बात कर प्रशांत किशोर बिहार की कसक तो नहीं निकाल रहे. क्योंकि इससे पहले चुनावी रणनीतिकार के तौर पर उन्हें बीजेपी के सामने हार का ही सामना करना पड़ा है. ये भी हो सकता है कि बीजेपी को लेकर प्रशांत का पुराना प्यार जाग गया हो. हो सकता है कि चुनावी रणनीति के अलग-अलग घाट घूमने के बाद प्रशांत वापस जहाज के पंछी बनने की इच्छा रख रहे हो.

बहरहाल सच जो भी हो अटकलें बहुत कुछ हैं और नतीजों के बाद वायरल ऑडियो फिर चर्चा का कारण भी बन सकता है. टीएमसी की जीत और बीजेपी की जीत दोनों पर या कहें कि टीएमसी की और बीजेपी दोनों की हार पर भी. आखिरकार चुनावी रणनीतिकार ने इतनी बेबाक अंदाज में बातें जो कहीं हैं.

Exit mobile version