बुंदेलखंड अंचल पर दिग्विजय की नजर,गढ़ में सेंधमारी की तैयारी, कार्यकर्ताओं के साथ करेंगे मंथन

Digvijay eye on Bundelkhand

मध्य प्रदेश में विधानसभा के चुनाव में अब करीब 8 महीने के समय बचा है। ऐसे में सियासी पार्टियों ने अभी से ही अपनी बिसात बिछाना शुरु कर दी है। सत्ता बचाने के लिए लिए जहां बीजेपी अपनी सरकार की योजनाओं का दम भर रही है तो वहीं कांग्रेस ने भी सत्ता में वापसी के लिए पूरी ताकत झोंकना शुरू कर दिया है। इस बीच राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सक्रिय नजर आ रहे हैं। 2018 में नर्मदा यात्रा के दम पर कांग्रेस को प्रदेश की सत्ता में वापस दिलाने वाले प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह फिर से सक्रिय हो गए हैं। वे पिछले कई दिनों से मध्य प्रदेश के गांव-गांव का दौर कर रहे हैं। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस कार्यकर्ताओं को ऊर्जा देने के लिए दिग्विजय सिंह योजना बनाकर आगे बढ़ रहे हैं।

अब बीजेपी के गढ़ में सेंध लगाने की तैयारी

दिग्विजय सिंह का अगला कदम बुंदेलखंड अंचल को साधने का होगा। वे इस अंचल के पांच दिनी दौर पर निकलने वाले हैं। बता दें बीजेपी का गढ़ माने जाने वाले बुदेलखंड में कांग्रेस ने कब्जा करने की रणनीति बनाई है। इसी के चलते कांग्रेस के दिग्गज नेता पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह बुंदेलखंड अंचल में डेरा डालने जा रहे हैं। इसकी शुरुआत विदिशा से होगी। जहां वे पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे। 2018 के विधानसभा चुनाव से पहले दिग्विजय सिंह ने नर्मदा परिक्रमा के साथ पंगत में संगत का आयोजन किया था। जिसमें उन्होंने पार्टी पदाधिकारियों कार्यकर्ताओं के साथ सहभोज कर उनमें एकता का मंत्र फूंकने का काम किया। जिसके दम पर कांग्रेस ने सत्ता में वापसी की थी। इसी तरह की रणनीति फिर बनाई गई है। अपने पांच दिन के बुदेलखंड के दौरे पर जा रहे दिग्विजय सिंह 3 जिले की 10 विधानसभा सीटों का दौरा करेंगे। इस दौरान वे मंडल-सेक्टर पदाधिकारी के साथ बैठक भी करेंगे। इस बैठक में वे मंडल सेक्टर की आगामी तीन महीनों की रणनीति तैयार करेंगे। इतना ही नहीं कांग्रेस को मजबूत करने के लिए पार्टी से नाराज चल रहे कार्यकर्ताओं से भी दिग्विजस सिंह मुलाकात करेंगे। दिग्विजय सिंह सोमवार को विदिशा के शमशाबाद, कुरवाई पहुंचेंगे। जहां विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर उन्हें चुनावी रणनीति बताएंगे। बता दें मध्य प्रदेश में चुनाव को करीब 8 महीने के वक्त बाकी है। ऐसे में पार्टियों ने अभी से ही अपनी पूरी ताकत झोंकना शुरू कर दी है। भाजपा का गढ़ माने जाने वाले बुदेलखंड में कांग्रेस कब्जा करने का मन बना रही है। इसी कड़ी में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह अपना डेरा डालने जा रहे हैं। सोमवार वे कांग्रेस का मिशन बुंदेलखड़ शुरू कर रहे हैं।

2018 में मिली थी कांग्रेस 10 सीट

मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड अंचल में विधानसभा की 26 सीट शामिल हैं। पिछले 2018 के चुनाव में पहले कांग्रेस का प्रदर्शन ठीक था। यहां 26 में से कांग्रेस ने 10 सीटों पर कब्जा किया था, जबकि बीजेपी ने 14 सीट जीती थीं। बुंदलेखंड अंचल से दो सीट अन्य के खाते में गईं थी। हालांकि बाद में हुए सियासी परिवर्तन के बाद उपचुनाव में बीजेपी के पास 17 सीट हो गईं। कांग्रेस 8 सीट की बचा सकी। जबकि एक सीट अब भी बसपा के खाते में है। सियासी जानकर कहते हैं बीजेपी की 17 में से 10 सीटों पर पकड़ कमजोर हुई है। वहीं कांग्रेस की बात करें तो 8 पर कमजोर साबित हो सकती है। जबकि दो सीट पर बराबरी का मुकाबला होने की संभवना है। कांग्रेस की मौजूदा सीटों में से 3 पर मजबूत पकड़ है। लेकिन दो सीट पर उसे नाराजगी का सामना करना पड़ सकता है। जबकि दो सीट पर कांग्रेस और बीजेपी बराबर हैं, यानी जिसने थोड़ी अधिक ताकत लगाई ये सीट उसकी की झोली में चली जा सकती हैं

कार्यकर्ताओं के साथ करेंगे मंथन

यही वजह है कि दिग्विजय सिंह इन सीटों पर फोकस करते हुए आगे की रणनीति बना रहे हैं। वे विदिशा के बाद 11 अप्रैल को सागर जिले की बीना और खुरई विधानसभा सीट पर चर्चा करेंगे। तो अगले दिन 12 अप्रैल को सुरखी और सागर जाएंगे। 13 अप्रैल को दिग्विजय नरयावली और रहली विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर रहेंगे। जहां जिला और शहर कांग्रेस कमेटी सागर की ओर से विभिन्न स्तरों में आयोजित पार्टी संगठन की बैठकों में शामिल होंगे। 14 अप्रैल को दिग्विजय सिंह दमोह जिले के हटा और पथरिया विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे। कांग्रेस के मंडल-सेक्टर अध्यक्षों और उन विधानसभाओं के कार्यकर्ताओं से सीधे संवाद स्थापित करेंगे।

Exit mobile version