आज धनतेरस पर्व से पांच दिनी दीपोत्सव 2024 का आगाज हो गया है। धनतेरस पर आज करीब 100 साल बाद दुर्लभ संयोग बना है। जिसमें भगवान धन्वंतरि की पूजा का विशेष महत्व है। आज मंगलवार को धनतेरस पर पांच विशेष और दुर्लभ संयोग बन रहे हैं। जिनमें त्रिग्रही योग, त्रिपुष्कर योग, इंद्र योग, लक्ष्मी नारायण योग, शश महापुरुष राजयोग संयोग बने हैं। ऐसे में धनतेरस पर पूजा और खरीदारी का सभी को विशेष लाभ मिलेगा।
कहते हैं धनतेरस के दिन खरीदारी और पूजा करने से विशेष लाभ मिलता है। आज के दिन भगवान धन्वंतरि की ही नहीं कुबेर देवता और माता लक्ष्मी की पूजा करने से जीवन में सभी प्रकार के सुख और वैभव के साथ मान-सम्मान मिलता है। सभी इच्छाएं पूरी होती हैं। धनतेरस पर बाजार सज चुके हैं। लेकिन खरीदारी के लिए जिस प्रकार से शुभ मुहुर्त देखा जाना जरुरी हे उसी प्रकार धनतेरस के दिन राहुकाल के समय का भी विचार किया जाना चाहिए। धार्मिक मान्यता है कि राहुकाल के दौरान किसी भी प्रकार का शुभ कार्य करना निषेध माना जाता है। आज मंगलवार के दिन का राहुकाल देखें तो दोपहर 2 बजकर 49 से 4 बजकर 12 मिनट तक राहुकाल रहेगा। इस दौरान धनतेरस की खरीदारी करने से बचना चाहिए।
शुभ मुहूर्त
आज मंगलवार को कार्तिक माष की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि है। आज सुबह 10 बजकर 31 मिनट से यह तिथि आरंभ हो गई है। जिसके साथ धनतेरस पर खरीदारी और पूजा की जाएगी। धनतेरस को धनत्रयोदशी के साथ ही भगवान धन्वंतरि की जयंती के नाम से भी जाना जाता है। आज खरीदारी का विशेष महत्व है। आज मंगलवार को धनतेरस पर शुभ खरीदारी के कई मुहूर्त बने हैं।
प्रथम मुहूर्त- आज मंगलवार को धनतेरस पर त्रिपुष्कर योग बना। त्रिपुष्कर योग बहुत ही शुभ माना गया है। त्रिपुष्कर योग में खरीदारी करना बहुत ही लाभकारी होता है। यह त्रिपुष्कर योग आज मंगलवार सुबह 6 बजकर 31 मिनट से प्रारंभ हो गया है जो अगले दिन बुधवार की सुबह 10 बजकर 31 मिनट तक रहेगा। ऐसे में इस खास मुहूर्त में खरीदारी करना सबसे शुभ्र और अच्छा होगा। आज आप इस योग में सोने और चांदी के सिक्के ही नहीं सोने चांदी के आभूषण और बर्तन भी खरीद सकते हैं।
द्वितीय शुभ योग
द्वितीय शुभ मुहूर्त की बात करें तो आज मंगलवार को आपको खरीदारी के लिए दूसरा शुभ मुहूर्त अभिजीत मिलेगा। दूसरा शुभ मुहूर्त अभिजीत मुहूर्त है, जिसे दिन का सबसे अच्छा मुहूर्त माना जाता है। यह सुबह 11 बजकर 42 मिनट प्रारंभ हो गया है। जो दोपहर 12 बजकर 27 मिनट तक रहा।
तृतीय शुभ मुहूर्त की बात करें तो आज धनतेरस के दिन खरीदारी के लिए तृतीय शुभ मुहूर्त प्रदोष काल का है। प्रदोष काल आज मंगलवार की शाम 6 बजकर 36 मिनट से प्रारंभ होगा जो रात 8 बजकर 32 मिनट तक प्रभावशील रहेगा। इस शुभ मुहूर्त में शुभ खरीदारी के साथ-साथ भगवान धन्वंतरि ही नहीं धन के देवता कुबेर देवता और माता लक्ष्मी की पूजा करने के लिए सबसे अच्छा रहेगा।
(प्रकाश कुमार पांडेय)