धनतेरस 2024 : पांच दिनी दीपोत्सव पर्व का आगाज… त्रिग्रही योग में भगवान धन्वंतरि की पूजा…आज ही के दिन अमृत कलश लेकर अव​तरित हुए थे भगवान धन्वंतरि

Dhanteras 2024 Deepotsav festival Lord Dhanvantari Puja Amrit Kalash

आज धनतेरस पर्व से पांच दिनी दीपोत्सव का आगाज हो गया है। आज धनतेरस पर करीब 100 साल बाद दुर्लभ संयोग बना है। जिसमें भगवान धन्वंतरि की पूजा की जा रही है। आज धनतेरस पर पांच विशेष और दुर्लभ संयोग बने हैं। जिनमें त्रिग्रही योग, त्रिपुष्कर योग, इंद्र योग, लक्ष्मी नारायण योग, शश महापुरुष राजयोग संयोग बना है। ऐसे में धनतेरस पर पूजा और खरीदारी का सभी को विशेष लाभ मिलेगा। कहा जाता है कि धनतेरस नाम धन और तेरस शब्दों से जुड़ा है। जहां धन का अर्थ धन और समृद्धि से है। वहीं तेरस का अर्थ होता है हिंदू कैलेंडर का 13 वां दिन। इस दिन भगवान धन्वतरि की विशेष पूजा की जाती है। भगवान धन्वंतरि को स्वास्थ्य का देवता भी कहा जाता है। उनकी पूजा की जाती है। भगवान धन्वंतरि की आराधना से रोग से मुक्ति मिलती है। हालांकि, धनतेरस पर कुबेर देव और मां लक्ष्मी की पूजा करने की भी परंपरा है।

बता दें धनतेरस के साथ ही आज से पंचदिवसीय दीपोत्सव पर्व शुरू हो गए हैं। देशभर में आज धनतेरस की धूम देखने को मिल रही है। धनतेरस से प्रारंभ दीपोत्सव का यह त्योहार हर साी कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर मनाया जाता है। धनतेरस पर भगवान धन्वंतरि की पूजा की जा रही है। भगवान धन्वंतरि देवताओं के वैद्य माने जाते हैं। आज भगवान धन्वंतरि की पूजा का विशेष महत्व है। इसके अतिरिक्त धनत्रयोदशी पर माता लक्ष्मी और धन के देवता कुबेर की भी पूजा विधि-विधान के साथ की जा रही है। आज धनतेरस पर सोने-चांदी की ज्वेलरी, सिक्के और बर्तनों की खरीदारी की जाएगी।

अमृत कलश लेकर अव​तरित हुए थे भगवान धन्वंतरि

आज मंगलवार 29 अक्तूबर को देश भर में धनतेरस का पर्व मनाया जा रहा है। यह दिन भगवान धन्वंतरि की पूजा को समर्पित माना जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार धनतेरस पर भगवान धन्वंतरि ने समुद्र मंथन के दौरान अमृत कलश के साथ अवतरित हुए थे। शास्त्रों के अनुसार जीवन में सुख, वैभव, समृद्धि और भौतिक भोग-विलास से पहले व्यक्ति के लिए अच्छी सेहत का होना बहुत ही आवश्यक है। लिहाजा सबसे पहले भगवान धन्वंतरि प्रगट हुए थे। आज के दिन भगवान धन्वंतरि की पूजा करने से साधक को अच्छे स्वास्थ्य की प्राप्ति होती हैं। वहीं माता लक्ष्मी के साथ भगवान गणेश और धन के तेवता कुबेर की पूजा करना भी शुभ माना जाता है। इससे घर में जहां बरकत बनी रहती है वहीं आर्थिक स्थिति पहले से बेहतर होती है। धनतेरस को दीपावली पांच दिनी महापर्व मा पहला दिन माना गया है। आज धनतेरस के साथ ही दिवाली पूजन का श्रीगणेश हो गया है। आज के दिन भगवान धन्वंतरि के साथ कुबेर देवता और माता लक्ष्मी की पूजा करने विशेष महत्व माना गया है।

( प्रकाश कुमार पांडेय )

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