लूडो की लत के चलते मकान मालिक से ही खुद को बाजी में हार गयी
महाभारत काल में जुए में पांडवों ने द्रौपदी को दांव पर लगाया। जिसे वे हार गए थे। इसके बाद कोरवों ने द्रौपदी का चीर हरण किया। ये कहानी काफी आम है। लेकिन उत्तरप्रदेश के के प्रतापगढ़ से एक बड़ी ही अजीब घटना सामने आयी है। जिसे सुनकर आप भी हैरान हो जाएंगे। ये मामला प्रतापगढ़ नगर कोतवाली थाना क्षेत्र के देवकली मोहल्ला का है। जहां रहने वाली एक विवाहिता जो लूडो खेलने की आदी है। उसने लूडो की लत के चलते अपने मकान मालिक से ही खुद को बाजी में हार गयी है। इस बात की जानकारी जयपुर और दिल्ली में मजूदरी कर रहे पति को पत्नी ने ही फोन पर दी और कहा वह खुद को लूडो में हार चुकी है। आकर लिखा पढ़ी कर लो। अब हमारे चक्कर में पड़ोगे तो काटकर फेंक दिए जाओगे।
दरअसल महिला का पति परदेश में मजदूरी करता है। जहां से उसे रुपए भेजता था। लेकिन पत्नी इन रुपयों से लूडो खेलती थी। कई बार वह बड़ी रकम लूडो में हार चुकी है। ऐसे में पैसे खत्म हुए तो महिला ने मकान मालिक के साथ लूडो खेलते हुए खुद को जुए में दांव पर लगा दिया। पैसे हारते हारते महिला लूडो में मकान मालिक के सामने खुद को हार गई। ऐसे में महिला अब मकान मालिक साथ रहने को मजबूर है। अब पति अपनी पत्नी को वापस पाने के लिए पुलिस थाने के चक्कर काट रहा है।
बताया जाता है कि इस बात की जानकारी होने के बाद पीड़ित पति परदेश से लौटा। उसने सबसे पहले मकान मालिक से ही गुहार लगाई, लेकिन मकान मालिक का दिल नहीं पसीजा तो वह दर दर की ठोकरें खाने के बाद पुलिस चौकी पहुंचा। जहां मकान मालिक के खिलाफ कार्रवाई के लिए तहरीर दी। साथ ही अपना एक बयान सोशल मीडिया पर अपलोड किया जो कि अब वायरल हो गया।
पीड़ित पति का दावा है कि वह प्रतापगढ़ के देवकली में किराए के मकान में रहता था। 6 माह पहले रोजी रोटी के सिलसिले में वह राजस्थान के जयपुर चला गया था। जहां कमाई में से पेट काटकर पत्नी को पैसे भेजता रहा। पत्नी उन्हीं पैसों को अपने मकान मालिक के साथ जुए में उड़ाती रही। पैसे खत्म होने के बाद पत्नी ने खुद को भी दांव पर लगा दिया और खुद को हार गई।
दो बच्चों की मां है खुद को जुए में हारने वाली महिला
पीड़ित पति का कहना है मूलतः रामपुर बेल्हा का निवासी है। उसकी शादी अमेठी जनपद में हुई थी। पत्नी से उसके दो बच्चे भी हैं। उसने बताया कि लूडो में हारने के बाद पत्नी अब मकान मालिक के साथ ही रह रही है। उसने समझाने का भी प्रयास किया लेकिन वह मानने को तैयार नहीं है।