वंशकार समाज ने क्यों खोला पंडित धीरेन्द्र शास्त्री के खिलाफ मोर्चा?,बागेश्वर बाबा को गिरफ्तार करने की मांग

Pandit Dhirendra Shastri

अपने बयानों और हिन्दू राष्ट्र की परिकल्पना को लेकर हमेशा चर्चाओं में रहने वाले प्रसिद्ध कथावाचक पंडित धीरेंद्र शास्त्री एक बार फिर विवादों में आ गए हैं। धीरेन्द्र शास्त्री इन दिनों राजस्थान में कथा कर रहे हैं। कथा के दौरान सीकर जिले में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान धीरेन्द्र शास्त्री ने वंशकार समाज को लेकर ऐसी टिप्पणी कर दी। जिसे लेकर विरोध बढ़ गया है।

खासकर मध्यप्रदेश में वंशकार समाज ने धीरेन्द्र शास्त्री के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर में वंशकार समाज के लोगों ने विरोध करते हुए कथावाचक धीरेन्द्र शास्त्री के खिलाफ FIR करने की मांग की है। बता दें ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि छतरपुर जिला स्थित बागेश्वर धाम के पीठाधीश धीरेंद्र शास्त्री अपने बयानों को लेकर विवादों में घिरे हों। इससे पहले भी वे कई बार अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में छा चुके हैं।

सीकर में हैं बागेश्वर बाबा

बता दें बागेश्वर बाबा के नाम से मशहूर पंडित धीरेंद्र शास्त्री राजस्थान के सीकर में कथा सुना रहे हैं। वहां दरबार लगा रहे हैं। ऐसे में वंशकार समाज के प्रतिनिधियों का कहना है कि धीरेन्द्र शास्त्री ने कथा के दौरान उनके समाज के प्रति अभद्र टिप्पणी की है। इस टिप्पणी ने पूरे समाज को आहत कर दिया है। सीहोर में वंशकार समाज के लोगों ने धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ एससी एसटी एक्ट एक्ट के तहत मामला दर्ज करने की मांग कर रहे हैं। इस मामले को लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। इसके साथ ही जल्द से जल्द से बागेश्वर बाबा को गिरफ्तार करने की मांग की है।

पं.धीरेंद्र शास्त्री के विरोध में बहिष्कार का ऐलान

बता दें वंशकार समाज के लोगों ने पंडित धीरेंद्र शास्त्री के विरोध में बहिष्कार का ऐलान किया है। उनके कार्यक्रमों में प्रतिबंध लगाने की भी मांग सरकार से की है। समाज के प्रतिनिधियों की माने तो पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के खिलाफ तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए। उनकी टिप्पणी की वजह से पूरे समाज को दुख पहुंच रहा है। बता दें वंशकार समाज के लोगों काक कहना है पूरे मध्यप्रदेश में वंशकार समाज की आबादी करीब 35 लाख के आसपास है। ऐसे में वे राजनीतिक तौर पर भी राज्य में खासा दखल रखते हैं। वहीं बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने उनको लेकर जातिसूचक शब्दों का उपयोग किया है। जिससे समाज के लोगों की भावनाओं को आहत हुई हैं।

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