ट्रैवल करना किसे पंसद नहीं होता है और लंदन जैसी जगह घूमना हो तो कोई भी मना नहीं कर पाएगा. हालांकि लंदन भारत से बहुत दूर है और वहां पहुंचने के लिए आपको हवाई सफर करना पड़ता है. कई लोग ऊंचाई से डर के कारण इस हवाई सफर को पूरा करने से हिचकिचाते है. लेकिन अगर हम कहे कि अब आप बस से लंदन जा सकते हैं, तो आप क्या कहेंगे. जी हां भारत में नई बस सर्विस शुरू हो चुकी है जिसके जरिए आप बस से लंदन जा सकते है. इस सफर की खास बात है कि आपको इसमें 18 देशों को घूमने का सुनहरा मौका भी मिलेगा. एडवेंचर ओवरलैंड नाम की कंपनी एक नया प्रोजेक्ट बस टू लंदन लेकर आई है जिसके जरिए लोगों को रोड मार्ग से दिल्ली से लंदन ले जाया जाएगा.
किन किन देशों से निकलती है यात्रा ?
बस के जरिए 18 देशों की यात्रा की जाएगी. इन देशों में भारत, म्यांमार, थाईलैंड, लाओस, चीन, किर्गिजस्तान ,उज्बेकिस्तान, कजाखस्तान, रूस, लातविया, लिथुआनिया, पोलैंड, चेक गणराज्य, जर्मनी, नीदरलैंड, बेल्जियम, फ्रांस और यूनाइटेड किंगडम शामिल हैं.
15 लाख का आएगा खर्चा
बस 18 देशों से होकर गुजरती है , जिसमें दुनिया के 20 हजार किलोमीटर का सफर कवर किया जाता है. यात्रा को पूरा करने में बस को 70 दिन लगते है. हालांकि इस रोमांचकारी यात्रा के लिए आपको 15 लाख रूपए खर्चा करने होंगे. इस खर्चें में आपका बस का टिकट, वीजा और तमाम देशों में रूकने की व्यवस्था शामिल है.
लग्जरी होगा सफर
बस टू लंदन का सफर यात्रियों के लिए लग्जरी होने वाला है. बस में केवल 20 सीट होगी. हर यात्री का अलग केबिन होगा, जिसमें स्लीपिंग बर्थ होगी. खाने पीने का भी बस में इंतजाम किया गया था. बाकि देशों में रूकने का इंतजाम होटल्स में कंपनी द्वारा किया जाएगा. बस टू लंदन की सर्विसेस अप्रैल से चालू हो गई है. आप उनकी बेबसाइट पर जाकर अपना टिकट बुक करा सकते हैं.
लंदन बस का इतिहास
भारत से यूके के बीच पहली बार ऐसी कोई बस नहीं चल रही है. लंदन से कोलकाता के रूट पर 1950 के दशक में बस चल चुकी है. उस समय लंदन से कोलकाता का रूट दुनिया का सबसे व्यस्थतम रूट माना जाता था. कई लोग लंदन से भारत आते थे, जिनमें भारतीय और ब्रिटिशर्स दोनों शामिल रहते थे. उस दौरान बस का किराया 85 पाउंड से लेकर 145 पाउंड हुआ करता था जो बहुत मंहगा था. बस लंदन से होते हुए 11 मुल्कों को कवर कर कोलकाता पहुंचती थी. इस दौरान बस करीब 20,300 किलोमीटर का सफर करती थी . हालांकि 22 साल बाद सन् 1972 में बस सेवा बंद हो गई थी.