दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की हुई हार ने पार्टी के अस्तित्व को संकट में डाल दिया है। दिल्ली खोने के बाद अब केजीवाल को पंजाब के खोने का डर सता रहा है। दरअसल पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार को लेकर विपक्ष के नेताओं निशाना साध रहे हैं। विपक्षी नेताओं ने दावा किया कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की हार ने पंजाब में भी उसके पतन का मार्ग प्रशस्त कर दिया है। ऐसे में आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल सक्रिय हो गए हैं। उन्होंने दिल्ली में पंजाब सरकार के मंत्री और पार्टी विधायकों की बैठक बुलाई है। जिसमें सभी को मौजूद रहने की हिदायत दी है।
- कपूरतला हाउस में होगी मीटिंग
- केजरीवाल ने बुलाई मीटिंग
- पंजाब की आप इकाई पर होगा क्या केजरीवाल का वर्चस्व
- AAP की हार का पंजाब में इफेक्ट
- केजरीवाल ने बुलाई पंजाब के मंत्री AAP विधायकों की बैठक
- दिल्ली में होगी मान सरकार के मंत्रियों और AAP विधायकों की बैठक
दरअसल अरविंद केजरीवाल ने यह बैठक कांग्रेस नेता और पंजाब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा के एक दावे के बाद बुलाई है। जिसमें बाजवा ने कहा था कि पंजाब में AAP के करीब 20 विधायक कांग्रेस के संपर्क में बने हुए हैं। पेता प्रतिपक्ष बाजवा के अतिरिक्त राज्य के कुछ दूसरे कांग्रेसी नेताओं ने भी आम आदमी पार्टी के विधायकों के साथ अपनी पार्टी के वरिष्ठ संपर्क में होने की बात कही।
केजरीवाल ने दिल्ली में बुलाई पंजाब के सभी विधायकों की बैठक
अब दिल्ली की हार से आम आदमी पार्टी (AAP) में हाहाकार हो रहा है। भाजपा के हाथों मिली करारी हार के बाद पार्टी की एकजुट रखने में परेशानी का सामना करना पड़ा है। चुनावी नतीजे आने के बाद AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार 11 फरवरी को दिल्ली में पंजाब ईकाई के सभी विधायकों और पंजाब सरकार के मंत्रियों की बैठक एक साथ बुलाई है। यह बैठक दिल्ली स्थित कपूरथला हाउस जिसे राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पंजाब के सीएम का आधिकारिक आवास कहा जाता है वहां पर होगी। पार्टी की ओर से सभी विधायकों को इसकी जानकारी दे दी गई है। उन्हें हर हाल में 11 फरवरी को अपने सभी प्रस्तावित कार्यक्रमों को निरस्त करने के लिए कहा है।
(प्रकाश कुमार पांडेय)