दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में होंगे। चुनाव को लेकर जहां सभी दलों ने अपनी अपनी चुनावी तैयारी शुरू की है तो वहीं बीजेपी यहां अपने सहयोगी दल जेडीयू और लोकजनशक्ति पार्टी के साथ गठबंधन से चुनाव लड़ सकती है।चुनाव के मैदान में अब तक तीन प्रमुख पार्टियां आम आदमी पार्टी, भाजपा और कांग्रेस नजर आ रही थींं, लेकिन अब भाजपा के सहयोगी दल भी चुनाव के मैदान में ताल ठोक सकते है।
- 2025 में होंगे दिल्ली विधानसभा चुनाव
- चुनाव को लेकर सभी दलों ने की तैयारी
- मैदान में जेडीयू और लोकजनशक्ति पार्टी भी उतरेगी
- बीजेपी के साथ गठबंधन से चुनाव लड़ेंगी
- जेडीयू दो सीट,लोजपा एक सीट पर लड़ेगी चुनाव
पार्टी सूत्रों की माने तो बीजेपी के सहयोगी दल जनता दल यूनाइटेड, लोक जनशक्ति पार्टी —रामविलास और जेडीयू भी चुनाव के मैदान में उतर सकते हैं। इसके पीछे वजह यह है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में इस बार पूर्वांचल के साथ बिहारी मतदाताओं को लेकर खूब चर्चा हो रही है। ऐसे में चर्चा है कि जेडीयू दो सीट तो लोजपा (रामविलास) एक सीट पर चुनाव लड़ सकती है।
बता दें दिल्ली के संगम विहार और बुराड़ी विधानसभा सीट से जेडीयू अपना उम्मीदवार उतर सकती है। हालांकि इसे लेकर अंतिम फैसला होना अभी बाकी है। लेकिन माना जा रहा है कि जल्द ही इसको लेकर जेडीयू और बीजेपी नेताओं की बैठक हो सकती है।
बुराड़ी से AAP के संजीव झा ने दर्ज की थी जीत
चर्चा है कि जेडीयू का उम्मीदवार दिल्ली की बुराड़ी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ सकता है। यहां पर पिछले 2020 में हुए विधानसभा के चुनाव में आम आदमी पार्टी प्रत्याशी संजीव झा ने बाजी मारी थी। झा को 139,598 वोट मिले थे, जबकि जदयू के शैलेंद्र कुमार को 51,440 वोट और एसएचएस के धर्मवीर को 18,044 वोट मिले थे।
पूर्वांचलियों और बिहारियों को लेकर निशाने पर AAP
दिल्ली की सत्ता पर आम आदमी पार्टी का कब्जा है। आम आदमी पार्टी ने बीजेपी पर पूर्वांचलियों और बिहारियों के अपमान का आरोप लगाया है। हालांकि आम आदमी पार्टी के आरोपों पर पलटवार करते हुए बीजेपी भी आक्रामक नजर आ रही है। बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने AAP को जवाब देते हुए कहा अरविंद केजरीवाल ने कोरोना के समय बिहारियों को वापस जाने के लिए कहा था। आम आदमी पार्टी ने जेपी नड्डा को लेकर कहा था कि वे भी बिहार में पैदा हुए और वहीं पले बढ़े हैं। ऐसे में बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने बिहार के लोगों से अपील की कि वे लोग इस बार केजरीवाल के झांसे में न आए।
दिल्ली विधानसभा चुनाव की खास बातें
दिल्ली में 70 सीटों पर विधानसभा चुनाव होना है। JDU बिहारी बहुल इलाके में चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। BJP से तालमेल के हो रहे हैं प्रयास। JDU का 2010 के बाद खाता नहीं खुला दिल्ली विधानसभा के चुनाव में खाता। 2015 में नीतीश ने जमकर प्रचार किया था। 2020 में BJP से दो सीटों पर तालमेल हुआ था। 2010 में JDU के विधायक जीते थे लेकिन दूसरे दल में शामिल हो गए।
पिछले दो चुनाव का समीकरण
दिल्ली में 70 विधानसभा सीटें हैं। 2020 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी को 62 सीटों पर चुनाव में जीत मिली थी। जबकि बीजेपी केवल 8 सीट ही जीत सकी थी। इसके अतिरिक्त इस चुनाव में कांग्रेस का दिल्ली से सूपड़ा साफ हो गया था। साल 2015 के चुनावी मुकाबले में आम आदमी पार्टी ने 70 में से 67 जीतीं और बीजेपी को महज 3 सीटें ही मिलीं। वहीं कांग्रेस 2015 के चुनाव में भी खाता नहीं खोल सकी थी।