दिल्ली में विधानसभा चुनावी शोरगुल बढ़ गया है। देश के दिल दिल्ली पर कब्जा करने के लिए राजनैतिक दल अपनी अपनी तैयारियों को पूरा करने में जुट गये हैं। आम आदमी पार्टी इस बार सरकार बनाकर जीत का चौका लगाना चाहती है तो वहीं बीजेपी दिल्ली में 27 साल का वनवास खत्म करना चाहती है। इस सबके बीच कांग्रेस दिल्ली में अब आम आदमी पार्टी से अलग राह चुनते हुए अपने दम पर चुनाव लड़ने के लिए उतरी है। यह तीनों ही दल चाहते हैं कि किसी तरह दिल्ली की सत्ता पर कब्जा कर सकें। ऐसे में राजनैतिक दल तो अपनी पूरी ताकत झोंक रहे हैं।
- दिल्ली में बढ़ रहा विधानसभा चुनावी शोरगुल
- देश के दिल दिल्ली पर कब्जा करने की कोशिशें
- राजनैतिक दल ने पूरी की अपनी अपनी तैयारी
- आप इस बार सरकार बनाकर लगाना चाहती है जीत का चौका
- बीजेपी दिल्ली में करना चाहती है 27 साल का वनवास खत्म
- कांग्रेस ने दिल्ली में चुनी आप से अलग राह
- अपने दम पर चुनाव लड़ने के लिए उतरी कांग्रेस
सट्टा बाजार का अनुमान इस बार भी आप को सबसे अधिक सीट
इधर सट्टा बाजार में भी अब दिल्ली में किसकी सरकार बनेगी इसे लेकर अलग अलग कयास लगाए जा रहे है। सूत्रों की माने तो सट्टा बाजार ने दिल्ली की 70 सीटों पर अपना अनुमान जारी कर दिया है। इस अनुमान के मुताबिक सट्टा बाजार दिल्ली में आम आदमी पार्टी को सबसे ज्यादा सीटें दे रहा है। सट्टा बाजार के अनुमान पर भरोसा करें तो आम आदमी पार्टी को इस बार दिल्ली में विधानसभा की 37 से 39 सीटें मिलती नजर आ रही हैं।
सत्ता बाजार में दूसरे नंबर पर बीजेपी
वहीं सट्टा बाजार बीजेपी को दूसरे नंबर पर रख रहा है। सट्टा बाजार के अनुमान के मुताबिक 70 सीटों वाली दिल्ली विधानसभा में बीजेपी को 31-33 सीटें मिल रही है। इसके बाद कांग्रेस को तीसरे नंबर का आकलन दिया जा रहा है। हांलाकि इस बार अगर चुनावी हालात पर नजर डालें तो आम आदमी पार्टी के लिए ये चुनाव बेहद कठिन है। क्योंकि आम आदमी पार्टी के मुखिया केजरीवाल पर भरपूर आरोप लगे हैं औऱ इस समय वे जमानत की जिन शर्तों पर बाहर आए हैं उससे उनके लिए अब चुनावी राजनीति और कठिन हो चुकी हैं।
देवेन्द्र यादव की न्याय यात्रा से दी कांग्रेस को ताकत
वहीं बीजेपी तमाम कोशिशों के बाद भी दिल्ली में अपने वनवास को खत्म नहीं कर पा रही। दिल्ली में बीजेपी के पास आम आदमी पार्टी को टक्कर देने वाले चेहरे कम हैं। ऐसे में अगर हम कांग्रेस की बात करें तो कांग्रेस इस बार बेहद दम खम के साथ चुनावी मैदान में है। दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने जनता के बीच जाकर न्याय यात्रा निकाली है। जिसके दम पर कांग्रेस को उम्मीद है कि वो किसी तरह इस बार आम आदमी पार्टी को टक्कर देती दिखाई रहती है।