मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी को बड़ा झटका लगा है। उपेक्षा और विधानसभा सीट छिनने से नाराज दीपक जोशी ने आखिर कांग्रेस का पंजा थाम लिया है। लेकिन दीपक जोशी ऐसे अकेले नेता नहीं हैं। मध्य प्रदेश बीजेपी में इस समय नाराज चल रहे नेताओं के नामों की सूची लंबी है।
- बीजेपी के कई दिग्गज नेता हैं पार्टी से नाराज
- सिंधिया के बीजेपी में आने के बाद बदले हालात
- बदला बीजेपी में सियासी समीकरण
- बीजेपी के दिग्गजों की सीट पर हैं काबिज सिंधिया समर्थक
- मिशन 2023 की राह में कांटे बिछा सकते हैं ये नाराज नेता
- नाराज नेता बन सकते हैं मिशन-2023 की राह में मुसीबत
- कांग्रेस की बीजेपी के कई नेताओं और पूर्व मंत्रियों पर नजर
- बीजेपी नेताओं के निरंतर संपर्क में कांग्रेसी रणनीतिकार
दीपक जोशी के बाद सत्यनारायण सत्तन और अपेक्स बैंक के पूर्व अध्यक्ष भंवरसिंह शेखावत भी अब खुलकर सामने आ गए हैं। इतना ही नहीं पूर्व मंत्री सुरेन्द्र पटवा, पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा, डॉ.गोरीशंकर शेजवार, पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन, पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया सहित कई और ऐसे नाम हैं जो बीजेपी में अपने आप को उपेक्षित महसूस कर रहे हैं। सियासी गलियों में जिनकी चर्चा तेज है। ये सभी नाम वो हैं, जो कभी पार्टी के दिग्गज नेताओं में शुमार रहे हैं लेकिन इनकी नाराजगी साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी को भारी पड़ सकती है। क्यों कांग्रेस की नजरें शेजवार पर भी हैं। पिछली बार बेटे मुदित सांची, प्रभुराम चौधरी से हार गए थे। कांग्रेस चाहती है कि गौरीशंकर शेजवार इस चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी बनकर मैदान में उतरें।
बीजेपी में उपेक्षा का शिकार पूर्व पीएम के भांजे अनूप मिश्रा
पूर्व पीएम स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई के भांजे और पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा भी इन दिनों बीजेपी से खफा बताए जा रहे हैं। एक साल पहले अनूप ने खुलकर कह दिया था कि चुनाव लड़ेंगे। इस बीच नेता प्रतिपक्ष डॉ.गोविंद सिंह ने अनूप मिश्रा को कांग्रेस में आने का ऑफर भी दे दिया है। नेता प्रतिपक्ष का आरोप है कि बीजेपी में अनूप मिश्रा को अपमानित किया जा रहा है। कांग्रेस उन्हें उनकी मांगी सीट से टिकट दे सकती है। बता दें अनूप मिश्रा चंबल अंचल से आते हैं, जो इन दिनों बीजेपी में अपने आप को उपेक्षित महसूस कर रहे हैं।
शेखावत के तेवर भी हुए तीखे
बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक भंवर सिंह शेखावत लंबे समय से पार्टी से नाराज बताए जा रहे हैं। वे कई मोर्चों पर अपनी नाराजगी भी जाहिर कर चुके हैं। इस बीच इंदौर की सियासत में भंवर सिंह शेखावत के सियासी कद को देखते हुए कांग्रेस उन्हें अपने पाले में लाने के लिए पूरी कोशिश करेगी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की नजर अपेक्स बैंक के पूर्व अध्यक्ष भंवर सिंह शेखावत पर भी बनी हुई है।
शेजवार को सता रही बेटे के सियासी भविष्य की चिंता
पूर्व मंत्री डॉ.गौरी शंकर शेजवार के करीब बताते हैं कि बीजेपी में इन दिनों लूप लाइन में चल रहे पूर्व मंत्री डॉ.गौरीशंकर बिसेन अपने बेटे मुदित शेजवार के सियासी भविष्य को लेकर चिंतित हैं। दरअसल शेजवार की विधासभा सीट रही सांची पर भी सिंधिया फैक्टर काम कर रहा है। यहां मौजूदा स्वास्थ्य मंत्री और सिंधिया समर्थक प्रभुराम चौधरी का कब्जा है। ऐसी दशा में डॉ.शेजवार के बेटे मुदित शेजवार के सियासी भविष्य पर संकट के बादल छा गए हैं। बता दें मुदित पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी के प्रत्याशी थे लेकिन उन्हें प्रभुराम चौधरी ने चुनाव हार दिया था। तब प्रभुराम कांग्रेस में हुआ करते थे आज बीजेपी में हैं। ऐसे में कांग्रेस के नेता शेजवार से लगातार संपर्क कर रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि कांग्रेस ने प्रभराम चौधरी के खिलाफ शेजवार को चुनाव मैदान में उतरने का प्रस्ताव भी दिया है।