देश के जाने-माने वरिष्ठ पत्रकार दीपक चौरसिया शनिवार को 51 साल के हो गए हैं। दीपक ने सोशल मीडिया पर लिखा, “आज मैंने अपने जीवन के 51 पतझड़, मानसून, वसंत पूरे कर लिए हैं। इन 51 वर्षों में से मैंने 30 साल पत्रकारिता में बिताए हैं और हिंदी पत्रकारिता में शायद ही कोई ऐसा काम होगा जो मैंने नहीं किया। जो लोग मुझे पहले से जानते हैं वे इसके गवाह रहे हैं।
- ‘आपकी शैली ही बनाती है आपको दूसरे पत्रकारों से अलग’
- वरिष्ठ पत्रकार दीपक चौरसिया का 51वां जन्मदिन
- जन्मदिन पर साझा की जीवन की अनोखी और प्रेरक कहानी
दीपक चौरसिया ने हाल ही में एक वीडियो भी पोस्ट किया था। जिसमें टेलीविजन परिदृश्य में नवागंतुकों के लिए उनकी यात्रा प्रेरणा देती है। 1995 में भारत में हिंदी टीवी पत्रकारिता के आगमन के साथ ही दीपक ने अपनी खोजी पत्रकारिता की यात्रा शुरू की थी। इस यात्रा में लाइव प्रयोग में कुश्ती रिंग में ग्रेट खली के साथ एक साक्षात्कार भी शामिल था। इस दौरान ग्रेट खली ने दीपक को बातचीत शुरू करने के लिए प्रोत्साहित किया, लेकिन दीपक ने अपनी विशिष्ट शैली में टिप्पणी की कि वह आगे बढ़ने से पहले शब्दों के साथ खेलना पसंद करते हैं।
जॉन अब्राहम, राखी सावंत के साथ बातचीत
जॉन अब्राहम के साथ बाइक पर घूमते हुए दीपक चौरसिया ने उनका इंटरव्यू लिया था। दीपक वीडियो में बता रहे हैं कि उन्होंने पुलिस से बिना हेलमेट गाड़ी चलाने की बाकायदा पहले इजाजत ली थी और बिना हेलमेट गाड़ी चलाना काफी जोखिम भरा है। जैसे-जैसे टेलीविजन पत्रकारिता का विस्तार हुआ, नाटक की शैली को काफी लोकप्रियता मिली। हिंदी टीवी पत्रकारिता भी इस प्रवृत्ति से अछूती नहीं रही। इसी में दीपक चौरसिया को राखी सावंत के साथ एक साक्षात्कार लेते हुए देखा जाता है जो स्वयंवर में भाग लेने के बाद प्रसिद्धि हुईं थीं। उनसे बातचीत के दौरान दीपक ने टिप्पणी की कि राखी ने अपने व्यक्तिगत अनुभवों को स्क्रीन पर दिखाकर उनके जीवन को एक तमाशे में बदल दिया है। राखी ने जवाब दिया, “कौन अपने जीवन में नाटक का स्पर्श नहीं जोड़ता है?।
कपिल शर्मा के पास नहीं थे शब्द
दीपक चौरसिया कॉमेडी के उस्ताद कपिल शर्मा के साथ एक इंटरव्यू में शामिल हुए। आपने अक्षय और ऐश्वर्या जैसी प्रसिद्ध हस्तियों के साथ कई शो की मेजबानी की है। क्या आपने कभी अपनी फिल्म के प्रचार के लिए खुद को मेरे सामने बैठे हुए देखा था? इस चतुर सवाल के सामने कपिल के पास भी शब्द नहीं बचे। उन्होंने जवाब दिया, “सर, आपसे बातचीत करके खुशी हुई।
ट्विटर पर बधाई देने वालों की बाढ़
दीपक चौरसिया वरिष्ठ पत्रकारों के बीच एक ऐसा नाम हैं जिन्होंने अपना एक खास मुकाम हासिल किया है। दीपक चौरसिया का आज 23 दिसंबर को जन्मदिन है और ट्विटर पर उन्हें बधाई देने वालों की बाढ़ सी आ गई है। इस दौरान सोशल मीडिया पर एक वीडियो को शेयर करते हुए दीपक चौरसिया ने लिखा है। एक पत्रकार के तौर पर उन्होंने काम करते हुए 30 साल गुजारे हैं। 1993 को मैंने लोकस्वामी अख़बार में काम शुरू किया था। दीपक चौरसिया लिखते हैं राजनीति की नब्ज समझना मेरा जुनून रहा है। दीपक चौरसिया की लिखने-पढ़ने में कॉलेज के समय से ही दिलचस्पी रही है। हिंदी टेलिविजन की पत्रकारिता में एक अलग स्थान बनाने वाले दीपक चौरसिया के प्रशंसकों फेहरिस्त भी लंबी है। उनके प्रशंसक देश के गांव-गांव तक मौजूद हैं। इंदौर स्थित होल्कर कॉलेज से साइंस की पढ़ाई करने वाले दीपक चौरसिया ने पत्रकारिता की पढ़ाई नई दिल्ली के भारतीय जनसंचार संस्थान आईआईएमसी से की है। इंदौर के होल्कर कॉलेज में पढ़ाई के दौरान भी वाद-विवाद प्रतियोगिताओं में दीपक चौरसिया हमेशा हिस्सा लेते और अपनी अलग ही छाप छोड़ते थे। बी.एस.सी करने के बाद दीपक चौरसिया को देश के सबसे प्रतिष्ठित पत्रकारिता संस्थान आईआईएमसी में दाखिला मिला। दीपक चौरसिया खुद यह मानते हैं कि पत्रकारिता उन्हें अंदर से संतुष्टि प्रदान करती है। दीपक चौरसिया की राजनीतिक रिपोर्टिंग पर जबर्दस्त पकड़ मानी जाती है। हालांकि वे हर विषय की रिपोर्टिंग उतनी ही सहजता से करते हैं। जितनी सहजता के साथ वे राजनीति की रिपोर्टिंग करते हैं। उनकी यही खासियत ही उन्हें दूसरे पत्रकारों से अलग बनाती है।