कही बिफर न जाए चक्रवाती तूफान बिपरजॉय,समंदर में बढ़ने लगी हलचल

cyclonic storm biparjoy

चक्रवाती तुफान बिपरजॉय जैसे जैसे आगे बढ़ रहा है इसके साथ ही विकराल भी होता जा रहा है। इस चक्रवाती तूफान का असर केरल और मुंबई में देखने को मिल रहा है। यहां समंदर में हलचल बढ़ गई है। हाई टाइड के बीच समंदर में ऊंची ऊंची लहरें उठने लगी हैं। चक्रवाती तूफान की वजह से हवाएं भी तेज चल रही हैं तो वहीं बारिश की गतिविधियां भी जारी हैं।

बता दें मुंबई के कई इलाकों में रविवार और सोमवार की दरमियानी रात तेज बारिश दर्ज की गई। वहीं समंदर भी हाई टाइड की चपेट में है। मौसम विभाग की माने तो मुंबई, नवी मुंबई के साथ ठाणे, पालघर समेत महाराष्ट्र राज्य के कई भागों में बारिश हुई है। महाराष्ट्र के तटीय इलाकों में भी तेज हवाएं चल रही हैं। वहीं मुंबई के रीजनल मेट्रोलॉजिकल डिपार्टमेंट की ओर से बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के तेज होने के मद्देनजर बारिश की चेतावनी भी जारी कर दी गई है। मौसम विभाग ने अगले दो दिन यानी 13 और 14 जून को महाराष्ट्र की राजधानी समेत राज्य के कई शहरों में गरज के साथ बारिश की संभावना जताई है। मौसम विभाग की ओर से कह गया है कि रायगढ़, रत्नागिरी, ठाणे और पालघर में तेज हवाओं के साथ मध्यम बारिश होने की संभावना है। तो वहीं गुजरात और महाराष्ट्र के साथ केरल के तटीय इलाकों में चक्रवात का असर दिखाई देने लगा है।

सौराष्ट्र तट पर बढ़ने लगी तुफानी गति​विधियां

वहीं गुजरात के सौराष्ट्र तट की ओर बढ़ते इस तुफान का असर भी दिखाई देना शुरू हो गया है। हवा तेज गति से चल रही है। तेज हवाओं से समुद्र के किनारे बनी दुकानों के सामने रखा सामान और कुर्सियों केे साथ डस्टबिन के डिब्बे हवा उड़ते दिखाई दिये। इधर वलसाड के समुद्री किनारों पर भी बिपरजॉय का स्पष्ट असर देखा जा रहा है। बिपरजॉय के घातक परिणामों को लेकर गुजरात की सरकार ने अलर्ट जारी किया है। इतना ही नहीं समुद्र तटों को भी बंद कर मौसम विभाग की ओर से तटिय इलाके में रहने वाले लोगों तक जरूरी सूचनाएं पहुंचाई जा रही हैं। साथ ही चक्रवाती तूफान के प्रभाव को लेकर पहले से ही सतर्क रहने की चेतावनी जारी की गई है। बता दें 15 जून को प्रचंड चक्रवाती तूफान बिपरजॉय का कच्छ जिले के साथ पाकिस्तान के कराची तट पर पहुंचने की संभावना है। ऐसे में गुजरात सरकार के एनडीआरएफ एवं राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के दलों को तटीय इलाकों में तैनात कर रही है। छह जिलों में आश्रय केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं।

 

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