साइक्लोन मिचौंग ने चेन्नई से लेकर ओडिशा तक जमकर कहर बरपाया। चेन्नई में इस कदर बारिश की वजह से सड़कें पानी-पानी हो गईं। जगह-जगह बाढ़ की स्थिति नजर आने लगी। भारी बारिश और खराब मौसम के चलते तमिलनाडु में कुछ लोगों को अपनी जान से भी हाथ धोना पड़ा। साइक्लोन मिचौंग का असर महाराष्ट्र के भी कुछ इलाकों में देखने को मिला है। जहां विदर्भ इलाके में भी बारिश की गतिविधियां देखने को मिली। वहीं चक्रवाती तूफान मिचौंग के चलते तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई के साथ-साथ कई दूसरे जिलों में तबाही का मंजर दिखाई दिया। एयरपोर्ट से लेकर सबवे तक जलभराव के चलते ठप पड़ गए। चक्रवात के चलते तमिलनाडु और पुडुचेरी में भारी बारिश हुई। चेन्नई में बारिश के चलते कम से कम 17 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि करोड़ों की संपत्ति का नुकसान उठाना पड़ा।
- शहर-शहर… मिचौंग का कहर !
- मिचौंग का असर बादलों की आंख मिचौली
- मिचौंग तूफान ने बढ़ाई छत्तीसगढ़ में ठंड
- रायपुर के साथ मध्य और दक्षिण क्षेत्र में कोल्ड डे घोषित
- बादलों की आंख मिचौली के बीच हल्की फुहार
- मध्यप्रदेश तक पहुंचा तूफान मिचौंग का असर
- भोपाल सहित समूचे मप्र के आसमान पर बादलों का डेरा
- ठिठुरते लोगों को अलावा का सहारा
छत्तीसगढ़ की बात करें तो चक्रवाती तूफान मिचौंग के प्रभाव से यहां कई जिलों में सोमवार रात से मौसम बदला हुआ था। रात से शुरू हुई हल्की बारिश का दौर सोमवार को दिनभर जारी रहा। जिससे तापमान में करीब 9 डिग्री तक गिरावट आने की वजह से लोग दिन में ठिठुरते हुए अलावा का सहारा लेते नजर आए। मौसम विभाग की माने तो रायपुर के साथ ही मध्य और दक्षिण क्षेत्र में कोल्ड डे घोषित कर दिया है। जिसमें बुधवार को भी मौसम में विशेष बदलाव की संभावना नजर नहीं आ रही है। बारिश की स्थिति बनी रहने की संभावना है। मौसम वैज्ञानिक एच पी चंद्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि ठंड के सीजन में चक्रवाती तूफान की वजह से दूसरी बार राज्य में कोल्ड डे के हालात बने हैं। इसे पहले नवंबर में बिलासपुर और पेंड्रा में तापमान पांच डिग्री तक नीचे दर्ज किया गया था। इस बार समूचे दक्षिण और मध्य इलाके में तापमान सामान्य से नौ डिग्री तक नीचे दर्ज किया गया है। छत्तीसगढ़ में तूफान मिचौंग का प्रभाव सोमवार से ही दिखाई देने लगा था। यहां बादल के रूप में तुफान का असर नजर आया। रात होने के बाद कई इलाकों में हल्की बारिश का दौर शुरू हो गया। दूसरे दिन मंगलवार की सुबह भी बादलों की आगोश में हुई। धूप नहीं निकली और लगातार गिरती फुहारों से मौसम सर्द हो गया। बदले मौसम का असर बुधवार को भी सामान्य कामकाज पर भी नजर आया। मौसम विभाग की माने तो अगले 24 घंटे के मौसम में बड़ा बदलाव होने की उम्मीद नजर नहीं आ रही है। भारी बारिश का क्षेत्र बस्तर संभाग और आसपास के जिलों में हो सकता है। इसके साथ रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर के साथ सरगुजा संभाग के जिलों में हल्की से मध्यम बारिश का दौर जारी रहने की संभावना है।
मप्र में तूफान मिचौंग का असर
मध्य प्रदेश में भी चक्रवाती तूफान मिचौंग का असर देखने को मिल रहा है। यहां मंगलवार से ही प्रदेश के सभी जिलों में दिनभर सर्द हवाओं की वजह से लोग ठिठुरते नजर आए। उधर इंदौर-धार प्रदेश के सबसे ठंडे जिले रहे। जहां तापमान 6.3 डिग्री लुढ़कर कर 20 डिग्री पर आ गया। वहीं राजधानी भोपाल का पारा 4.3 डिग्री लुढ़ककर 20.6 डिग्री पर था। मौसम विभाग की माने तो जबलपुर और शहडोल संभाग में बारिश होने की संभावना जताई जा रही है।