कवि कुमार विश्वास ने एक कार्यक्रम में एक फिल्म अभिनेता के पुत्र के नाम पर आपत्ति जताई। जिस पर समाजवादी पार्टी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। कवि कुमार के आपत्ति पर करेंगे चर्चा और जानने की कोशिश करेंगे की कवि की बात पर समाजवादी पार्टी को मिर्ची क्यों लगी है। देश के प्रसिद्ध कवि और रामकथा मर्मज्ञ कुमार विश्वास की एक टिप्पणी ने एक बार फिर नए सियासी विवाद को जन्म दे दिया है। कुमार विश्वास ने एक कार्यक्रम के दौरान अभिनेता सैफ अली खान और उनकी पत्नी अभिनेत्री करीना कपूर का नाम लिए बगैर ही उनके बच्चे का नाम तैमूर रखने पर जमकर निशाना साधा। कुमार विश्वास ने कहा इतने नाम पड़े हैं। कुछ भी रख लेते, लेकिन जिस लंगड़े ने बाहर से आकर हमारे देश में मां-बेटियों संग दुष्कर्म किया। वही लफंगा मिला था अपने बच्चे का नाम रखने के लिए? बता दें इससे पहले भी कवि कुमार विश्वास ने बॉलीवुड अदाकारा सोनाक्षी सिन्हा का नाम लिए बिना निशाना साध चुके हैं।
- कवि पर कोलाहल …!
- कुमार विश्वास का मायानगरी पर प्रहार!
- मायानगरी को कुमार का विश्वास भरा संदेश
- नाम लिए बगैर साधा ‘नाम’ पर निशाना!
- सोनाक्षी के बाद निशाने पर सैफ और करीना
- कुमार विश्वास ने बच्चे को लेकर की करारी चोट
- कहा-आताताई के नाम पर ‘पुत्र’ का नाम क्यों?
- कुमार विश्वास पर सपा का हमला!
- सपा बोली- बहुत घटिया बात
- ‘सितारों का राजनीति से लेना-देना नहीं’
उत्तर प्रदेश स्थित मुरादाबाद में एक निजी विश्वविद्यालय के कार्यक्रम में कवि कुमार विश्वास ने बिना नाम लिए फिल्म अभिनेता सैफ़ अली खान के बेटे तैमूर का जिक्र किया था। जिसके बाद समाजवादी पार्टी के नेता उदयवीर सिंह ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। आखिर ऐसा क्या कहा कवि ने की समाजवादी पार्टी बिलबिला उठी।
दरअसल मुरादाबाद में एक निजी विश्वविद्यालय के कार्यक्रम में कवि कुमार विश्वास ने कहा माया नगरी में बैठने वाले लोगों को ये समझना पड़ेगा देश क्या चाहता है। अब ये नहीं चलेगा लोकप्रियता हमसे लोगे, पैसा हमसे लोगे, टिकट हम खरीदेंगे, हीरोइन हम बनायेंगे। हीरो हम बनायेंगे। तुम्हारी लेकिन तीसरी शादी से जो औलाद पैदा होगी। उसका नाम बाहर से आने वाले किसी आक्रमणकारी लंगड़े के नाम पर रखोगे।
देश अब जाग चुका है, अब यह कभी नहीं सोएगा
सैफ-करीना पर जमकर निशाना साधने के अलावा कवि कुमार विश्वास ने यूपी के संभल मामले को लेकर भी टिप्पणी की और संभल के बहाने उन्होंने कहा उन्हें ये किसने सिखाया था कि मंदिर तोड़ें। वहां मस्जिद बनाएं। कवि कुमार विश्वास ने कटाक्ष करते हुए कहा मस्जिदें तुमने बनाई मंदिरों को तोड़कर। क्या मस्जिदें बन नहीं सकती थी, मंदिरों को छोड़कर। वे यहीं पर नहीं रुके, उन्होंने कहा 75 साल बाद अब यह देश जाग चुका है। यह देश अब कभी नहीं सोएगा। चाहे किसी की भी सरकार आए।
समाजवादी पार्टी ने दी कड़ी प्रतिक्रिया
कवि कुमार विश्वास के इस बयान पर समाजवादी पार्टी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। समाजवादी पार्टी के नेता उदयवीर सिंह ने कहा कि कुमार विश्वास भारतीय जनता पार्टी की राजनीति के उग्र विंग है। अपनी राजनैतिक इच्छाओं को पूरा करने के लिये अनाप शनाप बातें कर रहे हैं। यह उन्हें शोभा नहीं देता बहुत घटिया बात है। जिन फिल्मी सितारों को राजनीति से लेना देना नहीं। उनके बच्चों को घसीट रहे हैं।