नई दिल्ली। चीन, जापान और लैटिन अमेरिकी देशों में कोरोना वायरस की वापसी और उसको लेकर मचे हाहाकार के बीच भारत सरकार भी पूरी तरह से मुस्तैद हो चुकी है। देश की संसद में गुरुवार लोकसभा स्पीकर, राज्यसभा के सभापति से लेकर पीएम मोदी और सभी सांसद मास्क पहने दिखे। कोरोना के संभावित खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को अलर्ट कर दिया है। हरेक राज्य से कहा गया है कि कोरोना प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करवाया जाए।
- दुनिया के कई हिस्सों में कोरोना से हाहाकार
- चीन, जापान और लैटिन अमेरिकी देशों में गहरा असर
- केंद्र सरकार अलर्ट मोड में
- स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी की एडवाइजरी
इतना ही नहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया देश में कोरोना की स्थिति को लेकर अब लगातार बैठकों का दौर शुरू कर चुके हैं। आज यानी शुक्रवार 23 दिसंबर को मांडविया राज्यों के हेल्थ मिनिस्टर्स के साथ एक अहम बैठक करेंगे। इसमें वह कोरोना के हालातों की समीक्षा करेंगे। इससे पहले पीएम मोदी ने भी गुरुवार को कोरोना की स्थिति की समीक्षा की थी।
कोरोना को लेकर यूपी में अलर्ट
योगी सरकार के निर्देश के बाद राजधानी लखनऊ में कोविड प्रोटोकॉल को लागू करवाने के लिए एडवाइजरी जारी की गई है। कोरोना के नए वैरिएंट को लेकर राजधानी के अस्पतालों में सतर्कता शुरू हो गई है। अस्पतालों में अब बिना मास्क के मरीजों और तीमारदारों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। इस बीच केंद्र सरकार ने भारत बायोटेक की कोरोना नेजल वैक्सीन को मंजूरी दे दी है। हालांकि, अभी ये सिर्फ निजी अस्पतालों में उपलब्ध होगी।
कल से एयरपोर्ट पर रैंडम सैंपलिंग होगी