सावधान! फिर बढ़ रहा है कोरोना संक्रमण, पिछले 24 घंटे में सामने आए 5,357 नए मामले

Covid Cases in India

भारत के साथ विश्व के कई देशों में अचानक से बढ़ रहे कोविड के मामलों में बढोतरी होना शुरू हो गई है। भारतीय चिकित्सा विशेषज्ञों ने इस मामले में देश के लोगों को सावधान किया है। इस वायरस से बचने के लिए जरूरी सावधानियां बरतने की भी सलाह दी गई है। बता दें सितंबर के बाद से एक बार फिर देश में कोरोना मामलों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है।हालांकि यह अच्छी बात है भारत में न्यूजीलैंड, फ्रांस और दक्षिण कोरिया के मुकाबले हालात अभी उतने खराब नहीं हैं, लेकिन हमें सावधानी बरतना होगी।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक भारत में शनिवार को कोविड-19 संक्रमण के 6155 नए मामले सामने आए हैं। जबकि एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 31,194 हो गई है। इसके साथ ही 24 घंटे में फिर से कोरोना के मामलों में इजाफा हुआ है। इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटों में रविवार को 5 हजार 357 कोविड के नए मामले सामने आए। वहीं कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 32 हजार 814 हो गई है।

कई राज्यों में प्रतिबंध लागू

देश में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। हालात यह हैं कि सरकार ने तैयारियां तेज कर दी हैं। महाराष्ट्र ही नहीं केरल, दिल्ली, उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में मामले अचानक से बढ़ गए हैं। हालांकि कोरोना का यह नया स्पाइक न्यूजीलैंड, फ्रांस और दक्षिण कोरिया जितना खतरनाक नहीं होगा। भारत में 10 लाख लोगों में से दो लोग कोरोना से संक्रमित हैं। केरल में एक दिन में 1800 मामले आने के बाद वहां की सरकार ने बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं के लिए मास्क अनिवार्य कर दिया है। देशभर में शनिवार को 6155 मामले सामने आए हैं।

ठीक होने वालों की संख्या भी बढ़ रही

देशभर में एक बार फिर कोरोना के नए मामलों ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। फिलहाल रिकवरी दर वर्तमान दर 98.74% है। पिछले 24 घंटों में 3,726 लोग ठीक हुए हैं, कुल ठीक होने वालों की संख्या बढ़कर 4,41,92,837 हो गई है. दैनिक पॉजिटीविटी रेट 3.39% तो वहीं साप्ताहिक सकारात्मकता दर 3.54% हो गई है.

केरल में शनिवार को मिले 1801 नए केस

केरल में शनिवार को कोरोना के 1801 नए मामले सामने आए थे। जहां एर्नाकुलम के साथ तिरुवनंतपुरम और कोट्टायम जिलों में कोविड मामले सबसे अधिक दर्ज किये गये। केरल राज्य में टेस्टिंग बढ़ा दी गई है। वहीं अस्पतालों में मरीजों के भर्ती होने का आकंड़ा भी बढ़ गया है। हालांकि कुल मरीजों में से केवल 0.8 फीसदी को ही ऑक्सीजन बेड की जरूरत पड़ी। जबकि सिर्फ 1.2 फीसदी को ही आईसीयू बेड की जरूरत पड़ी।

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