Congress Steering Committee Meeting:खड़गे ने क्यों तलब की नेताओं से रिपोर्ट, दी चेतावनी बदले जाएंगे अक्षम लोग

congress steering committee meeting Kharge's warning Incompetent leader will change

गुजरात में दूसरे चरण का मतदान 5 दिसंबर को होना है। इसके बाद गुजरात और हिमाचल विधानसभा चुनाव की मतगणना 8 दिसंबर को होगी। इस बीच कांग्रेस ने 2024 लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी है। इसके तहत कांग्रेस स्टीयरिंग कमेटी की बैठक बुलाई गई। जिसमें पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ सोनिया गांधी, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल समेत पार्टी के तमाम बड़े नेता शामिल हुए। इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने तमाम मुद्दों पर अपनी बात रखी। साथ ही उन्होंने अगले 30 से 90 दिन में संगठन की गतिविधियां किस तरह की रहेंगी इसकी रिपोर्ट भी नेताओं से मांगी।

कांग्रेस स्टीयरिंग कमेटी की बैठक सोनिया गांधी रहीं मौजूद

शुरुआत में खड़गे ने स्टीयरिंग कमिटी की पहली बैठक में सभी स्वागत किया और कहा पूरे देश में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सभी साथियों का भी धन्यवाद करते हैं। जिन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए उनके प्रति विश्वास जताया। तो वहीं मल्लिकार्जुन खरगे ने पार्टी महासचिवों और प्रभारियों से जमीनी स्तर पर क्या क्या बदलाव किए गए इसकी जानकारी हासिल की। उन्होंने पूछा क्या महासचिव और प्रभारी, पदाधिकारी अपने जिम्मेदारी वाले प्रदेशों में महीने में कम से कम 10 दिन दौरा करते हैं? क्या आपने हर जिला, इकाई पर जाकर पार्टी के नेताओं से चर्चा की। क्या स्थानीय समस्याएं जानी हैं। क्या सभी जिला कांग्रेस व ब्लॉक कांग्रेस कमिटी का गठन हो चुका है। आपकी संगठन जमीनी हकीकत के मुताबिक लोगों के लिए संघर्ष कर रही हैं। ब्लॉक और जिला स्तर पर ज्यादा से ज्यादा नए चेहरों को मौका दिया गया है? कितनी इकाईयां ऐसी हैं, जहां जिला व ब्लॉक, पांच साल से नहीं बदले गए।

चुनावी राज्यों से पूछा एक्टिविटी शेड्यूल

खड़गे ने पार्टी पदाधिकारों से सवाल किया कि आपके प्रदेश में जिसके आप प्रभारी हैं वहां अगले 30 दिन से 90 दिन के बीच में संगठन और जनहित के मुद्दों पर आंदोलन के लिए किस तरह की रूपरेखा आपने बनाई है। जिन प्रदेशों में आने वाले दिनों में विधानसभा चुनाव होने हैं वहां चुनाव तक क्या योजना और एक्टिविटी शेड्यूल है। कांग्रेस अध्यक्ष ने सख्त लहजे में कहा कि कुछ साथियों ने यह मान लिया है कि जिम्मेदारी निभाने में कमी को नजरंदाज कर दिया जाएगा। यह न तो ठीक है और न ही मंजूर किया जा सकता है। ऐसे लोग जो जिम्मेदारी निभाने में असक्षम हैं उनके स्थान पर नए साथियों को मौका दिया जाएगा।

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