नई दिल्ली। अमेरिकी अरबपति जॉर्ज सोरोस और विवाद का भी लगता है, चोली-दामन का साथ है। प्रधानमंत्री मोदी पर सोरोज की टिप्पणी आने के कुछ घंटों बाद ही केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेत्री स्मृति ईरानी ने हमला बोला है। भाजपा के बाद अब कांग्रेस ने भी जॉर्ज पर हमला बोल दिया है। कांग्रेस पार्टी ने शुक्रवार को कहा कि भारत में नेहरूवादी विरासत यह सुनिश्चित करती है कि अमेरिकी अरबपति जॉर्ज सोरोस जैसे लोग भारतीय चुनावों के परिणाम तय नहीं कर सकते। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह टिप्पणी की है।
- जयराम रमेश ने ट्वीट कर अपने भाव अभिव्यक्त किए
- उन्होंने ट्वीट किया, ‘प्रधानमंत्री से जुड़ा अडाणी घोटाला भारत में लोकतांत्रिक पुनरुत्थान शुरू करता है या नहीं, यह पूरी तरह कांग्रेस, विपक्ष व हमारी चुनाव प्रक्रिया पर निर्भर है। इसका जॉर्ज सोरोस से कोई लेना-देना नहीं है’
- जयराम रमेश ने इस बात पर काफी जोर दिया और लिखा, ‘हमारी नेहरूवादी विरासत सुनिश्चित करती है कि उन जैसे लोग हमारे चुनाव परिणाम तय नहीं कर सकते’
भाजपा हुई जॉर्ज सोरोस पर हमलावर
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अमेरिकी अरबपति जॉर्ज सोरोस पर इससे पहले तीखा निशाना साधा था। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि विदेशी ताकतें भारत के लोकतंत्र को ध्वस्त करने की कोशिश कर रही है।
- ईरानी ने कहा कि जॉर्ज सोरोस ने भारत के लोकतांत्रिक ढांचे को ध्वस्त करने के लिए फंड का ऐलान किया है और यह सबको पता है कि वो किसे फंडिंग देते हैं, किस-किस तक पैसा पहुंचाते हैं
- ‘जॉर्ज सोरोस का यह ऐलान कि वो हिंदुस्तान में पीएम मोदी को झुका देंगे, हिंदुस्तान की लोकतांत्रिक तरीके से चुनी सरकार को ध्वस्त करेंगे’- इसका जवाब हरेक हिंदुस्तानी को देना चाहिए, ऐसा भी ईरानी ने कहा
जॉर्ज सोरोस क्यों हैं तूफान के केंद्र में?
बता दें कि सोरोस ने कहा है कि भारतीय व्यवसायी गौतम अडानी के कारोबारी साम्राज्य में उथल-पुथल ने निवेश के अवसर के रूप में भारत में विश्वास को हिला दिया है। उन्होंने यह भी कहा है कि यह भारत में ‘लोकतांत्रिक पुनरुद्धार’ के द्वार खोल सकता है। सोरोस ने म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन से पहले अपने एक भाषण में ये बातें कहीं हैं। उन्होंने कहा , ‘पीएम मोदी इस विषय पर चुप हैं, लेकिन उन्हें विदेशी निवेशकों और संसद में सवालों के जवाब देने होंगे।’
सोरोस को लिबरल गिरोह का फंडर माना जाता है और वह इससे पहले भी विवादों में घिरे हैं।