कांग्रेस की ओर से दावा किया है कि अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर पर केन्द्र की एनडीए सरकार की ओर से अडानी समूह को जमीन दी जा रही है। इसी के साथ कांग्रेस पार्टी ने यह सवाल उठाया है कि क्या ऐसा करके देश की सुरक्षा से समझौता नहीं हो रहा है। इस मुद्दे को लेकर लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सांसदों की बैठक में भी सवाल दागा और पूछा है कि क्या यह मुद्दा उठाया जाना चाहिए।
- एनडीए सरकार पर उद्योगपति गौतम अडानी को लेकर निशाना साधा
- अडानी को अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर की 23000 हेक्टेयर जमीन दिये जाने की बात उठाई
- राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने वाली यह सौदेबाजी
- बॉर्डर से सिर्फ एक किलोमीटर बाद गौतम अडानी का प्रतिष्ठान !
कांग्रेस की ओर से केंद्र की एनडीए सरकार पर उद्योगपति गौतम अडानी को लेकर जमकर निशाना साधा गया है। कांग्रेस सांसद और राज्यसभा में उपनेता प्रमोद तिवारी ने जहां एक ओर गौतम अडानी को अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर की 23000 हेक्टेयर जमीन दिये जाने की बात उठाई तो वहीं दूसरी तरफ लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भी लोकसभा सांसदों की बैठक के दौरान सवाल किया क्या यह मुद्दा उठाया जाना चाहिए।
बता दें हाल ही में कांग्रेस सांसद और राज्यसभा के उपनेता राज्यसभा प्रमोद तिवारी का बड़ा बयान सामने आया था। कांग्रेस सांसद तिवारी ने कहा था कि क्या मोदी सरकार देश की सुरक्षा के साथ समझौता कर रही है? अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर की 23000 हेक्टेयर जमीन अडानी समूह को दी जा रही है। इस तरह देश की सुरक्षा के नियमों की अनदेखी हो रही है। अब बॉर्डर से सिर्फ एक किलोमीटर बाद गौतम अडानी का प्रतिष्ठान होगा।
कांग्रेस की ओर से बीजेपी पर दागे कई सवाल
इसके साथ कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने केंद्र की मोदी सरकार को सवालों के घेरे में खड़ा करते हुए कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने वाली यह सौदेबाजी आखिर किसके इशारे पर की जा रही है? क्या अडानी के लिए मोदी सरकार देश की सुरक्षा को भी कुर्बान कर रही है? केंद्र की एनडीए सरकार पर निशाना साधते हुए कांग्रेस सांसद ने नियमों को लेकर भी चर्चा और बॉर्डर के नजदीक निर्माण को लेकर पूर्व से तय नियमों का उल्लेख भी किया। उन्होंने कहा नियम कहता है कि अंतरराष्ट्रीय सीमा के दस किमी के दायरे में सड़क और गांव को छोड़कर कोई भी निर्माण नहीं किया जा सकता। लेकिन केन्द्र की मोदी सरकार ने देश की सुरक्षा के नियमों को ताक पर रख दिया। जिससे अब दूसरे देश से लगी भारत की सीमाएं असुरक्षित हो सकती हैं!
पार्टी देगी सभी सांसदों को सदन में बोलने का मौका
वहीं राहुल गांधी ने भी पार्टी सांसदों से सवाल करते हुए पूछा क्या यह मुद्दा सदन में उठाना चाहिए?। बता दें राहुल गांधी के साथ लोकसभा के सांसदों की बैठक में प्रियंका गांधी भी मौजूद रहीं। उन्होंने पूछा अडानी का यह मुद्दा उठाना चाहिए। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और उप नेता गौरव गोगोई के साथ व्हिप माणिक टैगोर, केसी वेणुगोपाल ने लोकसभा में अच्छा बोलने वाले पार्टी के 3 सांसदों की रेटिंग भी की। जिसमें सबसे ऊपर मणिपुर से बिमल, दूसरे नंबर पर प्रयागराज से उज्ज्वल रमण सिंह और तीसरे नंबर पर हरियाणा से सांसद वरुण चौधरी को रखा गया। इसके अतिरिक्त राहुल गांधी ने यह भी कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर 14 और बजट को लेकर 13 सांसदों ने अपनी अपनी बात चर्चा के दौरान रखी। इसी तरह आगे भी
पार्टी के 15-15 सांसदों का पूल बनाकर सभी सासंदों को बोलने का मौका दिया जाएगा।