सीएम शिवराज ने बैढ़न में दिखाई समरसता यात्रा को हरी झंडी, संत रविदास स्मारक की ये होंगी खास बातें

Saint Ravidas Samarsata Yatra

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि संत शिरोमणि रविदास जी ने एक ऐसी सरकार की कल्पना की थी जहां हर व्यक्ति को पर्याप्त भोजन मिले और सभी का कल्याण सुनिश्चित हो। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत में ऐसी शासन व्यवस्था स्थापित की है। जिसमें हर व्यक्ति के लिए भोजन, बुनियादी सुविधाओं के साथ पक्का मकान, शिक्षा और स्वास्थ्य की व्यवस्था की गई है। सीएम शिवराज बुधवार को सिंगरौली के बैढ़न से संत रविदास समरसता यात्रा का शुभारंभ कर रहे थे। इस दौरान सीएम शिवराज ने दीप जलाकर संत रविदास की पूजा-अर्चना की और संत भैयालाल भगत, रमाशंकर दास, कन्हैया लाल, सेवादार रमाकांत दास, रामसजीवन दास और प्रेमदास जी को अंगवस्त्र, शॉल और श्रीफल से सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने जल कलश और मिट्टी के पात्र का पूजन भी किया।

संत रविदास स्मारक में होंगी चार गैलरी

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि 12 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सागर में संत रविदास के स्मारक का शिलान्यास करेंगे। यह भव्य स्मारक नागर शैली में बनाया जाएगा। जिसमें उनके दोहे और शिक्षाएं उकेरी जाएंगी। स्मारक में चार गैलरी होंगी। चार दीर्घाओं में से पहली दीर्घा में संत रविदास का जीवन, दूसरे में व्याख्या केंद्र, तीसरे में रविदासिया पंथ के उनके दर्शन और शिक्षाएं और चौथे में उनकी कविता और साहित्य पुस्तकालय और संगत हॉल होंगे। स्मारक के पास जलकुंड, श्रद्धालुओं के लिए आवास और भोजनालय बनाया जाएगा।

‘संत रविदास जी भारतीय संत परंपरा के शिखर पुरुष थे’

मुख्यमंत्री ने कहा कि संत रविदास जी भारतीय संत परम्परा के शिखर पुरुष थे। जिन्होंने सामाजिक समरसता, समभाव और समानता का मंत्र दिया। उन्होंने जातिगत भेदभाव, छुआछूत और कुरीतियों का कड़ा विरोध किया। वह परोपकारी, दयालु और मृदुभाषी थे। वे समरसता के अग्रदूत थे। उन्होंने भारतीय संस्कृति एवं जीवन मूल्यों की रक्षा की। सीएम ने कहा कि 8 फरवरी को संत रविदास जी की जयंती पर उन्होंने सागर में घोषणा की थी कि वहां 102 करोड़ रुपये की लागत से संत रविदास जी का भव्य मंदिर और स्मारक बनाया जाएगा, जो शांति का संदेश देगा। समाज के लिए सद्भाव और समानता। समाज में संत रविदास के संदेश और जीवन मूल्यों के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य से प्रदेश भर में समरसता यात्राएं निकाली जा रही हैं, जो 12 अगस्त को सागर पहुंचेंगी।

53000 गांवों से होकर गुजरेगी समरसता यात्रा

सीएम चौहान ने कहा कि संत रविदास के व्यक्तित्व और कृतित्व पर केंद्रित रथ राज्य के 46 जिलों और 53 हजार गांवों से गुजरेंगे। जिनमें प्रत्येक गांव की मिट्टी और 315 नदियों का जल शिलान्यास स्थल पर ले जाया जाएगा। रथ में स्वामी रविदास की पादुका, तस्वीर और कलश होगा, जिसकी अलग-अलग जगहों पर पूजा की जाएगी। रथ पर सामाजिक समरसता का संदेश अंकित है। काशी से आए संत भैयालाल भगत सिंह ने कहा कि संत शिरोमणि रविदास जी की जन्मस्थली के पवित्र जल का उपयोग उनके स्मारक में करना हमारे लिए सौभाग्य की बात है। उन्होंने गुरु रविदास जी के समरसता एवं समाज कल्याण के संदेशों का उल्लेख किया। इससे पहले स्थानीय सांसद रीति पाठक ने कहा कि ये ऐतिहासिक दिन है। जिसमें हमें संत रविदास की जन्मस्थली काशी से आये संतों का सम्मान करने का अवसर मिला है।

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