इस राज्य के MLA की होगी बल्ले-बल्ले! सीएम ने कहा-हमसे तो कर्मचारियों की सैलरी ज्यादा है…और कर दिया इतना वेतन बढ़ाने का ऐलान
जम्मू-कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला ने राज्य विधानसभा में एक बड़ा ऐलान किया है। जिससे राज्य के सभी विधायकों की बल्ले-बल्ले हो गई है। सीएम ने न केवल विधायकों के वेतन में बढ़ोतरी का प्रस्ताव रखा बल्कि नई विधानसभा भवन बनाने के साथ ही वर्चुअल सुनवाई के लिए सुसज्जित कोर्ट विकसित करने का भी ऐलान किया है। यह सब राज्य के 2025 के बजट सत्र के दौरान हुआ। जहां सीएम ने कई अहम मुद्दों पर अपनी बात रखी।
जम्मू-कश्मीर के विधायकों की बढ़ेगी सैलरी
1.60 लाख रुपये से बढ़कर होगी 5 लाख रुपये प्रति माह
जम्मू-कश्मीर के विधायकों की होगी देश में सबसे अधिक सैलरी
पिछली बार 2015 में बढ़ी थी विधायकों की सैलरी
विधायकों की सैलरी में बढ़ोतरी का प्रस्ताव
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि विधायकों की सैलरी में पिछले 2015 से वृद्धि नहीं हुई है, जबकि सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों की तनख्वाह अब 3 लाख रुपये तक पहुंच चुकी है। उन्होंने इसे अनुचित बताया और कहा विधायक आज भी 2015 में ही अटके हैं। यह ठीक नहीं है। सीएम अब्दुल्ला ने सुझाव दिया कि विपक्ष के नेता, कांग्रेस और पीडीपी के प्रतिनिधियों की एक समिति गठित की जाए। समिति हर पांच साल में संसदीय नियमों के अनुसार वेतन संशोधन की सिफारिश सदन में करे। इसके साथ ही सीएम ने क्षेत्रीय विकास निधि सीडीएफ और एमपीएलएडीएस के दिशानिर्देशों को अपडेट करने की भी बात विधानसभा में कही।।
राज्य विधानसभा से अगर यह प्रस्ताव पारित हो जाता है, तो जम्मू-कश्मीर के विधायकों की सैलरी 1.60 लाख रुपये से बढ़कर सीधे पांच लाख रुपये प्रति माह हो सकती है। यह देश में किसी भी राज्य के विधायकों से सबसे अधिक होगी।
बिजली माफी पर अपनाया सख्त रुख
सीएम उमर अब्दुल्ला ने बिजली बिलों पर माफी योजना को लेकर साफ शब्दों में कहा कि यह आखिरी बार दी जा रही है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा वे और एलओपी सुनील शर्मा दोनों पड़ोसी हैं। सुनील जी समय पर बिजली का बिल भरते हैं। मैं नहीं भरता। माफी योजना आती है और मेरा बिजली का बिल माफ हो जाता है। तो सुनील जी कहते हैं यह क्या हो रहा है। ब वे क्यों बिजली का बिल जमा करें?’ सीएम ने कहा इसलिए यह आखिरी बार है। अब भविष्य में कभी भी बिजली बिलों पर माफी नहीं दी जाएगी। उनका यह मानना है कि बार-बार माफी देना बिल्कुल ठीक नहीं है।