सियासत की चौपाल पर कब क्या हो जाए कोई नहीं जानता। कुछ इसी तरह का मामला बिहार का है। जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को शिकायत मिली और उन्होंने तत्काल उसकी जांच कराने के निर्देश दे दिए। जांच के बाद मामले का खुलासा हुआ और राज्य के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के मामा और मामी के खिलाफ पटना के बिहटा थाने में प्रकरण दर्ज करा दिया गया।
पहले जांच कराई फिर करा दी एफआईआर
थाने में मामला दर्ज होने के बाद उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के मामा सुभाष यादव की मुश्किलें बढ़ने लगीं हैं। विवाद एक जमीन को लेकर था जिस पर सुभाष यादव ने अवैध कब्जा कर लिया था। जिसकी शिकायत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से की गई थी उन्होंने तत्काल मामले की जांच करने के आदेश अधिकारियों को दे दिए। जांच में शिकायत सही पाई जाने पर प्रकरण दर्ज कर दिया गया। फरियादी भीम वर्मा की शिकायत पर मामा सुभाष यादव और मामी रेणु यादव सहित छ लोगों को आरोपी बनाया गया है।
पटना की जमीन पर कब्जा किया और लाखों हड़पे
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार में फरियादी भीम वर्मा ने शिकायत की थी कि मेरी जमीन जमीन का एक टुकड़ा है जिसकी कीमत लगभग 96 लाख रुपए है। उस पर सुभाष यादव और रेणु यादव ने कब्जा कर लिया है। शिकायत पर सीएम नीतीश ने जिला कलेक्टर चंद्रशेखर और एसएसपी राजीव मिश्रा को जांच के आदेश दिए। जांच पूरी होने के बाद मुख्यमंत्री को स्थिति से अवगत कराया गया। इसके बाद पटना के बिहटा थाने में आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज करा दिया गया।
पहले तीन महीने का अनुबंध किया
फरियादी भीम वर्मा का कहना है कि,नेउरा स्थित उसकी कट्ठा जमीन है। जिसे उसके पिता उस जमीन को बेचना चाहते थे। इसी मंशा से दलाल अरुण से तीन महीने का अनुबंध कर लिया। जमीन बेचने का अनुबंध तीन महीने का था लेकिन तीन साल बीत गए जमीन नहीं बिकी। इसके बाद एक दिन फरियादी के पिता को सुभाष यादव और उनकी पत्नी ने अपने आवास पर बुलाया और अनुबंध पर चर्चा की। यहां पहले से बैठा दलाल अरुण ने कहा कि इस मामले में सुभाष का निर्णय अंतिम होगा। इसलिए यह जमीन सुभाष यादव को दे दीजिए। पूरी जमीन का सौदा 96 लाख में तय हो गया।
रजिस्ट्री भी करवा ली और पैसे भी छीन लिए
फरियादी के मुताबिक तेजस्वी यादव के मामा मामी ने जमीन के बदले 60 लाख 50 हजार रुपए देते हुए रजिस्ट्र के बाद शेष भुगतान का वादा कर दिया। जब शेष रकम मांगी तो सुभाष यादव और उनकी पत्नी धमकाने लगे। इसके बाद उन्होंने मां और भाई को बंधक बना लिया। जो पैसे उन्होंने दिए थे वो भी छीन लिए। साथ ही शिकायत करने पर परिणाम बुरा होने की धमकी भी दे दी।