सट्टा से सत्ता के खेल में डूब न जाए सीएम भूपेश बघेल की लंका, कल पहले चरण का मतदान और सीएम का नाम बड़े घोटाले में
छत्तीसगढ़ में कल पहले चरण के मतदान होने हैं पर जिन 20 सीटों पर वोटिंग होनी है अब उससे कई ज्यादा चर्चे महादेव बेटिंग ऐप घोटाले के हैं। पिछले साल से मनी लांड्रिंग की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आरोप लगाया कि महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी एप के प्रमोटरों ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को 508 करोड़ रुपये दिए हैं। इसके बाद से ही सियासत गरमा गई है। बीजेपी के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने इस घोटाले को लेकर फिल्मी अंदाज में एक पोस्टर भी लॉन्च कर दिया, जिसके बैकग्राउंड में राहुल गांधी, आरोपी असीम दाव व सीएम भूपेश बघेल हैं। पोस्टर के साथ उन्होंने कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए कैप्शन दिया, ‘सत्ता के लिए सट्टा का खेल’
कांग्रेस पर बड़ा संकट
ईडी ने महादेव एप से जुड़े असीम दास को 5.39 करोड़ रु के साथ पकड़ा जिसने पूछताछ में मुख्यमंत्री को 508 करोड़ रु दिए जाने की बात कही है। इसके बाद से ही कांग्रेस अब बड़े संकट में फंस गई है। चुनाव के वक्त मुख्यमंत्री भूपेश बघेल नाम घोटाले में आने से कांग्रेस के सारे समीकरण बिगड़ सकते हैं।
क्या है 508 करोड़ का घोटाला और महादेव एप?
पहले समझते हैं कि आखिर ये महादेव बैटिंग एप क्या है। दरअसल, महादेव बेटिंग एप ऑनलाइन सट्टेबाजी के लिए बनाया गया एप है। यह यूजर्स के लिए पोकर, कार्ड गेम्स, चांस गेम्स नाम से लाइव गेम खेलने के लिए मंच है। इसके साथ ही एप के जरिए अन्य खेल जैसे क्रिकेट, बैडमिंटन, टेनिस, फुटबॉल और यहां तक की चुनावों में भी अवैध सट्टेबाजी की जाती थी। इस एप की गतिविधियां दुबई से संचालित हो रही थीं। इस मामले में छत्तीसगढ़ सरकार पर दो बड़े आरोप हैं। पहला यह कि एप के प्रमोटर्स से सीएम भूपेश बघेल ने 508 करोड़ रु लिए और दूसरा बड़ा आरोप यह है कि इस अवैघ एप को छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने तमाम पावर्स होने के बाद भी बैन नहीं किया। हालांकि, सोमवार को केंद्र सरकार ने महादेव एप समेत ऐसी 22 एप्स और वेबसाइट को बंद करने के निर्देश दे दिए हैं।
छत्तीसगढ़ ही नहीं मध्यप्रदेश में भी कांग्रेस को होगा नुकसान
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि चुनाव से ऐन वक्त पहले इतने बड़े घोटाले में सीएम व कांग्रेस नेता भूपेश बघेल का नाम आना उनके और उनकी पार्टी के लिए बड़ा संकट पैदा कर सकता है। बीजेपी इस मामले को केवल छत्तीसगढ़ ही नहीं मध्यप्रदेश में भी भुना रही है। एमपी की सियासत में भी महादेव एप का मुद्दा गरमा गया है। प्रदेश में चुनावी दौरे पर आ रहे केंद्रीय मंत्रियों के निशाने पर सिर्फ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल हैं। इसे लेकर एमपी में बीजेपी-कांग्रेस एक दूसरे पर आरोप लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा- कांग्रेस ने महादेव के नाम को भी नहीं छोड़ा
इससे पहले छत्तीसगढ़ के दुर्ग दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस के इस बड़े घोटाले पर जमकर निशाना साधा था। पीएम मोदी ने सीएम भूपेश बघेल को लेकर कहा कि उन्हें छत्तीसगढ़ की जनता को बताना चाहिए कि मुख्यमंत्री के घोटाले के आरोपियों से क्या संबंध हैं? घोटाले का पैसा पकड़े जाने के बाद सीएम बघेल बौखलाए हुए हैं। पीएम मोदी ने महादेव बैटिंग एप को लेकर आगे कहा कि- कांग्रेस ने तो महादेव के नाम तक को नहीं छोड़ा। बता दें कि इस सट्टेबाजी एप में छत्तीसगढ़ के भिलाई से आने वाले सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल मेन प्रमोटर हैं। ये अपनी गतिविधियां दुबई से संचालित करते थे।