बिहार की राजनीति में पिछले कई दशक से राजनैतिक रसूख रखने वाले कई परिवार है। इन परिवारों का न केवल राजनीति रसूख है बल्कि इनके राजनैतिक दल भी हैं। जिनमें से कई ने सालों साल राज भी किया है। अब इन परिवारों में पीढ़ी परिवर्तन हो चुका है। इन नेताओं के पुत्र औऱ पुत्री अब राजनीति में एंट्री कर चुके हैं।
- नेता पुत्र औऱ पुत्री की बिहार की राजनीति में एंट्री
- राजनीति में सक्रिय नेताओं के पुत्र और पुत्री
- राजनीति नहीं दूसरी फील्ड से की थी करियर की शुरुआत
- चिराग वासवान बनना चाहते थे एक्टर,बन गए नेता
- राजनीति के लिए छोड़ दी चिराग ने बॉलीवुड की दुनिया
- तेजस्वी यादव ने की थी क्रिकेट से शुरुआत
- राजनीतिक पिच पर कर रहे तेजस्वी अब बल्लेबाजी
- पिता लालू के दम पर बने थे बिहार के डिप्टी सीएम
- कांग्रेस का दामन थामने वाले पप्पू यादव का बेटा है सार्थक
- सार्थक का राजनीति में आना कितना सार्थक होगा
बिहार की राजनीति में सक्रिय रहने वाले तीन युवा चेहरे पिछले विधानसभा चुनावों के आसपास से दिखाई दे रहे हैं। जिनमें आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव का बेटा तेजस्वी यादव, रामविलास पासवान का बेटा चिराग पासवान और हाल ही में कांग्रेस का थामन ताम चुके पप्पू यादव का बेटा सार्थक का नाम शामिल है। मजेदार बात ये है कि इन तीनों ही नेता पुत्रों ने अपने करियर की शुरूआत
राजनीति के बजाए दूसरे किसी फील्ड में की और अब तीनों ही नेता नगरी में अपना दम खम लगाते नजर आ रहे हैं।
तेजस्वी ने क्रिकेट छोड़ा तो बने डिप्टी सीएम
बात करें आर जे डी प्रमुख लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव की तो तेजस्वी यादव ने करियर की शुरूआत क्रिकेट से की थी। लेकिन क्रिकेट की पिच के चोके छक्के तेजस्वी को बहुत अधिक रास नहीं आये। जल्दी ही राजनीतिक पिच पर बल्लेबाजी का फैसला ले लिया। कमोबेश यही हाल पप्पू यादव के बेटे सार्थक के भी यही हाल है। सार्थक ने भी अपने शुरूआती दौर में क्रिकेट की पिच पर हाथ आजमाया। फिर राजनीति के मैदान में कूद पड़े।
बॉलीवुड छोड़कर राजनीति में रोशन हुए चिराग
वहीं रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान बालीवुड गए हीरो बनने लेकिन जल्दी ही बॉलीवुड से मोहभंग हुआ और आ गए राजनीति में हीरो बनने। अब अगर बिहार का राजनीति देखें तो चिराग पासवान की पार्टी विधानसभा चुनाव से ही अब तक वोट कटवा पार्टी बन चुकी है। इसीलिए चिराग विधानसभा चुनावों से बिहार की राजनीति के युवा हीरो बन गए तो वहीं विपक्ष और विरोधियों की तमाम गुगली के बीच तेजस्वी ने भी अब तक राजनैतिक पिच पर जोरदार बल्लेबाजी की है। अब देखना होगा कि सार्थक का राजनीति में आना कितना सार्थक होगा।