Bihar Assembly Elections 2025: क्या चिराग बनेंगे किंगमेकर…! बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर पत्ते खोले…जानें क्या फिर दोहराएंगे 20 साल पुराना रामविलास पासवान का दांव

क्या चिराग बनेंगे किंगमेकर…! बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर पत्ते खोले…जानें क्या फिर दोहराएंगे 20 साल पुराना रामविलास पासवान का दांव

Bihar Assembly Elections 2025 : बिहार में विधानसभा चुनाव की राजनीतिक बिसात बिछने लगी है। इन हालातों को देखते हुए माना जा रहा है कि केन्द्रीय मंत्री और लोजपा के लीडर चिराग पासवान के पास 2025 बिहार विधानसभा चुनाव में किंगमेकर Chirag Paswan Kingmaker बनने की पूरी संभावनाएँ हैं। वे 20 साल पुराने रामविलास पासवान के ‘दांव’ को नए अंदाज़ में दोहराने की कोशिश कर रहे हैं।
बिहार में 2024 के लोकसभा चुनावों में चिराज पासवान की पार्टी लोजपा (रामविलास) ने उल्लेखनीय प्रदर्शन किया था। जहां उनकी पार्टी को एनडीए के साथ रहते हुए बिहार की पांच लोकसभा सीट पर जीत मिलीं थी। इससे चिराग और उनकी पार्टी को नई ऊर्जा मिली है। अब वे 2025 के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारी में जुट गए हैं। चिराग की पार्टी के बिहार प्रभारी और जमुई से सांसद अरुण भारती ने घोषणा की है कि लोजपा (रामविलास) विधानसभा चुनाव में राज्य की सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। हालांकि, अंतिम सीटों का बंटवारा होना शेष है।

“चिराग फैक्टर” सबसे ज़्यादा “मैच टर्नर” साबित हो सकता है।
बिहार विधानसभा चुनाव और चिराग पासवान का ​भविष्य

चिराग पासवान: किंगमेकर की ओर?

राजनीतिक स्थिति का फायदा उठाना। चिराग खुद केंद्र सरकार में मंत्री हैं, लेकिन राज्य की राजनीति में उतरने की मंशा जता चुके हैं। यह रणनीति साफ दिखाती है कि वे “दिल्ली के दरबार” के साथ-साथ “पटना के मैदान” में भी खुद को मजबूत करना चाहते हैं।

बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट’ विज़न

यह नारा चिराग का ब्रांड बन चुका है – वह खुद को केवल दलित नेता नहीं, “बिहार के सर्वसमाज का प्रतिनिधि” साबित करना चाहते हैं। यह उन्हें अन्य जातियों के बीच भी स्वीकार्यता दिला सकता है, विशेष रूप से युवाओं के बीच।

सामान्य सीट से चुनाव लड़ने की योजना

यह उनके आत्मविश्वास और सामाजिक विस्तार की योजना को दर्शाता है। इससे वे दिखाना चाहते हैं कि “मैं सिर्फ आरक्षित राजनीति नहीं, बल्कि पूरे राज्य की आवाज़ बनना चाहता हूं।

2005 का दोहराव और इतिहास से सीख या दोहराव?

2005 में रामविलास पासवान ने अकेले चुनाव लड़ा, 29 सीटें जीत कर सत्ता की चाबी उनके पास आई। लेकिन “मुस्लिम मुख्यमंत्री” की मांग और गठबंधन न करने की जिद ने उस चाबी को कुंद कर दिया। अब 2025 में चिराग वही भूमिका निभाने को तैयार दिखते हैं, लेकिन इस बार वह। गठबंधन को संतुलित करने की बात कर रहे हैं। समझदारी से सीटों का तालमेल चाहते हैं, न कि जिद से।

चिराग के लिए रास्ते   —– विकल्प संभावित    —–   लाभ जोखिम

NDA के साथ गठबंधन में रहें                 ( सीटों की अच्छी हिस्सेदारी पर)                       केंद्र और राज्य दोनों में प्रभाव बनाए रखने का मौका
यदि BJP-जदयू ने उन्हें कमज़ोर किया,     LJP का वजूद कमजोर हो सकता है
अकेले चुनाव लड़ें (जैसे 2005)                स्वतंत्रता और खुद की पहचान बनाने का मौका   पिछली बार की तरह राजनीतिक अलगाव और हाशिये पर जाने का खतरा
किंगमेकर बनें (15–25 सीट जीतकर)       सत्ता की चाबी उनके हाथ में आ सकती है परिणाम बहुत     संतुलन में होने चाहिए, अन्यथा न इधर के रहेंगे न उधर के।

दरअसल चिराग पासवान एक रणनीतिक दौर में प्रवेश कर चुके हैं। उनके पास “एक क्षेत्रीय दल के नेता” से “मुख्यमंत्री पद के दावेदार” और राज्य की राजनीति में निर्णायक चेहरा बनने का मौका है। चिराग किंग तो नहीं हालांकि वे किंगमेकर जरूर बन सकते हैं। बस शर्ते इतनी है कि बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में उनकी पार्टी को 15 से 25 सीट पर जीत हासिल करना होगी। समझदारी से गठबंधन और समीकरण साधें। 2025 का बिहार चुनाव सिर्फ नीतीश बनाम लालू या मोदी बनाम महागठबंधन ही नहीं होगा। बल्कि इस बार का विधानसभा चुनाव में “चिराग फैक्टर” सबसे ज़्यादा “मैच टर्नर” साबित हो सकता है।

चिराग पासवान और भविष्य की संभावनाएं

चिराग पासवान ने स्पष्ट किया है कि यदि उनकी उम्मीदवारी से उनकी पार्टी—LJP (RV)—मजबूत होगी तो वह निश्चित रूप से बिहार विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने अपनी पार्टी के साथ मिलकर 30 सीटों की मांग की है, जहां LJP का प्रभाव रहा है इस बार वह आरक्षित सीट नहीं, बल्कि सामान्य सीट से लड़ने की भी तैयारी कर रहे हैं। उनकी यह चाल दलित वोट-बेस से परे जनाधार बढ़ाने की रणनीति का हिस्सा है। यह कदम एनडीए के भीतर BJP–jdu को संकेत दे सकता है। समय आने पर चिराग को राज्य के मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार के रूप में भी प्रस्तुत करता है। (प्रकाश कुमार पांडेय)

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