नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा से भड़का ड्रैगन
अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा से
भड़क उठा है चीन चीन ने अपनी सेनाओं को अलर्ट मोड पर कर दिया है साथ ही ताइवान के पास युद्ध अभ्यास शुरू कर दिया है। वही नैंसी पेलोसी ने ताइवान के सांसदों से मुलाकात की उन्होंने ताइवान का पूरा सहयोग देने और लोकतंत्र की रक्षा के लिए प्रतिबद्धता जताई वहीं अमरीका की इस ताल से तीन भड़क उठा है बेचैन जिनपिंग ने धमकी दी है और अपनी सेना को ताइवान के पास युद्धाभ्यास के लिए भेज दिया है अभी यूक्रेन और रूस युद्ध खत्म भी नहीं हुआ है कि इन आई वांट और अमेरिका तीनों में युद्ध के बादल मंडराने लगे हैं चीन ने अपने युद्ध विमानों को ताइवान की ओर मोड़ दिया है चीन धमकी दी थी कि अमेरिका से नैंसी ताइवान पहुंची तो उसके 50 मिनट बाद वह छेड़ देगा ड्रिल शुरु कर देगा इस धमकी के बीच सुरक्षा के इंतजाम के साथ नैंसी पेलोसी ताइवान पहुंची जहां उनका भव्य स्वागत किया गया एलओसी अमेरिका से ताइवान तक कड़ी सुरक्षा के बीच पहुंची अमेरिका ने चीन को साफ संदेश दिया है लोकतंत्र को लेकर वह हमेशा पॉजिटिव सोचता है जबकि चीन इसे उसकी संप्रभुता पर सच-सच एक करार दे रहा है अमेरिका ने अपने चार जंगी जहाजों को ताइवान भेजा है वही रूस भी इनके साथ खड़ा हुआ है रूस ने नैंसी पेलोसी कि ताइवान यात्रा को भड़काने वाला कदम बताया है। बता दें ताइवान और चीन के बीच पुराना 36 का आंकड़ा है।। ताइवान जहां अपने आप को स्वतंत्र देश बताता है वही चीन ताइवान को अपना अपनी धरती का अपने अधिकार क्षेत्र का हिस्सा बताता रहा है। यही वजह है कि चीन ने ताइवान के पास आधा दर्जन स्थानों पर युद्धाभ्यास शुरू कर दिया है । माना जा रहा है कि के युद्ध अभ्यास युद्ध की अंतिम तैयारी है। चीन कभी भी ताइवान पर कर सकता है। नैंसी पेलोसी के ताइवान दौरे को लेकर चीन लगातार विरोध कर रहा है चीन ने इसे अपनी संप्रभुता पर हमला बताते हुए धमकी भी थी कि वो नैंसी पेलोसी के विमान को ताइवान नहीं आने देगा चीन के विरोध को देखते हुए नैंसी पेलोसी कड़ी सुरक्षा के बीच ताइवान पहुंची चीन की चेतावनी को देखते हुए विमान को एस्कॉर्ट तक ताइपेई तक लाया गया।
चीन ताइवान युद्ध होता है तो जय युद्ध सीधा अमेरिका और चीन के बीच माना जाएगा अमरीका अपनी पूरी ताकत ताइवान के साथ खड़ा है ऐसे में इनको उस मुंह की खाना पड़ सकती है क्योंकि अमेरिका के साथ जर्मनी भी और जापान भी साथ है जबकि सीन के साथ केवल रूस अब तक आया है जापान ने भी चिंता जाहिर की है इन परिस्थितियों को लेकर जापान ने चीन के युद्ध अभ्यास पर अपनी चिंता जताई है इससे साबित होता है वह ताइवान के साथ है।