मध्य प्रदेश फिर लौटा मोमबत्ती युग इंदौर में बिगड़ा मौसम बच्चौं ने दी NEET (UG) परिक्षा मोमबत्ती जलाकर
इंदौर में रविवार को हुए खराब मौसम के साथ ही व्यवस्था की खामियों ने हजारों NEET (UG) उम्मीदवारों की साल भर की मेहनत पर पानी फेर दिया। परीक्षा केंद्रों पर पॉवर बैकअप ही नहीं था और हालत यह हुई कि अंधेरे में परीक्षा देना पड़ी, कुछ जगह पर मोमबत्ती जलाई गई, जो दस मिनट में बुझ गई देश की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी 2025 रविवार को कड़ी निगरानी के बीच देश के 5,400 और 14 अंतरराष्ट्रीय केंद्रों पर हुई। इसके लिए पंजीकृत 22.7 लाख में से 20.8 लाख परीक्षार्थी शामिल हुए। विशेषज्ञों ने बताया इस बार नीट में अब तक का सबसे कठिन पेपर आया है। प्रश्न ट्रिकी थे। ऐसे में हाई स्कोर हासिल करना कठिन होगा। दूसरी ओर, पिछली बार पेपर लीक और अन्य अनियमितताओं के चलते इस बार नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने जिला, राज्य और केंद्रीय स्तर पर निगरानी की। विशेष निगरानी पैनल बनाया था
वहीं इस पूरे मामले को लेकर पीसीसीचीफ जीतू पटवारी ने सोशल मीडिया पर प्लेटर्फाम पर लिखा इंदौर में NEET परीक्षा के दौरान घंटों बिजली गुल!
ना इनवर्टर, ना जनरेटर, सरकार और प्रशासन सोता रहा और छात्र अंधेरे में जूझते रहे! यह सिर्फ लापरवाही नहीं, बच्चों के भविष्य के साथ अपराध भी है! मोहन सरकार में परीक्षा के दिन भी बिजली का भरोसा नहीं है!
• NEET परीक्षा दे रहे बच्चों ने सपने देखे थे डॉक्टर बनने के, लेकिन सरकार ने उन्हें दिया अंधेरा और आंसू!
दकअसल रविवार को इंदौर में करीब 2 घंटे तक हुई मूसलधार बारिश के बाद शहर के कई इलाकों में बिजली आपूर्ति पूरी तरह ठप हो गई। लोग 5 घंटे तक अंधेरे में परेशान रहे। विद्युत विभाग के अधिकारी कॉल ना रिसीव कर रहे थे और न ही उनकी ओर से कोई जवाब आ रहा था। इस लापरवाही पर कांग्रेस ने अनोखा विरोध जताते हुए निगम प्रशासन और बिजली विभाग का ‘धन्यवाद’ किया और कहा कि प्रदेश में एक बार फिर मोमबत्ती युग लौट गया है। पुराने दिन याद दिला दिए। वहीं बिजली कटने से NEET (UG) उम्मीदवारों की साल भर की मेहनत पर पानी फेर दिया। परीक्षा केंद्रों पर पॉवर बैकअप ही नहीं था और हालत यह हुई कि अंधेरे में परीक्षा देना पड़ी
प्रकाश कुमार पांडेय