कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को बहुमत तो मिल गया लेकिन राज्य को अब तक अपना नया सीएम नहीं मिला है। मुख्यमंत्री कौन होगा इस अब तब सस्पेंस बना हुआ है। यहां सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार ये दो नाम चर्चा में हैं, लेकिन तमाम बैठकों और शक्तिप्रदर्शन के बीच सिद्धारमैया बाजी मारते नजर आ रहे हैं। कर्नाटक के ग्रामीण अंचल में खासी पकड़ रखने वाले और जनता के बीच लोकप्रियता के चलते ही सिद्धारमैया, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार से सीएम की रेस में आगे दिखाई दे रहे हैं। जबकि शिवकुमार के बारे में विरोधी भी कहते हैं कि वे कर्नाटक में सबसे ज़्यादा संसाधन वाले राजनेता हैं। इसके बाद भी लगता है कुर्सी सिद्धारमैया को मिलने वाली है।
- कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री के लिए मंथन
- राहुल और खड़गे की मुलाकात
- सहमति बनाने के प्रयास जारी
- सिद्धारमैया के नाम पर लग सकती है मोहर
- विधायकों के सीक्रेट बैलेट के जरिए लगाया अंदाजा
- 30 माह के लिए बन सकते हैं सिद्धारमैया सीएम
बता दें कांग्रेस हाई कमान ने मुख्यमंत्री पद के दो दावेदारों की ताक़त का अंदाज़ा विधायकों के सीक्रेट बैलट के ज़रिए लगाया था। ऐसे में माना जा रहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे गुरुवार को सीएम के नाम का ऐलान कर सकते हैं। पार्टी सूत्र बताते हैं कि सीएम की रेस में सिद्धारमैया सबसे आगे हैं। उनका सीएम बनना लगभग तय माना जा रहा है। दरअसल जन्मजात बाग़ी कहे जाने वाले सिद्धारमैया को सीएम के तौर पर कभी भी बग़ावत का सामना नहीं करना पड़ा था। यही वजह है कि इस बार भी उनके नाम की चर्चा सबसे अधिक है। कांग्रेस हाईकमान सिद्धारमैया को 30 महीने का कार्यकाल देने का मन बना रहा है। ऐसी ख़बरें है कि ढाई साल के बाक़ी के कार्यकाल में मुख्यमंत्री का पद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डी के शिवकुमार को मिल सकता। हालांकि अभी अंतिम फ़ैसला होना बाक़ी है।
बहुमत के बाद भी सीएम पर नहीं एकमत!
कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री की रेस में कर्नाटक के दो बाहुबली नेता सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार मैदान में हैं। लेकिन कांग्रेस आलाकमान और वरिष्ठ नेता अभी इस बात पर मंथन कर रहे हैं कि इन दोनों में से किसे मुख्यमंत्री चुना जाए। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी स्पष्ट बहुमत के साथ सत्ता में आई है। हालांकि, अभी यह साफ नहीं है कि कर्नाटक का नया मुख्यमंत्री कौन होगा। नए मुख्यमंत्री की दौड़ में कर्नाटक के दो बाहुबली नेता सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार मैदान में हैं। लेकिन कांग्रेस आलाकमान और वरिष्ठ नेता अभी इस बात पर मंथन कर रहे हैं कि इन दोनों में से किसे मुख्यमंत्री चुना जाए। दौरों का सिलसिला भी जारी है लेकिन अभी तक कर्नाटक के मुख्यमंत्री का नाम सस्पेंस में बना हुआ है। मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा मंगलवार को की जानी थी, लेकिन कांग्रेस नेतृत्व ने मंगलवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा नहीं की, क्योंकि यह सिद्धारमैया और केपीसीसी अध्यक्ष डीके शिवकुमार के बीच समझौता नहीं हो सका। शीर्ष पद के लिए। जहां पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को अधिकांश विधायकों का समर्थन कहा जाता है। वहीं राज्य कांग्रेस अध्यक्ष उनकी उम्मीदवारी के लिए जोर लगा रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने राहुल गांधी के साथ विस्तृत चर्चा करने के बाद सिद्धारमैया और शिवकुमार से अलग-अलग मुलाकात की।
13 मई को हुई थी मतगणना
दरअसल कर्नाटक में 13 मई को विधानसभा चुनाव की मतगणना हुई थी। चुनाव में कांग्रेस ने बहुमत हासिल कर बीजेपी को सत्ता से बेदखल कर दिया लेकिन कांग्रेस ने चुनाव से पहले सीएम का चेहरा घोषित नहीं किया था। ऐसे में जीत मिलने के बाद पूर्व सीएम सिद्धारमैया और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने सीएम पद के लिए दावेदारी की थी। जिसमें सिद्धारमैया बाजी मारते नजर आ रहे हैं। कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस ने 224 में से 135 सीट पर जीत हासिल की है। रविवार को हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक में सभी विधायकों ने नेता चुनने के लिए पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को अधिकृत किया था। जिसके बाद खरगे ने ऑब्जर्वर्स से पार्टी विधायकों से वन-टु-वन बात करने को कहा। पार्टी सूत्र बताते हैं कि सीएम पद की रेस में सिद्धारमैया भारी पड़ रहे हैं। पर्यवेक्षकों द्वारा कराए गए गुप्त मतदान में अधिकांश विधायकों ने सिद्धारमैया के पक्ष में मुहर लगाई थी। हालांकि सिद्धारमैया और शिवकुमार दोनों नेताओं को एकमत करने से ज्यादा दिक्कत उनके समर्थकों को समझाने में हो रही है। क्योंकि दोनों के ही समर्थक पीछे हटने की मंशा नहीं जता रहे हैं।