पांच राज्यों में चुनाव तारीखों का एलान, मप्र में 17 नवंबर को मतदान, छत्तीसगढ़ में दो चरण में मतदान, राजस्थान में 23 नवंबर को मतदान, कब होगी मतगणना

Chief Election Commissioner Rajiv Kumar announces assembly elections

मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में इस साल विधानसभा चुनाव होना हैं। इन चुनावों को 2024 लोकसभा चुनाव का सेमीफाइनल माना जा रहा है। पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव आयोग ने तारीखों का ऐलान कर दिया है। दिल्ली के आकाशवाणी भवन में चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान तारीखों का एलान किया।

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि पांच राज्यों में करीब 60 लाख नव मतदाता हैं, जो पहली बार मतदान करेंगे। राजीव कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि पांच राज्यों में 60.2 लाख नए मतदाता जुड़े हैं। वहीं इन राज्यों में पुरुष मतदाताओं की संख्या 8.2 करोड़ और महिला मतदाताओं की संख्या 7.8 करोड़ हैं। उन्होंने सभी मतदाताओं से अपील की है कि वे मतदाता सूची में किसी प्रकार की त्रुटि को लेकर 17 अक्टूबर से 30 नवंबर तक सुधार करा सकते हैं। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, मिजोरम और तेलंगाना के विधानसभा चुनाव के तारीखों की घोषणा करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया 17 अक्टूबर से 30 नवंबर तक पूरे देश में किसी को भी मतदाता सूची से संबंधित कोई भी परिवर्तन, विलोपन और बदलाव कराना है तो वे करा सकते हैं।

मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया राज्यों में मौजूदा सरकारों का कार्यकाल दिसंबर 2023 से जनवरी 2024 के बीच खत्म हो रहा है। मप्र में 230 सीटों पर चुनाव होंगे वहीं राजस्थान में 200, तेलंगाना में 119 और छत्तीसगढ़ में 90 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा। इसी प्रकार मिजोरम में 40 विधानसभा सीटों पर चुनाव होंगे।

मप्र में 5 करोड 60 लाख 60 हज़ार 925 मतदाता

एमपी में करीब 64 हज़ार 523 मतदाता केंद्र हैं। जहां पर लोकतंत्र का उत्सव मनाया जाएगा। वहीं प्रदेश में साल 2023 के विधानसभा चुनाव में करीब 5 करोड 60 लाख 60 हज़ार 925 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इसमें 2 करोड़ 88 लाख 25 हजार 625 पुरुष मतदाता हैं जबकि 2 करोड़ 72 लाख 33 हज़ार 945 महिला मतदाता हैं।
मप्र में 6 लाख 53 हज़ार 640 वरिष्ठ मतदाता हैं। वहीं दिव्यांग मतदाताओं की संख्या 5 लाख 5 हज़ार 146 है। यह वो मतदाता हैं जो अपने घर से ही सीधे मदतान कर सकेगें। 40 प्रतिशत से ज्यादा दिव्यांग मतदाताओं वाले लोगों को ही घर से वोट करने की सुविधा दी जाएगी।

एमपी में 2018 में एक ही चरण में हुए थे चुनाव

मप्र में पिछली बार 2018 में विधानसभा चुनाव नवंबर में एक ही चरण में कराए गए थे। तब चुनाव में कांग्रेस ने कमलनाथ के नेतृत्व में राज्य में सरकार बनाई थी। हालांकि मार्च 2020 में सियासी उलटफेर हुआ और कांग्रेस के 22 विधायकों ने विधानसभा की सदस्ता से इस्तीफा दे दिया था। तब ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ ये विधायक भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे। इसके बाद प्रदेश की कमलनाथ सरकार गिर गई थी। तत्कालीन मुख्यमंत्री कमल नाथ को इस्तीफा देना पड़ा था। कांग्रेस सरकार गिरने के बाद बीजेपी ने शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में राज्य में सरकार बनाई थी।

2018 में छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने बनाई थी सरकार

मध्य प्रदेश और राजस्थान की तरह ही छत्तीसगढ़ में भी 90 सीटों पर चुनाव होने हैं। छत्तीसगढ़ विधानसभा का कार्यकाल 3 जनवरी 2024 को पूरा होने वाला है। यहां पिछला विधानसभा चुनाव नवंबर 2018 में दो चरणों में कराया गया था। तब कांग्रेस ने चुनाव में जीत हासिल की थी और भूपेश बघेल के नेतृत्व में कांग्रेस ने सरकार बनाई थी।

5 राज्यों की विधानसभा का कार्यकाल

पांच राज्यों में चुनावी सरगर्मि बढ़ी

पांचों चुनावी राज्यों में अब सियासी सरगर्मियां तेज हो गई है। छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में बीजेपी समेत कुछ दूसरी राजनीतिक पार्टियों ने अपने कई उम्मीदवारों के नाम का ऐलान भी कर दिया है। मध्य प्रदेश में शिवराज के नेतृत्व वाली बीजेपी की सरकार है जबकि छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली कांग्रेस की सरकार है। वहीं राजस्थान की बात करें तो यहां भी सत्ता कांग्रेस के कब्जे में है और सीएम अशोक गहलोत सरकार चला रहे हैं। उधर तेलंगाना में के चंद्रशेखर राव की सरकार है।

इन राज्यों में विधानसभा की कितनी सीटें ?

चुनावी राज्यों के विधासभा सीटों को लेकर की बात की जाए तो मध्य प्रदेश में सबसे अधिक विधानसभा की 230 सीटें हैं। इसके बाद राजस्थान में 200, तेलंगाना में 119, छत्तीसगढ़ में 90 और मिजोरम में विधानसभा की 40 सीटें हैं। पिछली बार 2018 में इन सभी राज्यों में विधानसभा चुनाव हुए थे। 2018 में छत्तीसगढ़ में 2 चरणों में विधानसभा चुनाव हुए थे। इसके पीछे नक्सल प्रभावित इलाका होना बताया जा रहा है। बता दें छत्तीसगढ़ में कुछ इलाके नक्सलियों का वर्चस्व है। ये क्षेत्र इस लिहाज से अतिसंवेदनशील माने जाते हैं। लिहाजा चुनाव के समय ऐसे इलाकों में सुरक्षा के भी सख्त इंतजाम करने पड़ते हैं।

मिजोरम में है सबसे कम 40 सीट

इन पांच राज्यों में शामिल मिजोरम में सबसे कम 40 सीट हैं। यहां भी इस साल के अंत में चुनाव होना है। बता दें 17 दिसंबर 2023 को मिजोरम विधानसभा का कार्यकाल खत्म होने वाला है। इस राज्य में पिछली बार नवंबर 2018 में विधानसभा चुनाव कराए गए थे। नवंबर 2018 में हुए चुनाव के दौरान मिजो नेशनल फ्रंट ने जीत हासिल की थी और राज्य में सरकार बनाई थी। तब जोरमथांगा मुख्यमंत्री बने थे।

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