छत्तीसगढ़ में भाजपा को क्यों सता रहा नक्सली टारगेट किलिंग का भय?

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छत्तीसगढ़ में विधायकों के सुरक्षा को लेकर सियासत शुरु हो चुकी है। सुरक्षा को लेकर पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा है कि बीजेपी के पूर्व विधायक की सुरक्षा कांग्रेस की भूपेश सरकार ने कम कर दी है। यह बहुत ही निंदनीय कार्य है। नक्सली क्षेत्रों में विधायकों को काम करने में परेशानी होगी। इन्हीं के कारण टारगेट किलिंग की वजह से कई भाजपा विधायक की हत्या हो चुकी है।

अजय चंद्राकर का कहना है कि सोशल मीडिया के माध्यम से और विधानसभा के अंदर और बाहर जिन तत्वों का जिक्र उन्होंने किया है। उनसे उन्हें भी जान का खतरा है। उन्हें जान से मारने की धमकी भी मिली है। इसकी पूरी जानकारी मुख्यमंत्री और अन्य मंत्रों का दी जा चुकी है। इसलिए मुख्यमंत्री जी से आग्रह करते ​हैं कि जो विधायक नक्सली क्षेत्रों में काम करते हैं उनकी सुरक्षा बढ़ाई जाए।

कांग्रेस का आरोप भाजपाई नहीं छोड़ पा रहे VIP कल्चर

वहीं अजय चंद्राकर के इस बयान पर छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने पलटवार करते हुए कहा है कि शासन की रील तय करती है की किसकी कितनी सुरक्षा बढ़ानी है। किसी कम करनी है। भाजपा के नेताओं को चाहिए दो गाड़ी आगे और दो गाड़ी पीछे हमारी तरफ से किसी भी कार्यकर्ता या पूर्व विधायकों की सुरक्षा में कोई कमी नहीं की गई है।  अब वे वीआईपी कल्चर नहीं छोड़ना चाहते तो हम कुछ नहीं कर सकते।

किसी की सुरक्षा में कोई कमी नहीं की

कांग्रेस सरकार का सुरक्षा को लेकर साफ साफ कहना है की हमारी तरफ से किसी भी तरह की कोई कमी नही की गई है। लेकिन बीजेपी का कहना है की सुरक्षा की कमी की वजह से कई बीजेपी नेताओं की हत्या को चुकी है।

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