ऑनलाइन सट्टा महादेव बेटिंग एप मामले की जांच कर रही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रायपुर की विशेष कोर्ट में पूरक चालान पेश किया है। इसमें ईडी ने 5 लोगों को आरोपी बनाया है। इस पूरक चालान में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का नाम आया है। जहां इससे बघेल की मुश्किलें और छत्तीसगढ़ में सियासत दोनों बढ़ती नजर आ रही हैं।
- पूरक चालान में 5 के नाम
- पूर्व सीएम बघेल इन पांचों में से एक
- बीजेपी का बयान- निर्दोष को डर काहेका
- ED बीजेपी का षड्यंत्रकारी एजेंसी- कांग्रेस
- महादेव एप मामला..घेरे में पूर्व सीएम
- बेटिंग एप की ED जांच
- भूपेश बघेल तक आंच
- ED ने कोर्ट में पेश की पूरक चालान
- ED ने बनाया पांच को आरोपी
- पूरक चालान में पूर्व सीएम भूपेश का नाम
महादेव बेटिंग ऐप पर ED की बड़ी कार्रवाई
- ईडी चार्जशीट भूपेश बघेल का नाम
- बढ़ सकती है कांग्रेस नेता की मुश्किलें
- ईडी ने अपनी चार्जशीट में लिखा भूपेश का नाम
- भूपेश बघेल पर महादेव बेटिंग ऐप पैसे लेने का आरोप
- 508 करोड़ रुपये लेने का भूपेश पर आरोप
- महादेव बेटिंग एप, क्या अब भूपेश बघेल की होगी गिरफ्तारी!
असीम के ठिकानों से मिले थे करीब 5.39 करोड़
महादेव बेटिंग ऐप मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। ईडी की चार्जशीट में छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल का नाम दर्ज है। बघेल के अलावा चार्जशीट में अमित कुमार अग्रवाल के साथ शुभम सोनी रोहित गुलाटी के साथ भीम सिंह और असीम दास का नाम शामिल है। बता दें ईडी की चार्जशीट में नाम आने के बाद अब छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम की मुश्किल बढ़ सकती हैं। ईडी की चार्जशीट में यह भी बताया गया है कि महादेव बेटिंग ऐप मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपी असीम दास जो इस महादेव बेटिंग ऐप के प्रोमोटर के लिए हिंदुस्तान में कोरियर का भी काम करता था। असीम दास के ठिकानों से हाल ही में करीब 5.39 करोड़ रुपये बरामद किये गये थे। इसके बाद ही उसकी गिरफ्तारी हुई थी।
एप के प्रोमोटर्स की तरफ से दिये थे करोड़ों रुपये
एजेंसी को असीम दास ने बताया कि ये पैसा हाल में छत्तीसगढ़ में हुए विधानसभा चुनाव के समय कांग्रेस के नेता और छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम बघेल के लिए भेजा गया था। असीम दास से पूछताछ में खुलासा हुआ था कि महादेव बेटिंग एप के प्रोमोटर्स की तरफ से भूपेश बघेल को करीब 508 करोड़ रुपये दिए गए थे। ईडी ने चार्जशीट में ये भी लिखा है कि गिरफ्तारी के दौरान असीम दास ने 2 नवंबर 2023 को जो अपना बयान एजेंसी को दिया था, उससे वो पलट गया था। आरोपी असीम दास इससे पहले अपने वकील के साथ आए एक शख्स के प्रभाव में आकर बयान पलट गया था। असीम को पहले से टाइप किया कंटेंट दिया गया। जिसके बाद ससे उस कंटेंट को अपने हाथ से लिखकर और हस्ताक्ष्र कर देने को कहा गया। जिससे कोर्ट में उसे फायदा होगा। बता दें ये वही बयान था, जिसमें असीम ने कहा था कि बरामद पैसा भूपेश बघेल के लिए हवाला के जरिए आया था।
राज्य में गरमाई सियासत
ईडी ने पूरक चालान 5.39 करोड़ रुपये के साथ पकड़े गए असीम दास के बयान और उसके बाद हुई चेंज के आधार पर पेश किया है। बता दें कि 2 नवंबर 2023 को असीम दास को ईडी ने पकड़ा था। तब दास ने ईडी को दिए बयान में तत्का लीन सीएम बघेल सहित कुछ अन्ये लोगों का नाम लिया था। लेकिन कुछ दिन बाद ही दास अपने बयान से मुकर गया। उसे जेल से ही पत्र लिखकर ईडी पर दबाव पूर्वक बयान लेने का आरोप लगाया था, ईडी के द्वारा भूपेश बघेल को समन भेजने को लेकर कहा है की अगर उन्होंने कुछ किया नहीं तो डरने की भी जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा है कि यह जांच एजेंसी का काम है उन्हे करने दीजिए। महादेव सट्टा ऐप मामले में पूर्व CM भूपेश बघेल पर लगे आरोपों को लेकर कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने ED पर आरोप लगाए हैं। उन्होंने बयान देते हुए ED को बीजेपी का षड्यंत्रकारी एजेंसी बताया है। उन्होंने कहा- असीम दास के आरोपों पर भूपेश बघेल के खिलाफ प्रेस नोट जारी था। असीम दास ने कोर्ट में बयान का खंडन भी किया। बयान झूठलाने के लिए ED जेल अंदर जाकर बयान ले रही है। बीजेपी का षड्यंत्र सबके सामने होगा।