छत्तीसगढ़ में पहले चरण में नक्सल प्रभावित 20 सीटों पर मतदान होने वाला है। ऐसे में सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किये जाने का दावा किया जा रहा है। ये वो क्षेत्र हैं जहां नक्सली सबसे अधिक सक्रिय हैं। ऐसे में सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किये गये हैं, लेकिन इससे पहले ही नक्सली अपने मंसूबों में कामयाब होते नजर आ रहे हैं। यहां बीजेपी ने केदार कश्यप को प्रत्याशी बनाया है। वहीं बीजेपी नेता की हत्या के बाद से जिले में चुनावी शोर शांत हो गया है।
चुनाव से पहले लाल आतंक,भाजपा नेता की हत्या
- अपने मंसूबों में कामयाब होते नजर आ रहे नक्सली
- नक्सलियों ने दस दिन पहले दी थी धमकी
- कोई वोट मांगने बस्तर मत आना
- भाजपा ने बताया टारगेट किलिंग
- अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हुआ कोई बड़ा नेता
नक्सलियों ने केन्द्र और राज्य की सुरक्षा एजेंसियों के दावों की पोल खोल दी है। यहां मतदान से पहले बस्तर में बीजेपी नेता रतन दुबे की हत्या कर नक्सलियों ने अपने मंसूबे जाहिर कर दिये हैं। बता दें रतन दुबे बस्तर में बीजेपी जिला उपाध्यक्ष और नारायणपुर जिला पंचायत के सदस्य थे। वे चुनाव प्रचार के लिए आयोजित की गई रैली में शामिल होने पहुंचे थे। नारायणपुर जिला पंचायत सदस्य रतन दुबे कौशलनगर के ढौदई क्षेत्र में रैली करने पहुंचे थे। इस दौरान रतन दुबे पर नक्सलियों ने दिनदहाड़े धारदार हथियार से हमला कर दिया। बता दें नक्सलियों ने इस हत्या के 10 दिन पहले भी धमकी दी थी। जिसमें नक्सलियों ने धमकी दी थी कि कोई राजनैतिक पार्टी का कार्यकर्ता और प्रत्याशी बस्तर में वोट मांगने आएगा तो उसे अंजाम भुगतना होगा। वहीं जिला पुलिस ने खाना पूर्ती करते हुए केस को दर्ज कर लिया है और आगे जाँच किये जाने का दावा पुलिस कर रही है।
अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हुआ कोई बड़ा नेता
नारायणपुर जिले के भाजपा उपाध्यक्ष और जिला पंचायत सदस्य रतन दुबे का दूसरे दिन आज रविवार को अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान भाजपा प्रत्याशी केदार कश्यप तो मौजूद रहे, लेकिन प्रदेश स्तर के किसी नेता ने वहां पहुंचकर अंतिम संस्कार में शामिल होने या श्रद्धांजलि अर्पित करने की जहमत नहीं उठाई। हालांकि इस दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद रहे। जिन्होंने श्रद्धांजलि दी।
मौत पर सियासत
नारायणपुर भाजपा जिला उपाध्यक्ष और जिला पंचायत सदस्य रतन दुबे की हत्या के बाद क्षेत्र में शोक की लहर देखी जा रही है। भाजपा ने इसे टारगेट किलिंग करार दिया है। भाजपा छत्तीसगढ़ भाजपा प्रभारी ओम प्रकाश माथुर का कहना है रतन दुबे की शहादत बेकार नही जायेगी। उन्हें नक्सलियों ने टुकड़ों में काट दिया। वे अपील करते हैं पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं से कि दुबे की मौत का बदला चुनाव जीत कर लिया जाए। माथुर ने कहा टारगेट किलिंग की घटनाएं लगातार हो रहीं हैं। जिससे ये दिखता है कि राज्य में हालात खरा हो चुके हैं। साथ ही उन्होंने कहा नक्सली डरे हुए हैं। क्योंकि वे जानते हैं कि भाजपा सत्ता में आई तो नक्सलियों को ठीकाना नहीं मिलेगा। बता दें इससे पहले 16 जनवरी को भी भाजपा कार्यकर्ता बुधराम करतम की निर्मम हत्या कर दी गई थी। इस वारदात के बाद भाजपा नेता नीलकंथ कक्कम की हत्या कर सनसनी फैलाने का प्रयास किया गया। वहीं 10 और 11 फरवरी को भी नारायणपुर के भाजपा उपाध्यक्ष साग साहु और दंतेवाड़ा के रामधर अलामी की निर्मम हत्या की गई थी।