छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की शुरूआत हो गई है लेकिन धान के समर्थन मूल्य को लेकर असमंजस की स्थिति है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जहां राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने पर तीन हजार रूपए प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी का ऐलान किया है। वहीं कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष जयराम रमेश ने अठ्ठाईस सौ रूपए प्रति क्विंटल पर धान खरीदने की बात कही है। ऐसे में धान की खरीदी शुरु होने के बाद भी कीमत पर असमंजस बना हुआ है।
- धान खरीदी शुरू, कीमत पर विरोधाभाष
- धान की कीमत…कीमत पर सियासत
- राहुल गांधी ने कहा प्रति क्विंटल मिलेंगे तीन हजार
- जयराम रमेश ने बताई नई कीमत
- प्रति क्विंटल मिलेंगे 28 सौ रुपए—जयराम
- कांग्रेस के विरोधाभाष पर बीजेपी ने ली चुटकी
- ‘असली बात आई सामने’
- राहुल गांधी को बताया झूठा
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के बीच समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी शुरू हो गई है। इस अवसर पर एक प्रेस कांफ्रेस को संबोधित करते हुए पूर्व केन्द्रीय मंत्री और कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनने पर 2800 रूपए प्रति क्विंटल की दर से धान की खरीदी होगी। जयराम रमेश के इस बयान से धान की कीमत को लेकर विरोधाभाष की स्थिति उत्पन्न हो गई है। क्योंकि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ऐलान किया है कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनने पर धान की खरीदी तीन हजार रूपए प्रति क्विटल की दर से होगी। धान की कीमत पर कांग्रेस नेताओं के विरोधाभाषी बयान पर बीजेपी ने चुटकी ली है। बीजेपी का कहना है कि कांग्रेस पार्टी छत्तीसगढ़ की जनता को धोखे में रखकर वोट लेना चाहती है।
लेकिन पूर्व केन्द्रीय मंत्री जयराम रमेश में सच का खुलासा कर दिया है। एक दो जयराम रमेश ने यह स्पष्ट कर दिया कि समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी केन्द्र सरकार करती है और उस पर केवल इनपुट सब्सिडी राज्य सरकार देती है। लेकिन उस इनपुट सब्सिडी पर भी राहुल गांधी झुठ बोलकर चले जा रहें है क्योंकि सच जयराम रमेश ने कह दिया है। छत्तीसगढ़ के मौजूदा विधानसभा चुनाव में धान खरीदी और उसका मूल्य सबसे बड़ा मुद्दा है जो पार्टी धान की कीमत से जनता को संतुष्ट कर देगी। छत्तीसगढ़ की सत्ता पर उसका काबिज होना तय है। ऐसे में धान की कीमत को लेकर कांग्रेस पार्टी के नेताओं के बयानों में विरोधाभाष से बीजेपी को बैठे बिठाए एक मुद्दा मिल गया है और जाहिर है बीजेपी इसका सियासी फायदा लेने की हरसंभव कोशिश करेगी।
छत्तीसगढ़ में 25 लाख से अधिक किसानों का पंजीयन
बता दें छत्तीसगढ़ में राज्य सहकारी समितियों के जरिय शासन की ओर से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी 1 नवंबर से शुरु हो गई है। लिमिट तय होने के बाद यह पहला मौका है जब 20 क्विंटल प्रति एकड़ की दर से किसानों से धान खरीदी की जा रही है। वहीं इस बार राज्य में कुल 125 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य तय किया गया है। सरकार की ओर से धान कॉमन मोटा की खरीद की दर करीब 2183 रुपये प्रति क्विंटल और ए ग्रेड की पतले धान की खरीद की दर करीब 2203 रुपये प्रति क्विंटल तय की है। ये खरीद 31 जनवरी 2024 तक की जायेगी। वहीं धान खरीदी के लिए छत्तीसगढ़ राज्य में करीब 25 लाख से अधिक किसानों का पंजीयन किया गया हैं। पिछले साल 2022 में कुल 23.42 लाख किसानों से धान खरीदी की थी। सहकारी बैंकों के माध्यम से किसानों को 22 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का भुगतान तब किया गया था। वहीं इस बार लक्ष्य ज्यादा होने और धान की मात्रा प्रति एकड़ बढ़ने से इसमें और वृद्धि होगी।