छत्तीसगढ़ में पूर्व मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता बृजमोहन अग्रवाल पर हमला हो गया। ये हमला उस समय हुआ जब वे गुरुवार को राजधानी रायपुर में अपने निर्वाचन क्षेत्र में चुनाव प्रचार कर रहे थे। ठीक उसी समय कुछ लोगों ने उन पर हमला कर दिया। बीजेपी नेता पर हुए हमले के बाद राज्य की सियासत गरमा गई है। कांग्रेस इसे नोटंकी करार दे रही है तो वहीं बीजेपी के नेता कांग्रेस की साजिश करार दे रहे हैं। बृजमोहन अग्रवाल ने स्वयं भी कांग्रेस महापौर एजाज ढेबर पर हमले का आरोप लगाया है। बता दें बृजमोहन अग्रवाल सात बार विधायक रह चुके हैं। इस बार भी वे रायपुर शहर दक्षिण विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। उनके सामने कांग्रेस ने महंत राम सुंदरदास को मैदान में उतारा है।
- बीजेपी के बृजमोहन अग्रवाल पर हमला
- दक्षिण रायपुर में प्रचाप के दौरान हमला
- बीजेपी के कार्यकर्ताओं में दिखा आक्रोश
- कार्यकर्ताओं ने किया कोतवाली में विरोध प्रदर्शन
- बृजमोहन अग्रवाल ने कांग्रेस पर लगाया आरोप
- महापौर एजाज ढेबर और अनवर ढेबर पर हमले का आरोप
- कार्यकर्ताओं के साथ पहुंचे थाने कराई FIR दर्ज
वहीं हमले के बाद बृजमोहन अग्रवाल और बीजेपी के नेता अपने समर्थकों के साथ इस मामले में कार्रवाई की मांग को लेकर कोतवाली पुलिस थाने में धरने पर बैठ गए। सत्तारुढ़ दल कांग्रेस ने आरोपों को नौटंकी करार दिया है। कांग्रेस का कहना है कहा अग्रवाल ने हार की आशंका से इस आरोप का सहारा लिया है। इस बार कांग्रेस ने रायपुर दक्षिण सीट से बृजमोहन के सामने महंत राम सुंदर दास को उम्मीदवार बनाकर इस लड़ाई को रोमांचकारी बना दिया है।
मीडिया से चर्चा के दौरान बृजमोहन अग्रवाल ने कहा यह हमला तब हुआ जब वे शाम सात बजे मुस्लिम बहुल क्षेत्र बैजनाथ पारा इलाके में स्थित मदरसा चौक पहुंचे थे। इसी समय उन पर यहां करीब 20 से 25 युवकों का एक समूह मौजूद था। अग्रवाल को लगा कि ये युवक उनके समर्थक हैं और उनका स्वागत करने के लिए आए हैं। ऐसे में अग्रवाल ने जब उनसे बीजेपी को वोट देने की अपील की तो उनमें से कुछ युवाओं ने अग्रवाल का कॉलर पकड़ लिया और उन पर हमला करने की कोशिश की। ऐसे में अग्रवाल के समर्थक और सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें मदरसे के अंदर खींच लिया, जिससे उनकी जान बच सकी। बृजमोहन अग्रवाल का कहना है रायपुर के मुस्लिम शांतिप्रिय हैं। उनके साथ पारिवारिक रिश्तों की बात कहते हुए अग्रवाल ने दावा किया वहां के मुस्लिम ऐसी हरकत नहीं कर सकते। शहर में दीपावली और विधानसभा चुनाव के मतदान से पहले फिजा बिगाड़ने के लिए बाहर से गुंडे लाए गए हैं। जब तक इन गुंडों को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा तब तक वे धरने पर बैठे रहेंगे। हमले को सुनियोजित करार देते हुए उन्होंने कहा जिन लोगों ने उन पर कथित तौर पर हमला किया वे कांग्रेस नेता और रायपुर महापौर एजाज ढेबर और उनके भाई अनवर ढेबर के सहयोगी हैं।
हार के डर से नौटंकी कर रहे अग्रवाल-कांग्रेस
वहीं छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस संचार शाखा प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला घटना को नौटंकी बता रहे हैं। सुशील आनंद का कहना है कि दरअसज बृजमोहन अग्रवाल चुनाव हर रहे हैं। ऐसे में अपनी हार की आशंका से सहानुभूति पाने के लिए यह नाटक कर रहे हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि यह उस उम्मीदवार की नई चाल है जो चुनाव हारने से डरता है। बृजमोहन अग्रवाल का पूरा चुनाव प्रबंधन महंत राम सुंदर दास जी की सादगी के सामने विफल हो गया है। कांग्रेस प्रत्याशी महंत राम सुंदर दास की बढ़ती लोकप्रियता के सामने बृजमोहन अग्रवाल और बीजेपी अपना सांप्रदायिकता वाला पसंदीदा गंदा खेल नहीं खेल पा रहे हैं। लिहाजा क्षेत्र में तनाव पैदा करने के इरादे से उन्होंने मनगढ़ंत कहानी रच ली।