छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 के दूसरे चरण में 70 सीटों पर मतदान होगा। यहां चुनाव मैदान में 958 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। मतदान से पहले जारी एडीआर की रिपोर्ट पर भरोसा करें तो 958 में से 100 उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें से भी 56 ऐसे हैं जिन पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। उम्मीदवारों ने खुद चुनाव आयोग को सौंपे अपने शपथ पत्र में अपराधों की जानकारी दी है।
- छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव का दूसरा चरण
- दागियों का शतक आधे पर दर्ज गंभीर आपराध
- छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव, दूसरे चरण में 70 सीटों पर मतदान
- दूसरे चरण में के चुनाव मैदान में 958 उम्मीदवार
- मतदान से पहले जारी एडीआर की रिपोर्ट
- 958 में से 100 उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज
- 56 ऐसे हैं जिन पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज
- उम्मीदवारों ने अपने शपथ पत्र में दी अपराधों की जानकारी
छत्तीसगढ़ इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स की रिपोर्ट के अनुसार दूसरे चरण की 70 सीटों पर चुनाव लड़ने वाले 958 में से 953 उम्मीदवारों के शपथ पत्र का विश्लेषण किया गया है। इसके बाद यह आंकड़ा जारी किया है। एडीआर की ओर से बताया गया है कि दस फीसदी उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं, जो विभिन्न न्यायालय में चल रहे हैं। करीब 6 फीसदी उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले विभिन्न थानों में दर्ज हैं। इस दूसरे चरण के चुनाव में करीब 253 करोड़पति उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। एडीआर की रिपोर्ट की माने तो में दूसरे और अंतिम चरण के उम्मीदवारों की औसत संपत्ति करीब 2 करोड़ रुपए के आसपास है। जिन प्रत्याशियों के शपथ पत्र विश्लेषण नहीं किया गया, उनमें धरमजयगढ़ एसटी से चुनाव मैदान में उतरे बहुजन मुक्ति पार्टी के अनूप बरवा और दुर्ग ग्रामीण सीट से निर्दलीय प्रत्याशी गिरेंद्र कुमार खांडे के साथ अंबेडकराइट पार्टी ऑफ इंडिया के राधेश्याम शोरी और कसडोल विधानसभा सीट के दो निर्दलीय उम्मीदवार लीलाधर निषाद और प्रीत लाल कुर्रे का नाम शामिल है। एडीआर ने अपनी जानकारी में बताया है कि इनके शपथ पत्र को या तो ठीक से स्कैन नहीं किया गया या इन्हें सही तरीके से अपलोड नहीं किया जा सका है। जिसके चलते शपथ पत्रों को विश्लेषण में शामिल नहीं किया जा सका।
सबसे ज्यादा दागी कांग्रेस, बीजेपी और जेसीसी-जे ने उतारे
एडीआर की रिपोर्ट बताती है कि छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण में दागी उम्मीदवारों को टिकट देने के मामले में कांग्रेस ही नही भाजपा और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे सबसे ऊपर हैं। कांग्रेस की ओर से 19 फीसदी दागी उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं। जेसीसी जे की ओर से 18 फीसदी तो वहीं बीजेपी ने भी 17 फीसदी आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों को टिकट देकर मैदान में उतारा है। सुचिता की बात करने वाली आम आदमी पार्टी की ओर से भी 27 फीसदी दागदार प्रत्याशी मैदान में उतारे गए हैं। वहीं दूसरे चरण की 70 साटों में से संख्या की बात करें तो सबसे अधिक कांग्रेस ने 13, भाजपा के 12, जेसीसी जे के 62 में से 11 और अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी की ओर से 44 में से 12 ऐसे प्रत्याशिायों को टिकट देकर मैदान में उतार दिया है। इनके खिलाफ विभिन्न न्यायालय में आपराधिक मामले चल रहे हैं। इन दागी उम्मीदवारों में से 56 तो ऐसे हैं। जिनके खिलाफ गंभीर किस्म के आपराधिक मामले दर्ज हैं। इसमें सबसे अधिक 7 उम्मीदवार कांग्रेस पार्टी के हैं तो बीजेपी और जेसीसी जे के 4 — 4 उम्मीदवार शामिल हैं। वहीं आम आदमी पार्टी के 6 उम्मीदवार ऐसे हैं जिनके खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
छत्तीसगढ़ में पहले चरण में 7 नवंबर को 20 सीटों पर मतदान किया गया था। दूसरे चरण में 70 विधानसभा पर चुनाव कराए जा रहे हैं। इस तरह राज्य की सभी 90 विधानसभा सीट पर चुनाव हो रहे हैं। इस चुनाव में पहले चरण में बस्तर संभाग की 12 सीटों के साथ 20 विधानसभा सीट पर 7 नवंबर को मतदान किया गया था। इस पहले चरण में करीब 78 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। वहीं दूसरे चरण में शुक्रवार 17 नवंबर को बची हुई 70 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा। जबकि तीन दिसंबर को 90 विधानसभा सीटों पर एक साथ मतगणना होगी। जिसमें तय होगा कि आने वाले पांच साल तक किस पार्टी की सरकार बनेगी।