छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव से पहले केन्द्र और राज्य सरकार के बीच लेन-देन को लेकर रार छिड़ गई है। केंद्र सरकार की लागू की गई योजना को प्रदेश में सुचारू रूप से चलाने के लिए राज्य को केंद्रीय धनराशि दी जाती है लेकिन केंद्र सरकार से मिलने वाले पैसे पर भी अब छत्तीसगढ़ में सियासत छिड़ चुकी है। कांग्रेस लगातार आरोप लगा रही है कि केंद्र सरकार की ओर से राज्य को कम पैसे दिए जाते और राज्य से अधिक पैसे वसूले जाते हैं
👉🏻 राशि को लेकर आमने-सामने केंद्र और राज्य सरकार
👉🏻 लेन-देन को लेकर दोनों सरकारों में छिड़ी रार
👉🏻 केंद्र से मिलने वाले पैसे पर सियासत
👉🏻 छत्तीसगढ़ सरकार का केंद्र पर आरोप
👉🏻 केंद्र सरकार देती है कम पैसे…वसूलती है ज्यादा
मुद्दा विहीन हो चुकी है बीजेपी
केंद्र और राज्य में यूं तो तकरार की बात सामने आती रहती है। जब राज्य में अलग-अलग पार्टियों की सरकारें हो। छत्तीसगढ़ में कुछ ऐसा ही है। केन्द्र और राज्य के बीच लेन-देन को लेकर जंग छिड़ी हुई है। कांग्रेस संचार विभाग अध्यक्ष आनंद शुक्ला ने बीजेपी और आम आदमी पार्टी को मुद्दा लैस बताया। उन्होंने कहा कि बीजेपी और आप जनता के बीच में जा ही नहीं सकते क्योंकि उनके पास कोई मुद्दा नहीं है।
केन्द्र के पैसे पर नहीं हम निर्भर- कांग्रेस
केंद्र सरकार से मिलने वाले पैसों पर कांग्रेस संचार विभाग अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा है कि भाजपा इस गलतफहमी में ना रहे कि केंद्र सरकार से आने वाले पैसे पर राज्य सरकार की योजनाएं और छत्तीसगढ़ की जनता का काम चल रहा है। केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ से पौने 5 साल में लगभग 4 लाख 61 हजार 908 करोड़ रुपए वसूले हैं और बदले में राज्य के हिस्से की राशि में से केवल 1 लाख 90 हजार करोड़ रुपए लौटाए हैं। केंद्र सरकार से छत्तीसगढ़ सरकार को वसूलने वालों पैसों में सिर्फ 29% लौटाए जाते हैं और 70% अपना रख लिये जाते हैं।
बिना भेदभाव केन्द्र से मिलती है मदद-बीजेपी
केंद्र सरकार की ओर से पैसा नहीं मिलने पर कांग्रेस पर पलटवार करते हुए बीजेपी प्रवक्ता केदार गुप्ता ने कहा है कि अभी कुछ दिन पहले ही नितिन गडकरी जी आए थे। छत्तीसगढ़ को 9 हजार 240 करोड़ सड़कों के कार्य के लिए देकर गए। केन्द्रीय मंत्री को मुख्यमंत्री अपने घर भी लेकर गए थे। मुख्यमंत्री ने कहा था गडकरी जी छत्तीसगढ़ का बहुत ख्याल रखते हैं और उनके जाने के बाद इस तरह की बातें करते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी छत्तीसगढ़ आकर छत्तीसगढ़ को 7600 करोड रुपए की सौगात देकर गए थे। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा था हम जितना मांगते हैं केंद्र सरकार हमें उतना देती है। उनके जाने के बाद इस तरह की उल्टी सीधी बातें करते हैं। नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद सभी राज्यों को 32% के जगह 42% राजस्व देना प्रारंभ किया था।
बहरहाल केंद्र सरकार से आने वाले पैसों पर लगातार छत्तीसगढ़ में बीजेपी और कांग्रेस के बीच राजनीति जारी है। दोनों पार्टी एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगती नजर आ रही है। अब देखना होगा की आने वाले विधानसभा चुनाव में इसका क्या असर पड़ता है।