चातुर्मास की इस तिथि से हो रही है शुरूआत , पाप के नहीं बनना चाहते है भागीदार तो 4 महीनों के दौरान भूलकर भी न करें ये काम

चातुर्मास का हिंदू धर्म में बहुत महत्व माना जाता है. ये आषाढ़ महीने की देवशयनी एकादशी से शुरू होता है और चार महीने बाद कार्तिक महीने की देवउठनी एकादशी पर खत्म होता है. हिंदु पंचाग के चार महीने सावन,भाद्रपद, अश्विन और कार्तिक माह की अवधि चातुर्मास कहलाई जाती है. चातुर्मास के पीछे भी एक पौराणिक कथा जुड़ी हुई है. कहा जाता है कि इन चार महीनों के दौरान भगवान विष्णु शयन काल में चले जाते है और चार माह तक योग निद्रा में रहते हैं. इन महीनों के दौरान आपको कुछ कामों को करने से बचना चाहिए. अन्यथा इन कामों का आपको  दुष्परिणाम झेलना पड़ सकता हैं.

 

कब शुरू हो रहा है चातुर्मास ?
इस साल चातुर्मास की शुरूआत 29 जून से होने जा रही है. यह 23 नवंबर को देवउठनी एकादशी पर समाप्त होगा. आमतौर पर चातुर्मास चार महीने का होता है लेकिन इस वर्ष सावन का महीना जुड़ जाने के कारण यह पांच माह का होने वाला है. बता दें कि चातुर्मास के दौरान किसी तरह के शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं.

 

चातुर्मास के दौरान न करें ये काम

1.  मंगल कार्य होते है वर्जित .
चातुर्मास के दौरान किसी भी तरह के मांगलिक काम नहीं किए जाते है. इन महीनों में शादी विवाह, गृह प्रवेश , नामकरण , उपनयन संस्कार जैसे शुभ कामों को नहीं किया जा सकता है. यह समय खासतौर पर श्राद्द और पितृ तर्पण को समर्पित होता है.इन महीनों के दौरान ज्यादा से ज्यादा समय भगवान की भक्ति में बिताएं और नियमित रूप से पूजा पाठ करें

2. तामिसक भोजन से बनाएं दूरी
चातुर्मास की अवधि में तामिसक भोजन से दूरी बनाएं. कार्तिक माह में प्याज, लहसुन , मांस , मदिरा जैसी चीजों का सेवन सहीं नहीं माना जाता है. इससे घर में दरिद्रता आती है और मां लक्ष्मी आपसे रूठ जाती है. साथ ही इन महीनों में दूध से संबंधित चीजों से भी दूरी बना लेनी चाहिए, क्योंकि ये चीजे भी किसी पशु से जुड़ी हुई है.

3. वाणी और कपड़ो पर दें ध्यान
इन चार महीनों के दौरान वाणी पर भी काबू रखना चाहिए. कोशिश करें की आपके मुख से कुछ अपशब्द न निकले जिससे दूसरे का दिल दुखे. साथ ही इन महीनों के दौरान अपने वस्त्रों का खास ख्याल रखना चाहिए. नीले और काले रंग को इस अवधि में पहनने से बचे. लाल और पीला रंग चातुर्मास  के दौरान शुभ माना जाता है.

4. यात्रा करने से बचे
चातुर्मास में यात्रा करने से आपको बचना चाहिए. अगर जाना जरूरी है कि तो दिशा शूल के नियमों को ध्यान में रखकर घर से निकले. घर से निकलने से पहले कुछ मीठा जरूर खा लें. कही पर जाते समय मीठा खाना शुभ माना जाता है.

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